दुर्ग। जमीन घोटाला मामले में बड़ा एक्शन हुआ है। दुर्ग जिले में पदस्थ 2 पटवारी को निलंबित कर दिया गया है, वहीं 7 से अधिक पटवारी का तबादला आदेश जारी हुआ है।
दरअसल छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर शासकीय जमीनों को निजी लोगों के नाम दर्ज कर घोटाले की शिकायत आयी थी। प्रशासन की जांच में पता चला कि मुरमुंदा के अलावा पाटन पटवारी हल्के के भी दो गांव मोतीपुर और सकरा में इसी तरह की गड़बड़ी की गई है।

दोनों ही पटवारी हल्का में करीब 765 एकड़ शासकीय व निजी भू स्वामी जमीनों का बोगस खसरा नंबर जारी कर निजी लोगों के नाम पर चढ़ा दिया गया है. मुरमुंडा पटवारी हल्के के आछोटी गांव की शासकीय जमीनों पर दो व्यक्तियों के नाम लाखों रुपए लोन भी जारी कर दिए गए हैं.
NIC की जांच में पता चला है कि मुरमुंदा पटवारी कृष्ण कुमार सिन्हा और पाटन पटवारी मनोज नायक की आईडी से गड़बड़ी हुई। इन दोनों को निलंबित कर दिया गया है। जांच की प्रक्रिया पूरी होने के बाद मामले में FIR भी दर्ज करवाई जाएगी. इस मामले में 50 से ज्यादा लोगों की भूमिका संदिग्ध है। जल्द ही इस मामले में अभी और भी एक्शन देखने को मिल सकता है।