कोरबा कोरोना काल के दौरान स्रकिय हुए सायबर ठगी पर कोरबा पुलिस की बड़ी कार्यवाही फर्जी लिंक (क्वीक सपोरट) से ठगी का बड़ा मामला आया प्रकाश में। मोबाईल पर कोरोना वैकसीन का पहला डोज लगाने के नाम पर फर्जी कॉल कर ठग ने कर्मचारी से साधा था संपर्क। सायबर ठग ने प्ले स्टोर से (क्वीक सपोरट) डाउनलोड कराकर बडी ठगी को दिया अंजाम। कोरबा मे कोरोना वैक्सीन के नाम पर एसईसीएल कर्मचारी के एकाउण्ट से सायबर ठग ने लगाया 400000/- (चार लाख रूपये) का चूना। कोरबा पुलिस सायबर टीम ने मामला संज्ञान मे आते ही सकियता से कार्यवाही करते हुए पुरे पैसे कराये वापस।

चौकी मानिकपुर क्षेत्रांतर्गत एसईसीएल में पदस्थ हर प्रसाद साहु के साथ कुछ ऐसा ही हुआ कि ठगों ने उन्हें कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लगवाने के नाम पर प्रार्थी के मोबाईल मे प्ले स्टोर से क्वीक सपोर्ट एप (Team Viewer) को फॉड के द्वारा डाउनलोड करवाकर योनो एसबीआई का यूपीआई आईडी पासवर्ड को रिमोट एक्सेस कर एक लिंक भेजा। लिंक को क्लिक करने पर कुछ जानकारी मांगी गई, जिसे भरते ही उनके खाते से 04 लाख रुपए इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से कट गए।ठगी का शिकार हुए हर प्रसाद साहु शिकायत लेकर पहले बैंक पहुंचे, लेकिन 02 दिवसीय देशव्यापी हड़ताल के चलते उनकी सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने जिला कोरबा की साइबर सेल नोडल रामगोपाल करियारे उप पुलिस अधीक्षक कोरबा एवं दुर्गेश राठौर से संपर्क किया जिसकी जानकारी ततकाल ही आदरणीय पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा सर को दिया गया। अग्रिम कार्यवाही का निर्देश प्राप्त होने पर आदरणीय पुलिस अधीक्षक महोदय के मार्गदर्शन मे सायबर सेल का विशेष टीम गठीत कर तत्काल प्रार्थी से जानकारी प्राप्त कर एसबीआई बैंक गये। जहा बैंक मे हड़ताल होने के कारण ठगों के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली। आवेदक के मोबाईल मे आए हुए मैसेज मे 04 लाख रू. इण्डसइंड बैंक मे ट्रॉस्फर होना पाया गया। लेकिन किस एकाउण्ट मे उक्त राशि ट्रॉस्फर हुआ है इसका पता नही चल रहा था, तत्काल सायबर की टीम ने पुनः इण्डसइंड बैंक से संपर्क किया और बैंक को मेल कर ट्रॉजेक्शन को होल्ड करने के लिए पत्राचार किया गया लगातार बैंक से संपर्क कर ट्रॉजेक्शन को होल्ड कराया गया। आज दिनांक 19.03.2021 को प्रार्थी हर प्रसाद साहु के एसबीआई के खाते मे 04 लाख रूपये वापस आ गये। इस घटना के बाद कोरबा पुलिस द्वारा एक एडवाइजरी जारी किया गया है जिसमे कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए रजिस्ट्रेशन या अन्य किसी कारण से अगर कोई अनजान व्यक्ति संपर्क करता है तो उसके खाते में पैसा ट्रांस फर न करें, उसकी भेजी हुई किसी लिंक पर क्लिक न करें और न ही कोई एप्लीकेशन अपने मोबाइल प्लेस्टोर से डाउनलोड करें, यदि आप गलती से भी उाउनलोड करते है तो आपके मोबाईल को सायबर ठग द्वारा एक्सेस कर सुपुर्ण लानकारी हासिल कर लिया जाता है, एवं अपके मेहनत से कमाई गई बैंक एकाउण्ट मे सुरक्षित राशि को सायबर ठग के माध्यम से चंपत कर जाता है कोरबा सायबर टीम द्वारा सायबर ठग के प्रत्येक मामलो का वरिष्ठ अधिकारीयों के मार्गदर्शन मे लगातार अतयन्त सक्रियता एवं ततपरता से कार्य करते हुए ठगी के शिकार हुए व्यक्तियों को सहयोग पहुचाई जा रही है एवं साबर अपराध पर प्रभावी अंकुश लगाते हुए इससे बचाव के लिए आम जनता तक हेतु निर्देश जारी किये जा रहे है। आम जनता से अपील है कि इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय बेहद सतर्क रहें। आपके मोबाईल मे आए ईमेल या मैसेज पर अनजान लिंक को क्लिक न करें। इससे आपके मोबाईल या बैंक खाते मे सेंध लगाई जा सकती है।वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन के लिए सीधे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें।
इस महत्वपर्ण कार्यवाही मे रामगोपाल करियारे उप पुलिस अधीक्षक कार्यालय कोरबा के मार्गदर्शन मे सायबर सेल की टीम एएसआई दुर्गेश राठौर, आर. विरकेश्वर प्रताप सिंह, आर. प्रशांत सिंह, आर. रवि कुमार चौबे, आर. गुनाराम सिन्हा, म.आर. रेणु टोप्पो एवं इण्डसइंड बैंक के कर्मचारी गुरमित सिंह (उप शाखा प्रबंधक, कोरबा ब्रांच) टी.पी. नगर कोरबा का महत्वपूर्ण योगदान रहा।