कोरबा । नगरीय निकाय चुनाव का बिगुल बज चुका है। सूबे की हाई प्रोफाइल सीटों में शामिल कोरबा नगर निगम की सीट के लिए इस बार बीजेपी ने संजू देवी राजपूत को अपना प्रत्याशी बनाया है। साल 2009 से 2014 तक पार्षद रहकर पार्टी और जनता के लिए जमीनी स्तर पर काम करने वाली संजू देवी राजपूत को 10 साल बाद पार्टी ने निगम के सबसे बड़े महापौर पद के लिए चुना है। पूर्वांचल क्षेत्र से आने वाली संजू देवी राजपूत पुलिस परिवार से भी आती है। लिहाजा संजू देवी राजपूत के टिकट के ऐलान होने के बाद से ही पूर्वांचल वासियों के साथ ही पार्टी समर्थकों में खासा उत्साह है।


छत्तीसगढ़ के कोरबा नगर निगम का यह छठवां चुनाव है। पिछले 2 चुनाव की बात करे तो लगातार महापौर की कुर्सी पर कांग्रेस का कब्जा रहा है। ऐसे में निगम की सत्ता से कांग्रेस को बेदखल करने के लिए पार्टी ने इस बार बीजेपी की जमीनी कार्यकर्ता और पूर्व पार्षद संजू देवी राजपूत पर भरोसा जताया है। आपको बता दे इस बार कोरबा नगर निगम की महापौर की सीट सामान्य वर्ग महिला के लिए आरक्षित है। इस सीट से संजू देवी राजपूत के साथ, ओबीसी वर्ग से आने वाली रितु चैरसिया और आरती अग्रवाल प्रबल दावेदार थी। लेकिन पार्टी ने पूर्व पार्षद संजू देवी राजपूत को महापौर का प्रत्याशी घोषित किया है।
संजू देवी राजपूत का राजनीतिक सफर
संजू देवी राजपूत का जन्म 2 फरवरी 1973 को हुआ। पुलिस परिवार में विवाह के बाद समाज सेवा में अग्रणी भूमिका निभाने वाली संजू देवी राजपूत भारतीय जनता पार्टी से जुड़कर राजनीति के क्षेत्र में अपना कदम रखा। आम लोगों की आवाज बनकर स्थानीय मुद्दों को प्रमुखता से सामने लाने के कारण संजू देवी राजपूत को महिला नेत्री के रूप में पहचान मिली। साल 2009 में भारतीय जनता पार्टी ने इसी सक्रियता के आधार पर संजू देवी राजपूत को वार्ड क्रमांक 8 से पार्षद का टिकट दिया। जिसमें जीत दर्ज कर उन्होने क्षेत्र की समस्याओं का निदान कर स्थानीय लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हुई। इसके बाद पार्टी ने उन्हे कोरबा मंडल का मंडल मंत्री के साथ ही भाजपा महिला मोर्चा का जिला कार्य समिति का सदस्य बनाया। सारे दायित्वों को कर्मठता से पूर्ण करने पर मौजूदा वक्त में संजू देवी राजपूत भाजपा महिला मोर्चा की जिला महामंत्री है।
पूर्वांचल के साथ ही पुलिस परिवार से संबंध
कोरबा नगर निगम की महापौर प्रत्याशी संजू देवी राजपूत पूर्वांचल क्षेत्र से होने के साथ ही पुलिस परिवार से है। संजू देवी राजपूत के पति चंद्रमा सिंह राजपूत कोरबा में निरीक्षक के पद पर सेवा देने के साथ ही जांजगीर जिला से रिटायर हुए। वहीं उनके बेटे संजय सिंह राजपूत वर्तमान में मुंगेली जिले में टीआई और साइबर सेल प्रभारी हैं। ऐसे में कोरबा नगर निगम की राजनीतिक समीकरण को समझे तो पूर्वांचल समाज पिछले लंबे समय से बड़े नेतृत्व की मांग करता आ रहा था। लिहाजा बीजेपी के इस निर्णय के बाद आम मतदाता के साथ ही पूर्वांचल समाज का बड़ा वोट बैंक संजू देवी राजपूत के साथ जाने का दावा किया जा रहा है।
कोरबा नगर निगम सीट में क्या है राजनीतिक समीकरण
कोरबा नगर निगम के राजनीति समीकरण को समझे तो यहां पूर्वांचल क्षेत्र की बड़ी आबादी शहरी के साथ ही उपनगरीय क्षेत्र में निवास करती है। ऐसे में पूर्वांचल से आने वाली संजू देवी राजपूत को टिकट मिलने से इसका सीधा फायदा मिलेगा। इसके साथ ही संजू देवी राजपूत की जमीनी स्तर पर सक्रिय राजनीति का भी उनको फायदा मिलेगा। फिलहाल अभी तक कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान नही किया है। अंदर खाने की माने तो निकाय चुनाव से पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने दूरी बना रखी है। वहीं महापौर की टिकट के लिए कांग्रेस में उषा तिवारी का नाम लगभग तय माना जा रहा है। ऐसे में इस बार कोरबा नगर निगम की सीट पर ब्राम्हण बनाम पूर्वांचल के बीच सीधी लड़ाई देखने को मिल सकती है।
कांग्रेस ने 10 सालों में विकास को रोका-संजू देवी
महापौर प्रत्याशी बनाए जाने के बाद संजू देवी ने पार्टी हाईकमान का आभार जताया। उन्होने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि पिछले 10 सालों से निगम में विकास कार्य रुके हुए हैं। जनता परेशान है। उन्होंने निगम की सत्ता बदलते ही सड़क, पानी और बिजली जैसी बुनियादी समस्याओं को प्राथमिकता से हल करने का वादा किया है।