पूर्व राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल का सरकार को ओपन चैलेंज ,बोले -कांग्रेस सरकार में मैं मंत्री था, यदि एक तिनका भी मेरे खिलाफ मिलता है, तो सरकार कार्रवाई करे और मुझे जेल भेज दे …..गर्माई सूबे की राजनीति ,300 करोड़ को लेकर कही यह बड़ी बात ,देखें वीडियो ….

कोरबा । छत्तीसगढ़ में निकाय चुनाव में नामांकन के आखिरी दिन कोरबा में राजनीति गरमा गयी। कांग्रेस की महापौर प्रत्याशी के नामांकन में पहुंचे पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने सूबे की साय सरकार को खुला चैंलेज दे दिया। कांग्रेस के कार्यकाल में हुए कार्यो को लेकर जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि उनके कार्यकाल में जितनी सड़कों का निर्माण हुआ, आज सवा साल होने को है जिले में एक सड़क का टेंडर नही हो सका है। जयसिंह अग्रवाल ने आगे कहा कि…” मैंने एसईसीएल से 300 करोड़ रूपये लिया, अगर छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार में ताकत है,तो आने वाले 5 साल में इस एसईसीएल से 300 क्या 30 करोड़ रूपये लेकर बताये। जयसिंह अग्रवाल यहीं नही रूके उन्होने आगे कहा कि कांग्रेस सरकार में मैं मंत्री था, यदि एक तिनका भी मेरे खिलाफ मिलता है, तो सरकार कार्रवाई करे और मुझे जेल भेज दे।” कोरबा कलेक्टर कार्यालय में जयसिंह अग्रवाल के इस बयान के बाद एक बार फिर सूबे की राजनीति गरमानी तय मानी जा रही है।

छत्तीसगढ़ में निकाय चुनाव को लेकर राजनीति सरगर्मियों के साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। बीजेपी और कांग्रेस के नेता एक-दूसरे के कार्यकाल की कमियों को गिनाकर निगम की सत्ता पर काबिज होने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहे है। कुछ ऐसा ही नजारा आज कोरबा कलेक्टर कार्यालय में देखने को मिला। आज नामांकन दाखिले के अंतिम दिन बीजेपी और कांग्रेस की महापौर प्रत्याशी ने नामांकन रैली के जरिये शक्ति प्रदर्शन किया। बीजेपी की महापौर प्रत्याशी के साथ मंत्री लखनलाल देवांगन नामांकन दाखिल करने पहुंचे थे। वहीं कांग्रेस की प्रत्याशी उषा तिवारी के साथ नेता प्रतिपक्ष डा.चरणदास महंत और पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल नामांकन दाखिल करानेपहुंचे। नामांकन दाखिल करने के बाद जहां मंत्री देवांगन ने जीत का दावा करते हुए निगम में पिछले 10 वर्षो में हुए भ्रष्टाचार की जांच कराने की बात कही।

वहीं कांग्रेस की तरफ से पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए जमकर बयानबाजी की। मीडिया के सवाल पर जयसिंह अग्रवाल ने बताया कि पिछले 10 वर्षो में निगम की सत्ता में कांग्रेस के महापौर द्वारा आम आवाम और शहर के विकास में हर तरह के काम किये गये। उन्होने बताया कि कांग्रेसी एकजुटता के साथ चुनाव लड़ने के लिए मैदान में है। अधिकांश नगर निगम और नगर पालिका में कांग्रेस की जीत होगी। मीडिया ने जब उनसे पूछा कि क्या यह चुनाव जयसिंह बनाम लखनलाल देवांगन होगा। इस पर जयसिंह अग्रवाल ने साफ इंकार करते हुए बताया कि ऐसा नही है लड़ाई दोनों प्रत्याशियों के बीच ही होगी। बीजेपी के भ्रष्टाचार के आरोप पर पलटवार करते हुए जयसिंह अग्रवाल ने सवाल उठाया कि यहां 15 साल तक नगर निगम में बीजेपी की सरकार थी, हम विपक्ष में थे। तब कोरबा की जनता को पीने का पानी नही दे पाये। जब कोरबा नगर निगम में कांग्रेस की महापौर बैठी तब शहर के 50 हजार घरों में नल का कनेक्शन दिया। पिछले 10 वर्षो में सड़को का निर्माण हुआ।

सड़को को लेकर लोगों ने बदनाम करने की कोशिश की। जयसिंह अग्रवाल ने बीजेपी पर सवाल उठाते हुए पूछा कि…“एक साल से कहां है….सरकार का कौन आदमी है, बताईये कौन सा रोड सेंशन कराया। मैंने 83 करोड़ रूपये बरमपुर से दर्री डेम का सेंशन कराया। उसकी किश्त कलेक्टोरेट में जमा है, लेकिन आज तक टेंडर नही निकाल पाये एक साल में। जयसिंह अग्रवाल ने आगे कहा कि….हमने 300 करोड़ रूपये एसईसीएल से लिया। अगर छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार में ताकत है तो आने वाले 5 साल में एसईसीएल से 300 क्या 30 करोड़ लेकर बताये।” मीडिया के सवालों पर जवाब देत हुए जयसिंह अग्रवाल ने दो टूक शब्दों में कहा कि…“भारतीय जनता पार्टी में ताकत है, तो मेरी प्रापर्टी की जांच करवा ले, मेरे हर काम की जांच करवा ले। मैं मंत्री था….और अगर एक तिनका भी मिलता है तो कार्रवाई करे….जेल भेज दे।” कोरबा में पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के इस बयान और सरकार को खुला चैलेंज के बाद निकाय चुनाव की राजनीति गरमा गई है। आपको बता दे इससे पहले तक बीजेपी के नेता और मंत्री लखनलाल देवांगन लगातार पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर हमलावर रहे है। लेकिन आज जिस तरह से जयसिंह अग्रवाल ने बीजेपी के आरोपों पर पलटवार किया है, उससे सूबे की राजनीति एक बार फिर गरमानी तय मानी जा रही है।