कोरबा। जिला प्रशासन ने मानिकपुर डिपरापारा क्षेत्र में शासकीय भूमि पर किए गए अवैध कब्जों को हटाने की बड़ी कार्रवाई की है। इस अभियान के तहत प्रशासन ने कांग्रेस के पूर्व पार्षद सीताराम चौहान, लक्ष्मण लहरे, राजू सिमोन और सोनू जैन के खिलाफ कार्यवाही करते हुए भूमि को कब्जा मुक्त कराया है।
एसडीएम सरोज महिलांगे ने बताया कि शासकीय भूमि पर अवैध कब्जों को लेकर लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं। इन शिकायतों की जांच के बाद प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर कब्जा हटवाया। उन्होंने कहा कि अब इस भूमि का सदुपयोग सार्वजनिक कार्यों के लिए किया जाएगा।
हालांकि, इस पूरे प्रकरण में अब एक नया मोड़ सामने आया है। कोरबा पुरानी बस्ती निवासी शत्रुघ्न सिंह राजपूत ने कलेक्टर से शिकायत कर दावा किया है कि जिस भूमि को सरकारी बताया जा रहा है, वह दरअसल उनकी पुश्तैनी संपत्ति है।

शत्रुघ्न सिंह राजपूत का कहना है कि यह भूमि उनके परिवार के कब्जे और उपयोग में रही है और इसके सभी राजस्व दस्तावेज उनके नाम दर्ज हैं। उन्होंने उच्च न्यायालय के एक आदेश का हवाला देते हुए कहा कि कोर्ट ने भूमि को यथास्थिति में उनके नाम दर्ज रखने का निर्देश दिया था।

राजपूत ने आरोप लगाया है कि कुछ जमीन दलालों और भ्रष्ट राजस्व अधिकारियों की मिलीभगत से इस भूमि को गलत तरीके से शासकीय मद में दर्ज किया गया और अब उसे बेचे जाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि भूमि की राजस्व अभिलेखों की जांच कर सत्यता स्पष्ट की जाए और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, भूमि से संबंधित विवाद की जांच अब राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को सौंप दी गई है। स्थिति स्पष्ट होने तक प्रशासन ने संबंधित भूमि पर नए निर्माण या बिक्री पर रोक लगा दी है।
