चंडीगढ़। पहले लैंड पूलिंग, फिर मनीष सिसोदिया के बयान और अब मुख्यमंत्री की तामिलनाडू यात्रा को लेकर विपक्ष ने भगवंत मान को घेरा है। पंजाब के अधिकांश जिले इस समय बाढ़ की चपेट में है और पहाड़ों और मैदानों पर हो रही भारी बारिश के कारण तीनों डैमों से पानी छोड़ा जा रहा है जिस कारण अधिकांश जिलों में नदियां तटों को तोड़कर खेतों में घुस गई हैं। मात्र एक महीने बाद पकने वाली धान की फसल पूरी तरह से उसकी चपेट में आ चुकी है जहां पानी खेतों में घुस गया है। कई इलाकों में यह गांव में घरों आदि में भी घुस गया है।

दूसरी ओर , मुख्यमंत्री के तामिलनाडू में होने को लेकर विपक्ष ने उनकी तीखी आलोचना की है। प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा कि अपने बाढ़ प्रभावित राज्य को उसकी किस्मत हाल पर छोड़कर दक्षिण में तमिलनाडु के चेन्नई में स्कूली बच्चों के लिए नाश्ते की योजना का उद्घाटन कर रहे हैं।
👉‘व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी आवश्यक’
उन्होंने कहा कि पंजाब में भारी बाढ़ के कारण उत्पन्न आपातकालीन स्थिति को देखते हुए, मुख्यमंत्री के लिए व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भारी बारिश की चेतावनी के बीच कोई तैयारी न करके आप सरकार ने पंजाब के लोगों को पूरी तरह से विफल कर दिया है।
उन्होंने कहा कि बाढ़ ने पूरे पंजाब में, खासकर सतलुज और ब्यास नदी के किनारे के इलाकों में, आशंका से कहीं ज़्यादा तबाही मचानी शुरू कर दी है। यह राजनीति करने का समय नहीं है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि सरकार और उसके द्वारा संचालित प्रशासन को जवाबदेह नहीं ठहराया जाना चाहिए।
👉सुखबीर बादल ने भी साधा निशाना
शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने इस बात पर हैरानी व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान लोगों की दुख और परेशानी से बेखबर हैं और ऐसे समय में अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने में व्यस्त हैं जब राज्य के लोग बाढ़ के पानी से जूझ रहे हैं।