झारखंड । झारखंड में हुए बहुचर्चित शराब घोटाले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने एक और बड़ी गिरफ्तारी करते हुए छत्तीसगढ़ के नामी कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया को रायपुर से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर रांची लाया जा रहा है, जहां उन्हें ACB की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।
ACB की विशेष कोर्ट ने 12 जून 2025 को सिद्धार्थ सिंघानिया के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। इसके बाद से ही ACB की टीम उनकी तलाश में लगी हुई थी। लगातार समन भेजे जाने के बावजूद सिंघानिया पेशी से बचते रहे, जिसके बाद ACB ने छत्तीसगढ़ जाकर दबिश दी और बुधवार को उन्हें रायपुर से गिरफ्तार किया।
क्या है पूरा मामला?👇

सिद्धार्थ सिंघानिया झारखंड सरकार की मई 2022 में लागू हुई नई उत्पाद नीति के प्रमुख सूत्रधारों में से एक माने जाते हैं। उस समय राज्य के उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के प्रधान सचिव विनय कुमार चौबे थे। इस नई नीति में छत्तीसगढ़ मॉडल को आधार बनाकर राज्य में शराब की खुदरा बिक्री का नियंत्रण सरकार ने अपने हाथ में लिया था।
सिंघानिया की कंपनियों ने झारखंड में शराब दुकानों के लिए मैनपावर आपूर्ति का ठेका हासिल किया था। हालांकि, बाद में इन कंपनियों पर नियमों के उल्लंघन और वित्तीय गड़बड़ियों के आरोप लगे, जिसके चलते राज्य सरकार ने इन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया था।
जैसे-जैसे शराब घोटाले की परतें खुलीं, ACB ने सिद्धार्थ सिंघानिया को जांच में शामिल होने के लिए समन जारी किया, मगर वे हर बार पेश होने से बचते रहे। अंततः ACB की टीम ने रायपुर में उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
अब तक 8 गिरफ्तारियां 👇

शराब घोटाले में ACB अब तक 8 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें शामिल प्रमुख नाम हैं:
विनय कुमार चौबे (पूर्व प्रधान सचिव, उत्पाद विभाग)
गजेंद्र सिंह
सुधीर कुमार
सुधीर कुमार दास
नीरज कुमार सिंह
विनय कुमार सिंह
अमित प्रकाश
सिद्धार्थ सिंघानिया (नई गिरफ्तारी)
ACB का मानना है कि सिंघानिया की गिरफ्तारी के बाद घोटाले से जुड़े कई और अहम नामों का खुलासा हो सकता है, और इस संगठित आर्थिक अपराध के जाल को तोड़ने में यह एक निर्णायक कदम साबित हो सकता है।