कोरबा-कटघोरा-पोड़ी उपरोड़ा। कार्यालय कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग कोरबा के द्वारा किया गया तबादला आदेश क्रियान्वित नहीं हो रहा है। इसके विपरीत रिटायर्ड कर्मी की सेवा लिया जाना पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है।
जानकारी के मुताबिक कार्यालयीन आदेश क्र. 2756/स्था./ग्रा.यां. सेवा / दिनांक 03.07.2025 के तहत् पियूषकांन्त जायसवाल, सहायक ग्रेड-03, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा उपसंभाग कटघोरा को ग्रामीण यांत्रिकी सेवा उपसंभाग पोडीउपरोडा में कार्य करने हेतु आदेशित किया गया। उक्त आदेश में संशोधन करते हुए पियूषकान्त जायसवाल, सहायक ग्रेड-03 को ग्रामीण यांत्रिकी सेवा उपसंभाग कटघोरा एवं महेश राम विश्वकर्मा, समयपाल को कार्यालयीन व्यवस्थांतर्गत आगामी आदेश पर्यन्त ग्रामीण यांत्रिकी सेवा उपसंभाग पोडीउपरोड़ा में कार्य करने हेतु आदेशित किया गया। 29 अगस्त 2025 को कार्यपालन अभियंता ए.के. जोगी द्वारा जारी यह आदेश तत्काल प्रभावशील होना था किंतु डेढ़ माह के बाद भी महेश राम विश्वकर्मा को पोड़ी उपरोड़ा में ज्वॉइन करने नहीं दिया गया है।इस गंभीर प्रशासनिक अव्यवस्था के संदर्भ में फिलहाल कार्यपालन अभियंता ए. के.जोगी.का पक्ष नहीं आ सका है।
👉नियम कायदे कागजों में ,चल रही मनमानी

कार्यालय सूत्र बताते हैं कि यहां पदस्थ प्रभाकर पाठक सहायक ग्रेड-2 के रिटायर होने के बाद वहां पर कार्यपालन अभियंता ने पीयूष कांत जायसवाल का पोस्टिंग किया लेकिन रिटायर होने के बाद भी प्रभाकर पाठक के प्रभाव में आकर पीयूष कांत को ही हटा दिया गया और वे वापस कटघोरा लौट आये। इसके बाद कार्यपालन अभियंता जोगी ने संशोधित आदेश में महेश विश्वकर्मा को पोड़ी उपरोड़ा में पदस्थ किया लेकिन उनको भी चार्ज नहीं मिला है।
👉 किस हैसियत से बैठ रहे पाठक

बताया जा रहा है कि प्रभाक पाठक यहाँ रिटायर के बाद भी बैठ रहे हैं और बाकायदा उनके नाम का बोर्ड भी टेबल पर नजर आता है। उन्हें दैनिक वेतन भोगी के रूप में रखे जाने की बात कही जा रही है लेकिन क्यों? जबकि वहां पर स्टाफ की कोई कमी नहीं और महेश विश्वकर्मा की पदस्थापना की गई है। अब, इन्हें प्रभार देने की बजाय घुमाया जा रहा है। ऐसे में शीर्ष अधिकारी के आदेश का पालन और अधीनस्थ रिटायर कर्मी की मनमानी निःसन्देह चिंता और कार्रवाई का विषय है।