दिल्ली। भारत ने अमेरिकी प्रशासन द्वारा कुछ गतिविधियों और फंडिंग के बारे में किए गए खुलासे पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का यह दावा भी शामिल है कि यूएसएआईडी ने भारत के चुनावों को प्रभावित करने के लिए 21 मिलियन डॉलर दिए हैं.
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने इस मामले को “बेहद परेशान करने वाला” बताया है और संभावित प्रभावों की जांच कर रहा है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को कहा, “हमने अमेरिकी प्रशासन द्वारा कुछ यूएसए गतिविधियों और फंडिंग के बारे में दी गई जानकारी देखी है. ये स्पष्ट रूप से बहुत ही परेशान करने वाला है. इससे भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की चिंता पैदा हुई है.
उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग और एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं. जायसवाल ने कहा, “इस समय सार्वजनिक टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी, इसलिए संबंधित अधिकारी जांच कर रहे हैं और उम्मीद है कि हम बाद में इस पर अपडेट दे पाएंगे.”
ट्रंप की टिप्पणी ने भारत में राजनीतिक प्रतिक्रियाओं को जन्म दिया है, जिसमें विपक्षी नेताओं ने अमेरिकी भागीदारी की प्रकृति पर स्पष्टता की मांग की है अमेरिकी सरकार की अंतर्राष्ट्रीय विकास एजेंसी यूएसएआईडी ने अभी तक इस दावे पर कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया है.