नाराज आदिवासी किसानों ने 1 मार्च से कलेक्टोरेट के सामने भूख हड़ताल की दी थी चेतावनी, करतला ब्लाक के सलिहाभांठा,पकरिया का मामला
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा ।राजस्व कार्यों के संपादन के एवज में ग्रामीणों से मोटी रिश्वत लेकर सालों तक काम लटकाने वाले करतला विकासखण्ड के हल्का नंबर 7 ग्राम पंचायत सलिहाभांठा ,हल्का नंबर 8 पकरिया में पदस्थ पटवारी विकास कुमार जायसवाल को आखिकरकार जिला प्रशासन ने हटा दिया है । अपर कलेक्टर ने जांच प्रतिवेदन के आधार पर पटवारी का करतला तहसील से स्थानांतरण कर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कटघोरा के विकल्प पर पदस्थ कर दिया है । इसके साथ ही शिकायतकर्ता किसानों ने 1 मार्च से कलेक्टोरेट के सामने प्रस्तावित भूख हड़ताल वापस ले लिया है ।
यहाँ बताना होगा कि करतला विकासखण्ड के हल्का नम्बर 7 सलिहाभांठा , हल्का नंबर 8 पकरिया के आदिवासी ग्रामीणों ने 8 फरवरी को क्लेक्टरोरेट पहुंचकर फौती नामान्तरण काटने ,चौहद्दी बनाने , रजिस्ट्री प्रमाणीकरण ,रिकार्ड दुरुस्तीकरण के नाम पर पिछ्ले 2 साल से पदस्थ पटवारी विकास कुमार जायसवाल पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाया था । पटवारी ने 5 हजार रुपए से 20 हजार रुपए तक की रिश्वत ली थी । उक्त मामले को हसदेव एक्सप्रेस ने प्रमुखता से उठाया था। मामले में कलेक्टर किरण कौशल के निर्देश पर जांच टीम गठित की गई थी । सहायक अधीक्षक भू -अभिलेख सह नजूल अधिकारी हरिशंकर यादव,सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख सुश्री पूजा अग्रवाल के साथ राजस्व निरीक्षक खिलेश्वर लकड़ा को जांच दल में शामिल किया गया था । जांच दल ग्राम पंचायत भवन पकरिया पहुंचकर दोनों ग्राम के शिकायतकर्ताओं का बयान कलमबद्ध किया था । जिसमें नजूल अधिकारी के समक्ष शिकायतकर्ताओं सहित अन्य ग्रामीणों ने अपना बयान दर्ज कराया था । जिसमें ग्रामीणों ने पटवारी का अन्यत्र स्थानांतरण कर उचित कार्यवाई किए जाने की बात कही थी । जांच अधिकारी ने प्रतिवेदन आवश्यक कार्यवाई हेतु सक्षम अधिकारी की ओर जांच दिवस के दूसरे दिन ही प्रस्तुत कर दिया था ।लेकिन प्रकरण में 10 दिन बाद भी कार्यवाई नहीं हुई थी । जिससे नाराज ग्रामीणों ने 22 फरवरी को कलेक्टोरेट पहुँचकर पुनः ज्ञापन सौंपा था। जिसमें आदिवासी किसानों ने पटवारी को 28 फरवरी तक हटाए जाने निलंबित किए जाने की बात कही थी । कार्यवाई नहीं होने की सूरत में आदिवासी किसानों ने 1 मार्च से कलेक्टोरेट के सामने भूख हड़ताल की चेतावनी दी थी । जिसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया। तत्काल जांच प्रतिवेदन सक्षम अधिकारी को प्रस्तुत किया गया। जिसके आधार पर अपर कलेक्टर प्रियंका ऋषि महोबिया ने पटवारी को करतला तहसील से हटाकर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कटघोरा कार्यालय के विकल्प के पद पर पदस्थ कर दिया है ।
परिवीक्षा अवधि में है पटवारी ,इसलिए नहीं किए बड़ी कार्यवाई
बताया जा रहा है कि पटवारी परिवीक्षा अवधि में है । इस दौरान गम्भीर शिकायत की पुष्टि होने पर सेवा समाप्ति तक का प्रावधान रहता है । यही वजह है कि पटवारी को हटाकर बड़ी कार्यवाई से बचा लिया गया। प्रशासन ने गम्भीर शिकायतों की जगह प्रशासनिक दृष्टिकोण से स्थानांतरण कर दिया । जिससे ग्रामीण खफा हैं । प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं ।