ओडिशा : यौन उत्पीड़न की शिकार छात्रा की शिकायत खारिज,व्यथित छात्रा ने किया आत्मदाह ,क्राइम ब्रांच ने शुरू की जांच ,पिता ने इन पर लगाया आरोप ….

ओडिशा। ओडिशा के बालासोर में एक निजी कॉलेज की छात्रा ने यौन उत्पीड़न से परेशान होकर आत्मदाह कर लिया, जिसकी जांच अब क्राइम ब्रांच कर रही है. छात्रा ने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि कॉलेज की आंतरिक जांच समिति ने उसकी शिकायत को ‘खारिज’ कर दिया था.

फकीर मोहन ऑटोनॉमस कॉलेज में बीएड कर रही 20 वर्षीय यह छात्रा सोमवार रात एम्स भुवनेश्वर में जिंदगी की जंग हार गई. उसने कुछ दिन पहले ही कॉलेज परिसर में खुद को आग लगा ली थी, जब विभागाध्यक्ष द्वारा बार-बार किए जा रहे यौन उत्पीड़न की उसकी शिकायतें प्रिंसिपल और कॉलेज अधिकारियों द्वारा अनसुनी कर दी गईं. छात्रा 90 प्रतिशत जल चुकी थी.

क्राइम ब्रांच की जांच और विरोधाभासी बयान 👇

ओडिशा क्राइम ब्रांच के डीजी विनयतोष मिश्रा ने रविवार को बालासोर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि इस मामले में गवाहों के बयानों में विसंगतियां हैं. उन्होंने कहा, ‘कॉलेज अधिकारियों ने उसकी शिकायत पर कार्रवाई की थी और एक आंतरिक जांच की गई थी. लेकिन आंतरिक जांच टीम ने उसकी शिकायत को वैध नहीं ठहराया. उसका यह अत्यधिक कदम उसकी शिकायत के ‘अमान्य’ होने की प्रतिक्रिया थी.’

मिश्रा ने आगे कहा, ‘सोशल मीडिया पर, समिति के सामने और पुलिस को दिए गए लोगों के बयानों में एक ही व्यक्ति के बयान में भी असंगतियां हैं. सही निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए हर बयान का गहन विश्लेषण आवश्यक है.’

क्राइम ब्रांच की क्राइम अगेंस्ट वीमेन एंड चिल्ड्रन विंग (CAW&CW) छात्रा के यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच कर रही है. छात्रा द्वारा आत्मदाह का प्रयास करने के पांच दिन बाद, 17 जुलाई को क्राइम ब्रांच ने जांच अपने हाथ में ली थी.

डीजी मिश्रा ने बताया, ‘लड़की ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद कॉलेज अधिकारियों ने एक समिति का गठन किया और जांच की. उस समिति ने लगभग 80-90 लोगों के बयान दर्ज किए. रिपोर्ट आने के बाद, लड़की प्रिंसिपल से मिलने गई और उसके बाद क्या हुआ, यह स्पष्ट नहीं है.’

पिता ने प्रिंसिपल को ठहराया जिम्मेदार👇

छात्रा ने प्रिंसिपल से मिलने के तुरंत बाद शनिवार को खुद को आग लगा ली थी. उसके पिता ने अपनी बेटी की इस दुर्दशा के लिए प्रिंसिपल को जिम्मेदार ठहराया है, जबकि उसकी मां ने दोषियों के लिए मौत की सजा की मांग की है. शीर्ष पुलिस अधिकारी ने आश्वासन दिया है कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी निर्दोष व्यक्ति दोषी न ठहराया जाए और एक स्वतंत्र व निष्पक्ष जांच की जाएगी. कॉलेज के कर्मचारियों और प्रशासन के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं, जबकि क्राइम ब्रांच यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या पीड़िता को यह चरम कदम उठाने के लिए उकसाया गया था.

प्रिंसिपल गिरफ्तार, विपक्ष का हंगामा👇

इस घटना को लेकर आक्रोश के बीच, फकीर मोहन ऑटोनॉमस कॉलेज के प्रिंसिपल दिलीप कुमार घोष को छात्रा के आत्मदाह के प्रयास के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. एक स्थानीय अदालत ने उन्हें इस मामले में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इस घटना पर मचे हंगामे के बीच, सत्तारूढ़ भाजपा को विपक्षी दलों से कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है, जिन्होंने भुवनेश्वर और बालासोर में विरोध प्रदर्शन किए और राज्य में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सरकार की विफलता के लिए उसे दोषी ठहराया.