चंडीगढ़। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नरों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक कर बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने इस दौरान स्पेशल गिरदावरी के निर्देश भी दिए। पत्रकारों से बातचीत कहते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कैबिनेट पहले ही फसल के लिए 20,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने का फैसला कर चुकी है। उन्होंने कहा कि जहां पर 100 फीसदी फसल खराब हुई हैं, वहां पर तो एक माह के भीतर ही मुआवजा दे दिया जाएगा। बाकी विशेष गिरदावरी होने के उपरांत दीपावली से पहले किसानों को चैक दिया जाएगा।

विशेष गिरदावरी को 40 से 45 दिन लग सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, लेकिन इस दौरान न तो मैं चैन से सोऊंगा और न ही किसी अधिकारी को सोने दूंगा। वहीं, मुख्यमंत्री ने बताया कि जिन किसानों के खेतों में रेत और मिट्टी आ गई है, उसे हटाने के लिए सरकार जेसीबी खरीदेगी। अपने सरकारी आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गिरदावरी के उपरांत किसानों को एक सप्ताह का समय आपत्तियों के लिए भी दिया जाएगा। क्योंकि अक्सर यह देखने को मिलता हैं कि जो प्रभावशाली लोग होते हैं उनके फार्म तो भर जाते हैं लेकिन छोटे किसानों को फार्म नहीं भरे जाते। इसलिए सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि ऐसी शिकायत आने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बाढ़ को लेकर उन्होंने कहा कि अब केवल घग्गर नदी ही चढ़ी हुई हैं लेकिन उसका नुकसान पंजाब में नहीं है। इसके बावजूद एक लाख बोरी मिट्टी भरकर रखी गई हैं। 2 लाख बोरियों में मिट्टी भरने का काम जारी है। ड्रोन के जरिए सरकार मैपिंग कर रही है।