रायपुर। छत्तीसगढ़ में आंदोलनरत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के 25 अधिकारी कर्मचारियों के बर्खास्तगी के बावजूद आक्रोशित हड़ताली NHM के संविदा कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। आज राजधानी रायपुर में प्रदेश भर से आए एनएचएम कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन करते हुए अपनी आवाज बुलंद की। साथ ही 16 हजार कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। जिससे प्रदेश में हड़कम्प मच गया है। NHM कर्मचारियों पर कार्रवाई की रणनीति सरकार पर ही भारी पड़ गई।
ट्रेड यूनियन कौंसिल छत्तीसगढ़ के प्रांत अध्यक्ष गुलाब कमरो ने भी अपना समर्थन इन्हें देते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर मोदी की गारंटी पूरा करने की मांग की है।

स्वास्थ्य मितानिन (आशा) कर्मियों के संबंध में चुनावी घोषणा पत्र 2023 में मितानिन कार्यक्रम की घोषणा एवं उनकी सभी मांगें जायज होने से उनको पूरा करने की मांग करते हुए गुलाब कमरो ने कहा है कि:-
👉चुनावी घोषणा पत्र 2023 में किया गया वादा मितानिन कार्यक्रम में कार्यरत मितानिन, मितानिन प्रशिक्षक, हेल्प डेस्क फैसिलिटेटर, ब्लाक कोऑर्डिनेटर को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एन.एच.एम.) अंतर्गत संविलियन के वादे को पूरा करें।
👉चुनावी घोषणा पत्र 2023 में किया गया वादा मितानिन कार्यक्रम में कार्यरत मितानिन, मितानिन प्रशिक्षक, हेल्प डेस्क फैसिलिटेटर एवं ब्लाक कोऑर्डिनेटर के वेतन क्षतिपूर्ति में 50 प्रतिशत वृद्धि किया जाएगा शासन यह वादा पूरा करें।
👉मितानिन कार्यक्रम में कार्यरत मितानिन, मितानिन प्रशिक्षक, हेल्प डेस्क फैसिलिटेटर एवं ब्लाक कोऑर्डिनेटर एन.जी.ओ. अंतर्गत कार्य नहीं करेंगे। शासन ठेका प्रथा बंद करे।
👉गुलाब कमरो ने कहा है कि जायज सभी मांगों को अतिशीघ्र पूरा करना शासन का कर्तव्य है, जिनका चुनाव 2023 में आपकी पार्टी द्वारा वादा भी किया गया। मांगे अभी तक पूरी न कर वादा खिलाफी हो रही है।
👉16 हजार NHM कर्मियों के इस्तीफे की पुष्टि
इधर, हड़ताल के 16वें दिन मंगलवार को प्रदेशभर के करीब 16,000 NHM कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया है। यह घटनाक्रम तब सामने आया है जब सरकार और कर्मचारियों के बीच वार्ता विफल रही और विवाद बढ़ता चला गया।
बता दे कि हड़ताल के शुरुआती दौर में सरकार ने बातचीत की पहल करते हुए कर्मचारियों की 10 में से 5 मांगें मान ली थीं, लेकिन बाकी मांगों को लेकर गतिरोध बना रहा। आंदोलन खत्म न होने पर सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए 25 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया, जिसमें संगठन के प्रदेश संरक्षक हेमंत सिन्हा और महासचिव कौशलेश तिवारी जैसे प्रमुख नाम भी शामिल हैं। इसके बाद आंदोलन और भड़क गया।
जिला NHM संघ के संगठन मंत्री अमन दास ने सामूहिक इस्तीफे की पुष्टि की है। वहीं रायपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ मिथिलेश चौधरी ने बताया कि इस्तीफों का ज्ञापन प्राप्त हुआ है, लेकिन अब तक उसे स्वीकार नहीं किया गया है।