कोरबा। दक्षिण -पश्चिम मानसून के पूरे प्रदेश में सक्रिय होने की वजह से
बीती रात से जिले में भी झमाझम बारिश हो रही है । सावन माह से एक सप्ताह पहले विदा होते आषाढ़ माह की लगी झड़ी ने जन जीवन को खासा प्रभावित किया है। जहां नदी नाले उफान में है ,वहीं शहर,उपनगर व ग्रामीण अंचलों की सड़कें सरोवर का शक्ल ले चुकी हैं।
लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। शहर की सड़कें तालाब में तब्दील हो गई हैं, और बारिश का पानी न केवल सड़कों पर बल्कि घरों और दुकानों में भी घुस गया है।
कुसमुंडा में तेज बारिश के चलते बायपास रोड लक्ष्मण नाला में पानी पुल से 4 फीट भर गया है, जिससे आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, कई घरों में ही फंसे रह गए हैं।

तेज बहाव के चलते कुचेना पुल पूरी तरह से टूट गया है, एक स्कॉर्पियो फंस गई है, और कबीर चौक पर एक पेड़ धराशाई होकर गिर गया है। सड़कों पर चलना भी जोखिम भरा हो गया है।
प्रशासन की ओर से अब तक जल निकासी को लेकर कोई तात्कालिक समाधान नहीं किया गया है, जिससे लोगों में नाराजगी देखी जा रही है। इस बारिश ने नगर परिषद की तैयारियों और मानसून से पहले किए गए इंतजामों की पोल खोल दी है।

बालको जोन के वार्ड क्रमांक 39 और 40, के बीच अम्बिका मंदिर क्षेत्र का मुख्यमार्ग जलमग्न हो गया है। सडक के एक तरफ नाली निर्माण नहीं होने से यह स्थिति निर्मित हुई है।