उत्तरप्रदेश । 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के साथ प्रयागराज में महाकुंभ का भी समापन हो गया है. दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक महाकुंभ में 65 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे, जबकि शुरुआती अनुमान 40 करोड़ श्रद्धालुओं का था.

45 दिनों तक चले इस महाकुंभ का बहुत बड़ा इकोनॉमी Economy Impact भी देखने को मिला है. महाकुंभ को सफल बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रयागराज की सड़क, फ्लाईओवर, अंडरपास के निर्माण एवं सुधार आदि बुनियादी ढांचे पर करीब 7500 करोड़ रुपए खर्च किए थे. जबकि इस महाकुंभ से 3 लाख करोड़ का कारोबार हुआ और तमाम सेक्टर्स को इसका फायदा मिला.
150 किमी के दायरे के गांव-शहरों को फायदा
महाकुंभ से यूपी की GDP 1% से बढ़ने का अनुमान है. इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सरकार ने रोड, फ्लाईओवर्स और अंडरपास जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए 7500 करोड़ रुपए का निवेश किया था, जिसके चलते 4,000 हेक्टेयर में इन्फ्रास्ट्रक्चर को डेवेलप किया गया. इसका फायदा प्रयागराज के आसपास 150 किमी के दायरे में आने वाले गांव-शहरों को भी मिला.
नौकरियां हुईं जेनरेट
45 दिनों तक चले इस महाकुंभ के चलते 12 लाख गिग या टेम्परेरी नौकरियां जेनरेट हुईं. प्रयागराज जाने वाले तमाम श्रद्धालुओं ने अयोध्या और वाराणसी जैसे आसपास की लोकेशन को भी विजिट किया, जिसके चलते इन लोकेशन पर भी यात्रियों का नंबर बढ़ा. ऐसे में धार्मिक सामग्री और फूलों की करीब 2000 करोड़ और 800 करोड़ की कमाई हुई. 50,000 से ज्यादा QR इनस्टॉल किए गए.
इन सेक्टर्स को मिला फायदा👇
- हॉस्पिटैलिटी और एकॉमोडेशन
- फूड और बेवरेज सेक्टर
- ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक्स
- धार्मिक वस्त्र, पूजा सामग्री, हस्तशिल्प, वस्त्र, परिधान और अन्य उपभोक्ता वस्तुएं
- हेल्थकेयर और वेलनेस सेवाएं
- मीडिया, एडवर्टाइजिंग और एंटरटेनमेंट
- नागरिक सेवाएं
- टेलीकॉम, मोबाइल, एआई-आधारित तकनीक, सीसीटीवी कैमरे और अन्य उपकरण
ट्रैवल और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर्स चमके👇
एयर: लगभग 2800 फ्लाइट्स
ट्रेन: करीब 14000 ट्रेन
बस: बस बुकिंग ऐप पर 35 से 70 गुना बढ़त