रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के तमनार क्षेत्र में जिंदल पावर प्लांट के कोल हैंडलिंग प्लांट (CHP) के विस्तार का विरोध कर रहे ग्रामीणों को हिरासत में लिये जाने के मामले में प्रदेश कांग्रेस कमेटी 9 सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है।
ग्रामीणों का कहना है, जिंदल कंपनी द्वारा आयोजित जनसुनवाई फर्जी थी। इसमें पर्यावरणीय मंजूरी के नाम पर बिना ग्रामीणों की सहमति के सीएचपी का विस्तार किया जा रहा है, जो स्थानीय जल स्रोतों, जंगलों और कृषि भूमि को नुकसान पहुंचाएगा।

पीसीसी चीफ दीपक बैज ने तमनार में जिंदल की फर्जी जनसुनवाई को निरस्त किए जाने की मांग की है साथ शांतिपूर्ण आंदोलनरत ग्रामीणों एवं आदिवासियों पर बर्बरतापूर्वक की गई गिरफ्तारी व पुलिसिया कार्यवाही की जांच के लिए पूर्व मंत्री धनेन्द्र साहू के संयोजकत्व में 9 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है।
जांच समिति में पूर्व मंत्री शिवकुमार डहरिया, उमेश पटेल, विधायक लालजीत राठिया, इंद्रशाह मंडावी, उत्तरी जांगडे, जनक ध्रुव, नागेन्द्र नेगी और शाखा यादव को सदस्य बनाया गया है। समिति प्रभावितों से मिलकर अपनी जांच प्रतिवेदन प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपेगी।
