कोरबा । कोरबा में कमांडेंट के खिलाफ नगर सैनिकों का आक्रोश कम होने का नाम ही नही ले रहा है। आज इस मामले की जांच के लिए बिलासपुर से पहुंचे संभागीय कमांडेंट ने सम्मेलन आयोजित कर जवानों से चर्चा की। इस दौरान महिला नगर सैनिकों ने कोरबा कमांडेंट पर आपत्तिजनक बातें कर अश्लील टिप्पणी करने का गंभीर आरोप लगाया गया। जिस पर जांच अधिकारी ने उल्टे महिला सैनिकों से ये पूछा गया कि….आप ही बताओं पांव पांव भारी होने का क्या मतलब होता है ? जांच पर पहुंचे संभागीय सेनानी के इस सवाल ने एक बार फिर जहां महिलाओं के सम्मान को लेकर अधिकारियों के नजरिये पर सवाल खड़ा कर दिया है। वहीं इस जांच की दशा और दिशा पर अभी से संदेह के दायरे में आ गयी है।
गौरतलब है कि कोरबा जिले में पदस्थ नगर सेनानी ए.के. एक्का के खिलाफ नगर सेना के जवानों ने मोर्चा खोल दिया है। दरअसल दूरस्थ क्षेत्रों में पोस्टेड जवानों के परेड में नही पहुंच पाने से जारी नोटिस के बाद ये विवाद शुरू हुआ है। जिसके बाद नगर सेना के जवानों का अपने ही कमांडेंट के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा। 1 दिसंबर को काम बंद हड़ताल कर जवानों ने कमांडेंट ए.के.एक्का को हटाने की मांग पर अड़ गये थे। इस दौरान महिला जवानों ने कमांडेंट पर आपत्तिजनक और अमर्यादित बात करने का गंभीर आरोप लगाया था।
इस पूरे विवाद के तूल पकड़ने के बाद आज संभागीय कमांडेंट नरसिंग नेताम ने सम्मेलन आयोजित कर जवानों से उनकी मांगो पर चर्चा करने पहुंचे थे। लेकिन इस चर्चा के दौरान नाराज नगर सेना के महिला और पुरूष जवानों ने कमांडेंट ए.के.एक्का की पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन किया। एसडीएम और कोरबा सीएसपी की मौजूदगी में हुए इस सम्मेलन में जवान कमांडेंट को तत्काल हटाने की मांग पर अड़े रहे।
👉जांच अधिकारी ने महिला जवानों से पूछा….पांव भारी होने का क्या मतलब है ?

कोरबा में एक तरफ जहां कमांडेंट एके एक्का पर महिला जवान गंदी और अश्लील टिप्पणी करने का गंभीर आरोप लगा रहे है। वहीं इस पूरे मामले की जांच में पहुंचे संभागीय कमांडेंट मामले की गंभीरता को समझने के बजाये उल्टे महिलाओं से अमर्यादित सवाल-जवाब करते दिखे। महिलाओं ने अपनी शिकायत में खुलकर आरोप लगाया कि कमांडेंट से जब प्रेग्नेंसी की बात कही जाती है, तब कमांडेंट उनसे पूछा जाता है कि…..बच्चा पैदा आगे से करते हो या पीछे से ?
वहीं महिला जवानों को पांव भारी होने की बात कहकर तंज कसा जाता है। महिला सैनिकों की इन शिकायतों पर संज्ञान लेने के बजाये जांच अधिकारी उल्टे महिला जवानों से ये पूछते नजर आये कि…..आप ही बताओं पैर भारी होने का क्या मतलब होता है ? जांच अधिकारी के इस सवाल से कुछ देर के लिए मौके पर मौजूद दूसरे अफसर सख्ते में आ गये। इसके बाद संभागीय सेनानी ने माहौल को देखकर ये कह दिया कि हर शब्द के दो अर्थ होते है, ये तो अधिकारी और जिसे निर्देश दिया जा रहा है, वहीं समझ सकता है कि वह किस मकसद से क्या बोल रहा है।
👉नाराज जवानों ने जांच पर जताया असंतोष, कहा अगर कमांडेंट नही हटे तो होगा……
कोरबा में नगर सेनानी कार्यालय परिसर में हुए सम्मेलन में संभागीय कमांडेंट ने नाराज जवानों की शिकायत सुनकर उसके निराकरण का आश्वासन दिया गया। लेकिन जवान कमांडेंट एके एक्का को हटाने की मांग पर अड़े रहे। लिहाजा इस मामले की जांच के लिए पहुंचे संभागीय सेनानी ने कमांडेंट का हटाने का पावर उनके पास नही होने की दलील दी गयी। उन्होने कहा कि इस रिपोर्ट को उच्च अधिकारियों के समक्ष पेश किया जायेगा।
