दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में पुलिस विभाग की छवि को धूमिल करने वाला गंभीर मामला सामने आया है। भिलाई-3 थाने में पदस्थ आरक्षक अरविंद मेढ़े पर एक महिला ने छेड़छाड़, गलत स्पर्श (बैड टच) और शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालने का आरोप लगाया है। शिकायत दर्ज होने के बाद दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल ने आरोपी आरक्षक को तत्काल निलंबित कर दिया है।
मामला पुरानी भिलाई थाना क्षेत्र का है। पीड़ित महिला का बेटा पॉक्सो मामले में जेल में है। आरोप है कि जब यह जानकारी आरक्षक को मिली, तो उसने महिला से संपर्क कर उसके बेटे को जेल से बाहर निकालने में मदद करने का झांसा दिया।
👉चरोदा बस स्टैंड में बुलाकर किया गलत स्पर्श
पीड़िता के अनुसार, आरोपी आरक्षक ने उसे फोन कर मंगलवार को चरोदा बस स्टैंड बुलाया। वहां उसने महिला को गलत तरीके से छुआ और शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया। महिला ने अपनी असमर्थता बताते हुए पीरियड का हवाला दिया, लेकिन आरोपी ने उसे जबरन छूकर “चेक” करने की कोशिश की।
महिला के मुताबिक, विरोध करने पर आरक्षक ने उसे दो दिन बाद फिर मिलने की बात कही और लगातार फोन कर दबाव बनाता रहा। इससे परेशान होकर महिला ने थाने में शिकायत कर दी।
👉थाने का घेराव, कार्रवाई की मांग

घटना की जानकारी फैलते ही हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने ज्योति शर्मा के नेतृत्व में पुरानी भिलाई थाने का घेराव किया और आरोपी आरक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। शिकायत मिलने पर SSP विजय अग्रवाल ने तुरंत कार्रवाई करते हुए, आरक्षक अरविंद मेढ़े को सस्पेंड कर दिया। उसके खिलाफ अपराध दर्ज करने के निर्देश दिए। मामले की जांच CSP भारती मरकार को सौंपी।एक सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट पेश करने को कहा।
इस घटना ने जिले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पीड़ित महिला को न्याय दिलाने और मामले में पारदर्शी जांच सुनिश्चित करने की मांग तेज हो गई है।
