CG : सौम्या चौरसिया ने 50 करोड़ की अवैध संपत्ति अर्जित की ,आय से 1872% अधिक निवेश के मामले में EOW ने 8,000 पृष्ठों का चालान पेश किया……

रायपुर। ईओडब्ल्यू ने राप्रसे की निलंबित अफसर सौम्या चौरसिया के खिलाफ एक और आरोप पत्र दाखिल किया है। विशेष कोर्ट में पेश इस चार्जशीट में ईओडब्ल्यू ने सौम्या पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप लगाए हैं। 08 हजार पन्नों के इस चालान में ब्यूरो ने 50 करोड़ की अवैध संपत्ति होने का खुलासा किया है।

सौम्या चौरसिया ने इस अवैध आय से 45 बेनामी संपत्ति बनाई है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल की उप सचिव रही सौम्या चौरसिया को 450 करोड़ के कोल लेवी मनी लांड्रिंग मामले में पहले ईडी और फिर ईओडब्ल्यू ने गिरफ्तार किया था। करीब 2 वर्ष तक जेल में रहने के बाद सौम्या चौरसिया 3 माह पहले ही जमानत पर रिहा हुईं है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सौम्या चौरसिया छत्तीसगढ़ से बाहर बैंगलुरु में रह रही हैं और वहीं से पेशियों में आ रही है।

जानकारी के अनुसार आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) के द्वारा अपराध क्रमांक 22/2024 धारा 13 (1) (बी), 13(2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (यथासंशोधित 2018) के तहत् राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का प्रकरण दर्ज किया गया था।

कोयला, डी.एम.एफ. एवं अन्य प्रकरणों में कथित रूप से संलिप्त रही तत्कालीन उप सचिव सौम्या चौरसिया के विरुद्ध भ्रष्ट माध्यमों से अर्जित अवैध आय से संबंधित इस प्रकरण में, ब्यूरो द्वारा दिनांक 14.10.2025 को विशेष न्यायालय (भ्र.नि.अ.) रायपुर में लगभग 8,000 पृष्ठों का अभियोग पत्र (चार्जशीट) प्रस्तुत किया गया है।

अभियोग पत्र के अनुसार, सौम्या चौरसिया द्वारा अपने परिवार एवं अन्य व्यक्तियों के नाम पर लगभग 45 अचल संपत्तियों में बेनामी निवेश किया जाना पाया गया है। ब्यूरो की जांच में यह प्रमाणित हुआ है कि सौम्या चौरसिया ने पद पर रहते हुए लगभग 49,69,48,298/- (उनचास करोड़ उनहत्तर लाख अड़तालीस हजार दो सौ अट्ठानवे) रुपये की अवैध कमाई की है।

विदित हो कि वर्ष 2008 बैच की राज्य प्रशासनिक सेवा अधिकारी सौम्या चौरसिया की प्रथम पदस्थापना डिप्टी कलेक्टर, कार्यालय कलेक्टर जिला बिलासपुर में हुई थी। इसके पूर्व वे वर्ष 2005 में लेखाधिकारी के रूप में कार्यरत थीं। वर्ष 2019 में वे मुख्यमंत्री कार्यालय में उप सचिव के पद पर पदस्थ हुई थीं।

अपने 17 वर्ष के सेवाकाल में सौम्या चौरसिया एवं उनके परिवार की वैध आय लगभग 2,51,89,175/- (दो करोड़ इक्यावन लाख नवासी हजार एक सौ पचहत्तर रुपये) पाई गई, जबकि उनके द्वारा लगभग 50 करोड़ रुपये की अवैध आय को विभिन्न संपत्तियों में निवेश करना पाया गया। इस प्रकार सौम्या चौरसिया द्वारा अपने सम्पूर्ण सेवाकाल में 1872.86 प्रतिशत अधिक अवैध आय अर्जित की गई है।

आपको बता दें कि ब्यूरो के इतिहास में आय से अधिक संपत्ति का यह अब तक का सबसे बड़ा प्रकरण है। जांच से यह भी स्पष्ट हुआ है कि सौम्या चौरसिया द्वारा संपत्तियों में अवैध धन का सर्वाधिक निवेश वर्ष 2019 से 2022 के बीच किया गया।