कोरबा। अगले साल 13 जनवरी से प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है। महाकुंभ की तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही हैं।। बताया जा है कि यहां हर रोज 70 से 80 लाख लोग पहुंच सकते हैं। इतनी बड़ी संख्या के बावजूद महाकुंभ में कोई श्रद्धालु भूखा नहीं रहेगा। इसके लिए कुंभ क्षेत्र में 200 से ज्यादा धार्मिक संस्थाएं सभी श्रद्धालुओं को भोजन परोसने के लिए कैंप लगाएंगी। अपर कुंभ मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि बड़ी संख्या में धार्मिक संगठन स्वेच्छा से सभी को निशुल्क भोजन कराते हैं।
पहले भी धार्मिक संस्थाओं ने लाखों भक्तों को निशुल्क खाना खिलाया है। अब इस साल का कुंभ भी इससे अलग नहीं होगा। एडीएम विवेक चतुर्वेदी ने कहा कि स्वयंसेवी संगठन और धार्मिक संस्थाएं भक्तों को मुफ्त भोजन देने के लिए लंगर लगाने में बहुत गर्व महसूस करती हैं। यह समाज के प्रति उनकी सेवा का भाव को दर्शाता है। सेवा आश्रम और सैकड़ों अन्य संगठनों ने गंगा में पवित्र स्नान करने वाले भक्तों के लिए भोजन उपलब्ध कराने का संकल्प लिया है।
कुंभ क्षेत्र के हर सेक्टर में मिलेगा खाना
कुंभ क्षेत्र के हर कोने में मुफ्त खाने के लिए व्यवस्था की जाती है और लंगर चलते हैं। अन्नपूर्णा नगर भी इसी का एक अंग है।। धार्मिक सामाजिक संस्थाएं इस कार्य में अग्रणी हैं। महाकुंभ क्षेत्र में मौजूद 782 खालसे इसके लिए सबसे आगे रहते हैं, जहां 24 घंटे लगातार लंगर चलता है। बड़े सामाजिक और धार्मिक संगठन भी इस बार आगे आए थे। ऋषिकेश में परमार्थ निकेतन आश्रम के अध्यक्ष और आध्यात्मिक प्रमुख स्वामी चिदानंद सरस्वती बताते हैं कि हमारा शिविर नैनी रोड पर अरैल घाट पर होगा। हम एक बड़ा अन्न क्षेत्र स्थापित करेंगे, जहां हमारे कार्यकर्ता खाना पकाएंगे और परोसेंगे।
10 जनवरी से बंटेगा प्रसाद
उन्होंने आगे बताया कि शुरुआत में हम नाव चलाने वालों और सफाई कर्मचारियों को भोजन कराएंगे, जिन पर बहुत ज्यादा दबाव होगा। उसके बाद यह सेवा आम जनता तक बढ़ाई जाएगी। भक्तों को भोजन में सफाई से तैयार की गई रोटी, सब्जी, चावल और दाल मिलेगी। इसी तरह अक्षय पात्र फाउंडेशन और हरे कृष्ण मूवमेंट दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक समागम के मेजबान शहर प्रयागराज में विशाल मोबाइल रसोई, खाना पकाने के बर्तन भेज रहे हैं। अक्षय पात्र फाउंडेशन के जनसंपर्क प्रमुख स्वामी अनंत वीर्य दास का कहना है कि हम मोबाइल रसोई के जरिए परेड ग्राउंड के पास लगभग 10 हजार तीर्थयात्रियों को स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराएंगे। हम 10 जनवरी से प्रसाद बांटना शुरू करेंगे।
सरकार की ओर होगी यह व्यवस्था
इनके साथ ही राज्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में 160 उचित मूल्य की दुकानें भी स्थापित करेगा। यहां जनवरी और फरवरी 2025 में दो बार मुफ्त राशन वितरित किया जाएगा। इसके तहत भंडारण के लिए पांच गोदाम स्थापित किए जाएंगे, जिसके लिए राज्य सरकार ने 43 करोड़ रुपये से ज्यादा देने का वादा किया है। मेला एसडीएम विवेक चतुर्वेदी बताते हैं कि कल्पवासी जो एक महीने कुंभ क्षेत्र में रहते हैं और अपना भोजन खुद बनाते हैं। इसलिए, ये 160 राशन की दुकानें उनकी जरूरतों को पूरा करेंगी। नए राशन और आपूर्ति प्रदान करेंगी, जबकि पांच गोदाम स्टॉक मैनेजमेंट में मदद करेंगे और कमी को रोकेंगे। इस तरह महाकुंभ में दुनिया के सबसे बड़े मुफ्त खाने के कैंप लगेंगे।