कोरबा। कमर्शियल माइनिंग के तहत संचालित पहला कोल ब्लाक विजय सेंट्रल बन सकता है। 11वें दौर की बोली में 8 बड़ी कंपनियों ने ब्लाक हासिल करने दिलचस्पी दिखाई है। जल्द ही प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। 8 बड़ी कंपनियों के बीच कोल ब्लाक को पाने दौड़ है।
पसान क्षेत्र के सेंदुरगढ़ में चिन्हित विजय सेंट्रल कोल ब्लाक लेने 8 कंपनियों ने बोली की पेशकश की है। अब आगे जरूरी प्रक्रिया पूरी होने के बाद विजय सेंट्रल कोल ब्लाक को आबंटित किया जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो यह कमर्शियल माइनिंग से संचालित जिले का पहला कोल ब्लाक होगा। इसके पूर्व करतला के नार्थ और साउथ कोल ब्लाक के साथ ही कोटमेर ब्लाक को भी नीलामी सूची में रखा गया था, मगर किसी भी कंपनी ने बोली की पेशकश नहीं की थी।
कोयला मंत्रालय का नामित प्राधिकरण 11वें दौर के कोल ब्लाकों की नीलामी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 20 खदानों के लिए 46 कंपनियों की बोली मिली है। इसमें जिले के दो कोल ब्लाक सूचीबद्ध किए गए थे। जिसमें से विजय सेंट्रल के लिए बोली की पेशकश की गई है। विजय सेंट्रल कोल ब्लाक के लिए 8 कंपनियों ने बोली की पेशकश की है। जिनमें एसएमएस लिमिटेड, एनआरएसकेएस माइंस एंड मिनिरल प्राइवेट लिमिटे, रूंगटा संस प्राइवेट लिमिटे, एशिया स्ट्रेटेजिक रिसोर्स प्राइवेट लिमिटेड, जय अंबे रोड लाइंस प्राइवेट लिमिटेड, आरएसपीयू माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड, लड्डू गोपाल कर्मिशयल प्राइवेट लिमिटेड वृंदावन सहित जेएमएस कमर्शियल कोल ब्लाक प्राइवेट लिमिटेड शामिल है। 11वें दौर की नीलामी में कोल इंडिया ने भी रूचि दिखाई है। कोल इंडिया की डब्ल्यूसीएल नागपुर ने बोली की पेशकश की है। पहली बार कोल इंडिया की किसी सहायक कंपनी ने कोल ब्लाक लेने में रूचि ली है। इससे पहले की नीलामी में सरकारी और निजी कंपनियां हिस्सा लेती रही हैं। कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनियां नीलामी में शामिल नहीं हुई थी।