IFS पर भ्रष्टाचार के लगे गंभीर आरोप… कई जांच लंबित , उच्च अधिकारी कर रहे बचाने का …

कोरबा । वन मंडल कटघोरा में पदस्थ रहे पूर्व डी एफ ओ पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप, लगे है। शिकायत के बाद भी करवाई न होने से उच्च अधिकारियो बचाने के प्रयास का भी आरोप लग रहा है।

2005 बैच के आई.एफ.एस. जगदीशन के ऊपर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगते रहे हैं पर अपनी पहुंच और पावर से बीजेपी शासन में बचते रहे । आश्चर्य की बात हैं कांग्रेस के सत्ता में ईमानदार वन मंत्री की एंट्री हुई बावजूद इसके जांच की जहमत नहीं उठा पा रहे है। कटघोरा वनमंडल में पदस्थआई.एफ.एस.जगदीशन के ऊपर DFO रहते वानिकी कार्यो और समान खरीदी में 10 करोड़ के गबन का आरोप हैं।
शिकायत कर्ता के मुताबिक मजदूर के खाते में भारी भरकम राशि डालकर पैसे पैसा निकाला गया। शिकायतकर्ता दिनेश पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष छत्तीसगढ़ अखिल भारतीय जन सहयोग संस्थान के द्वारा मुख्यमंत्री को सन 2018 में शिकायत और एफ आई आर दर्ज कराने की गई थी। मुख्यमंत्री निवास से बकायदा प्रधान मुख्य वन संरक्षक को इसकी जांच के लिए पत्र भी जारी हुआ। इसके लिए मुख्य वन संरक्षक बिलासपुर को वरिष्ठ ऑफिस से पत्र जारी हुआ। इसके लिए वन मंडल कोरबा को जांच के लिए लिखा गया, और आज तक जांच नहीं हो पाई। वन मंडल कोरबा से दर्जनों बार कटघोरा वन मंडल को दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए पत्र जारी हो चुका हैं पर कटघोरा वन मंडल के द्वारा जानकारी नहीं दी जा रही हैं। इसी से भ्रष्टाचार सिद्ध हो जाता हैं। आखिर इतने गंभीर आरोप के जांच होने में 3 साल कैसे लग रहे है।चर्चा यह भी हैं कि आई.एफ.एस. जगदीशन रायपुर के धरमपुरा में 3-4 करोड़ का आलीशान बंगला बनवा रखे हैं। शिकायत में ये भी लिखा हैं कि तमिलनाडु के गृह जिले में भी परिजनों के नाम पर करोड़ों की संपत्ति खरीद रखी हैं। छत्तीसगढ़ से धन कमा कर तमिलनाडु लेे जाने की बात कर रहे है।