एसईसीएल गेवरा क्षेत्र के अर्जित ग्राम नराईबोध में भू -अधिग्रहण से पहले आंदोलन का ऐलान ,प्रबंधन के रवैये से सब हैरान ….

कोरबा। एसईसीएल गेवरा क्षेत्र के अर्जित ग्राम नराईबोध के किसानो की बसाहट, मकान एवं अन्य परिसम्पतियों के मुआवजा निर्धारण के संदर्भ में आपत्तियों को लेकर आज सोमवार को नरइबोध की पार्षद अमिला पटेल ने ग्रामीणों के साथ एसईसीएल गेवरा जीएम कार्यकाल जाकर ज्ञापन सौंपा।

उनका कहना है कि गेवरा क्षेत्र में अर्जित ग्राम नराईबोध के किसानों की ग्राम स्थित मकान एवं अन्य परिसम्पतियों का सर्वे, नापी से पूर्व प्रबंधन द्वारा मूल किसानो के मुआवजा में किसी तरह की कटौती नहीं करने का आश्वासन दिया गया था किन्तु मुआवजा निर्धारण कर हमें प्राथमिक अवलोकन के लिए बुलाया गया था। मुआवजा निर्धारण से सबंधित जानकारी प्रदान की गयी है जिससे हम सहमत नहीं हैं।
बसाहट के लिए गंगानगर को देने ग्राम वासियों द्वारा मांग किया गया है जिस पर अभी तक कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है।

0 ग्रामवासी आपत्ति दर्ज कराते हुये निम्न कथन करते हैं:-👇

1 .ग्राम नराईबोध को अभी तक बसाहट नहीं दिया गया है।

2.मुआवजा निर्धारण में केन्द्रीय मूल्यांकन बोर्ड में मकान एवं परिसम्पतियों का तय मानक दर से काफी कम निर्धारण किया गया है।

3.कई पीढ़ियों से जिस मकान में निवास कर रहे हैं तथा पारिवारिक बंटवारे से प्राप्त भूमि पर मकान का निर्माण कराये हैं, ऐसे मकानों का अन्य के नाम पर भूमि होने के कारण सोलेशियम नहीं जोड़ा गया है और सहमती पत्र की मांग की जा रही है।

4.जिस जमीन का कई वर्षों पूर्व राजस्व विभाग पटवारी, आरआई द्वारा सीमांकन कर जिसका निजी हक़ की जमीन बताया गया, अब उसे किसी अन्य का अथवा शासकीय भूमि बताया जा रहा है जिसके कारण उसको लाभ नहीं दिया जा रहा है।

5 .परिवार की संख्या बढ़ने व आवश्यकता होने पर, अपने स्वयं के मकान का पुनर्निमाण और विस्तार किये गए मकानों को नया निर्माण बताकर मुआवजा में कटौती कर दिया गया है।

0 अतः समस्त ग्रामवासियों की ओर से विनम्रतापूर्वक मांग करते हैं कि :-

6 .ग्राम नराईबोध को गंगा नगर के पास खाली जगह को या फिर वैशाली नगर के पास खाली जगह कोरबा रोड में जिसमें पूर्व में कन्वेयर बेल्ट लगा हुआ था, जो वर्तमान में खाली पड़ा है उसे बसाहट के लिए सुनिश्चित करें।

7 .ऐसे सभी समस्याओं का निराकरण किया जाए और एकपक्षीय निर्णय लेते हुए मुआवजा में जो भारी कटौती की गयी है, उसको पुनः निर्धारण किया जाये।

8 .ग्राम पटेल, पार्षद, कोटवार आदि से पंचनामा तैयार कर प्रभावितों की समस्याओं का समाधान किया जाए।
पार्षद ने बताया कि उपरोक्त परिस्थितियों को एसईसीएल गेवरा प्रबंधन के समक्ष रखा गया है। मुआवजा निर्धारण में हुई गलतियों को आगामी 07 दिनों में सुधार कर बिना कटौती मुआवजा प्रदान किया जाए अन्यथा हम गाँव को खाली नहीं करेंगे और विरोध में सम्पूर्ण ग्रामवासियों के द्वारा एसईसीएल गेवरा क्षेत्र से कोयला खदान को 19/05/2025 को अनिश्चितकालीन बंद कर आन्दोलन किया जाएगा।