जांजगीर चाम्पा। छत्तीसगढ़ के कई जिलों में शिक्षकों की कमी ने अभिभावकों को विरोध जताने पर मजबूर कर दिया है।जांजगीर चाम्पा जिले के पामगढ़ विकास खंड के मेउगांव में भी ऐसा ही नजारा मंगलवार को दिखा। जहाँ 2015 से पदस्थ गणित विषय की महिला शिक्षका ने संबंधित स्कूल में आज तक आमद नहीं दी। 9 साल में एक बार भी शिक्षिका के दर्शन तक नहीं होने एवं बच्चों की चौपट हो रही अध्यापन व्यवस्था से नाराज अभिभावकों ने बच्चों के साथ मिलकर स्कूल के गेट पर ही ताला जड़ दिया। घटना सोशल मीडिया के जरिए वायरल होते ही शिक्षा महकमे में हड़कम्प मच गया। बीईओ ने तत्काल मौके पर पहुंच वस्तुस्थिति की जानकारी देकर आदिम जाति कल्याण विभाग के हॉस्टल अधीक्षिका के पद पर प्रतिनियुक्ति में गईं शिक्षिका को वापस करने पहल करने आश्वस्त किया तब कहीं जाकर आक्रोशित अभिभावक शांत हुए।

स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों और परिजनों का कहना है कि जब शिक्षक ही पढ़ाने नहीं आएंगे तो बच्चे कैसे पढ़ेंगे। नाराज परिजनों ने स्कूल के गेट पर ताला लगातार शिक्षा विभाग के खिलाफ नारेबाजी भी की। परिजनों का कहना था कि उस तरह से अगर शिक्षक स्कूल से गायब रहेंगे तो उनके बच्चे का क्या भविष्य बनेगा। पालकों ने कहा कि जल्द ही स्कूल में शिक्षक की व्यवस्था की जाए।
अभिभावकों ने गणित की शिक्षिका की मनमानी से परेशान होकर शिक्षिका रमशीला कश्यप पर कार्रवाई की भी मांग की है। नाराज पालकों ने अधिकारियों से कहा कि वो तत्काल शिक्षिका को स्कूल में बुलाएं और बच्चों की क्लास लेने को कहें।
मौके पर पहुंचे ब्लॉक शिक्षा अधिकारी👇

स्कूल में तालाबंदी की खबर मिलते ही मौके पर पामगढ़ ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मौके मे पहुंचे। बीईओ ने अभिभावकों से पूरी बात की जानकारी ली और कहा कि उनकी मांगों पर ध्यान दिया जाएगा। अभिभावकों द्वारा बताया गया कि शिक्षिका रमशीला कश्यप की नियुक्ति 2015 में की गई लेकिन वो आज तक यहां पढ़ाने नहीं आईं।ग्रामीणों की शिकायत के बाद ब्लाक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षिका से फोन पर जवाब तलब किया।
जल्द होगी मैडम की वापसी”👇
ब्लाक शिक्षा अधिकारी एम एल कौशिक ने बताया कि ग्रामीणों की मांग पर अब आदिम जाति विभाग को पत्राचार कर मैडम को हॉस्टल अधिक्षिका के पद से मुक्त करने के लिए कहा गया है, साथ ही मैडम रमशीला कश्यप अब स्कूल में गणित विषय पढ़ाएंगी।।
वर्सन
प्रतिनियुक्ति में हास्टल अधिक्षिका के पद में भेजा गया था
शिक्षिका रमशीला कश्यप को पूर्व माध्यमिक शाला मेउ में पदस्थापना के बाद से उन्हें आदिम जाति विभाग मे प्रतिनियुक्ति में हास्टल अधिक्षिका के पद में भेजा गया था।जिसके कारण शिक्षिका पढ़ाने नहीं आ रही थीं
एम एल कौशिक, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी
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