डरा रहा कोरोना : एक दिन में रिकॉर्ड 68020 नए मामले, 291 मरीजों की मौत

देश में कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। होली के पर्व के बीच सोमवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि पिछले 24 घंटे में कोरोना के 68,020 नए मामले सामने आए हैं। बता दें कि रविवार को 62,714 नए मामले और 312 मौतें दर्ज की गई थीं।

बहरहाल, देश में अब कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,20,39,644 हो गई है। जबकि 291 लोगों की मौत के बाद कुल मौतों की संख्या 1,61,843 हो गई है। देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 5,21,808 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,13,55,993 है। वहीं देश में अब तक कुल 6,05,30,435 लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई गई है। 

वायरस की दूसरी लहर का असर


बता दें कि देश के एक दर्जन से अधिक राज्य कोरोना वायरस की दूसरी लहर का सामना कर रहे हैं। महामारी को नियंत्रण में लाने का अनुभव होने के बावजूद इन राज्यों में स्थिति सामान्य नहीं हो पा रही है। इसकी मुख्य वजह वायरस का पहले से ज्यादा आक्रामक होना है। आंकड़ों पर गौर करें तो कोरोना वायरस की आक्रामकता में 300 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। केंद्र सरकार ने महामारी की दूसरी लहर के लिए राज्यों को जिम्मेदार ठहराया है।

इस साल मार्च में आ रहे 60 हजार से ज्यादा केस


पिछले साल मार्च माह में संक्रमण के मामले बढ़े थे। हालांकि उस दौरान प्रतिदिन औसतन 187 संक्रमित मरीज मिल रहे थे। इसके बाद जुलाई में हर दिन 60 हजार से ज्यादा मरीज मिलने लगे थे, लेकिन इस बार कोरोना वायरस ने मार्च के महीने में ही 60 हजार से अधिक का आंकड़ा छू लिया है। बीते 30 दिन में तीन लाख से ज्यादा सक्रिय मरीज हो चुके हैं।


वायरस को काबू में लाना और भी मुश्किल 

बता दें कि इससे पहले कोरोना से मरने वालों की संख्या में भी 200 फीसदी की वृद्धि दर्ज की जा चुकी है। वायरस के फैलाव में आई इस तेजी को लेकर विशेषज्ञ भी चिंतित हैं। उनका कहना है कि इस बार महामारी पर नियंत्रण पाना और भी ज्यादा मुश्किल हो सकता है।

जानकारी के अनुसार, पिछले साल मार्च में औसतन 187 मामले रोज सामने आ रहे थे। अप्रैल में 1,801, मई में 8,336, जून में 18,641 और जुलाई में 52,783 मामले औसतन मिल रहे थे। अगस्त में हर दिन मिलने वाले मामले 78,512 और सितंबर में 86,821 तक पहुंच गए थे, लेकिन अक्तूबर से लगातार गिरावट देखने को मिल रही थी। इसी साल 26 फरवरी को एक दिन में 16,488 मामले मिले थे जिसके चलते सक्रिय मरीजों की संख्या 1.59 लाख से भी अधिक हो गई