कोरबा-दीपका। एसईसीएल के दीपका विस्तार प्रभावित ग्राम मलगांव के ग्रामीणों में भय का माहौल है। इनमें कोयला चोर बनाकर जेल भेज देने का खौफ है। इन्होंने कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को पुनः आवेदन देकर जबरदस्ती बिना मकानों के मुआवजा के SECL दीपका क्षेत्र एवं SDM के द्वारा आदिवासी ग्रामीणों के ऊपर फर्जी एफआईआर कर झूठे मामले में फसाने के संबंध में शिकायत की है। उक्त फर्जी मनमाने कार्य को रोकने एवं मुआवजा, बसाहट, नौकरी की समस्याओं का निराकरण करने का आग्रह कटघोरा विधायक प्रेमचन्द पटेल से मिलकर भी किया गया है।


आवेदन में कहा गया है कि हम ग्रामवासी ग्राम मलगांव तहसील दीपका जिला-कोरबा छ०म० के निवासी है जो कि हमारे ग्राम को SECL दीपका क्षेत्र द्वारा अधिग्रहित किया गया है तथा गांव में मुआवजा देकर गांव को अन्यत्र विस्थापित करना है। लेकिन इसके विपरीत SECL दीपका क्षेत्र एवं SDM कटघोरा तथा KCC कंपनी के मुंशी विकास दुबे के द्वारा पुलिस के सहयोग से ग्राम मलगांव के गरीब आदिवासी ग्रामीणों के ऊपर फर्जी कोयला चोरी का आरोप लगाकर FIR कर ग्रामिणों को आर्थिक एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहें हैं तथा मकानों के बिना मुआवजा के घरों को मशीन से डोजरिंग कर दिया जा रहा है। मकान तोड़ने का विरोध करने पर दीपका पुलिस द्वारा 1-2 बोरी के कोयला चोरी का फर्जी FIR लिखा कर जेल भेज दिया जा रहा है। यहाँ तक की गांव के सामुदायिक भवन तथा आंगनबाड़ी के अहाता को भी तोड़ दिया गया एवं गांव में पानी की पूर्ति हेतु लगे सोलर पंप को तोड़ दिया गया है जिससे हम सभी ग्राम वासियों को पीने हेतु पानी की गर्मी के दिनों में विकराल समस्या हो गया है।
विधायक, कलेक्टर, एसपी से निवेदन किया गया है कि ग्रामवासियों के मुआवजा, बसाहट, नौकरी के समस्याओं को निराकृत करते हुए उक्त मनमानी कार्य एवं फर्जी FIR को रोकने का कष्ट करें व निराकरण नहीं होने की स्थिति में हम सभी ग्रामवासी कलेक्टर कार्यालय में प्रदर्शन करते हुए सभी आदिवासी किसान सामुहिक आत्महत्या करने हेतु बाध्य होंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी एसईसीएल दीपका क्षेत्र एवं राज्य शासन की होगी।