बिलासपुर । छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नायब तहसीलदार को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। अधिकारी पर आरोप है कि उसने एक किसान से उसकी मां की मौत के बाद फौती रिकॉर्ड दर्ज कराने के लिए 1.20 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। शिकायत मिलने के बाद ACB ने जाल बिछाया और सोमवार को तहसीलदार को 50 हजार रुपये लेते हुए पकड़ा।
जानकारी के मुताबिक, आरोपी नायब तहसीलदार ने किसान को फौती प्रक्रिया पूरी करने में जानबूझकर देरी कर रहा था। किसान ने बताया कि जब उसने बार-बार तहसील कार्यालय का चक्कर लगाया, तो अधिकारी ने उससे सीधी मांग कर दी कि काम तभी होगा जब 1.20 लाख रुपये दिए जाएं। परेशान किसान ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो से की, जिसके बाद टीम ने कार्रवाई की योजना बनाई।

ACB की टीम ने पहले ही रकम को चिन्हित किया और फिर किसान को रिश्वत देने भेजा। जैसे ही नायब तहसीलदार ने 50 हजार रुपये की पहली किस्त ली, टीम ने उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। टीम ने मौके से नकदी और अन्य दस्तावेज भी जब्त किए। गिरफ्तार अधिकारी को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा।
ACB अधिकारियों के अनुसार, प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपी लंबे समय से इसी तरह सरकारी कार्यों के नाम पर किसानों और आम लोगों से रिश्वत वसूलता था। अब उसके बैंक खातों, संपत्तियों और पुराने मामलों की भी जांच की जा रही है।
राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान के तहत यह एंटी करप्शन ब्यूरो की इस महीने की तीसरी बड़ी कार्रवाई है। विभाग ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी सरकारी कर्मचारी द्वारा रिश्वत मांगे जाने पर तुरंत शिकायत दर्ज कराएं, ताकि ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।
