न कोरोना का ख़ौफ न चालानी कार्यवाई का डर ,लाकडाउन की ओर बढ़ता शहर

लोग मास्क लगाने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को कर रहे नजरअंदाज ,अभी नहीं किए लॉकडाउन तो बिगड़ सकते हैं हालत

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । नियमों की धज्जियां उड़ाते लोग ,और बेकाबू कोरोना के केसेस ने एक बार फिर कोरबा को लॉकडाउन की तरफ सोंचने पर मजबूर कर दिया है । बाजार, उद्यान ,चौपाटी ,से लेकर निजी आयोजनों में कोविड प्रोटोकॉल की अनदेखी की जा रही है । न लोगों के मुंह पर मास्क नजर आ रहे न ही सोशल डिस्टेंसिंग । प्रशासन की चालानी कार्यवाई का ख़ौफ भी नियमों को तोड़ने वालों लोगों में कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने के लिए भय पैदा नहीं कर पा रहा ।

प्रदेश में मार्च के अंतिम सप्ताह से कोरोना खतरनाक रूप ले चुका है । अप्रैल के शुरुआती दो दिनों में ही ये बेकाबू हो गया है । प्रदेश में कोरोना के नए वैरिएंट ने भी दस्तक दे दी है । जिसका प्रभाव 300 गुना अधिक खतरनाक है । यही वजह है राज्य सरकार ने जिला कलेक्टरों को हालातों के मद्देनजर रखते हुए स्थिति की समीक्षा कर लॉक डाउन का अधिकार दे दिया है । राजधानी रायपुर ,दुर्ग ,बेमेतरा एवं राजनांदगांव जैसे जिलों में लॉकडाउन हो भी चुका है । लेकिन हालात केवल 4 जिलों में ही नहीं अन्य जिलों में भी तेजी से बिगड़ रहे हैं ।इनमें औद्योगिक जिला कोरबा भी शामिल है । जिसकी 40 फीसदी से अधिक आबादी शहरी क्षेत्रों में निवास करती है । निश्चित तौर पर कोरोना सक्रिय मरीजों की संख्या यहाँ अन्य जिलों से कम हैं। कुल सक्रिय केस 578 हैं लेकिन जिस तरह लोग धारा 144 लागू होने के बाद भी आंशिकलॉक डाउन में कोविड प्रोटोकॉल तोड़ रहे हैं उससे कोरबा एक बार फिर पूर्ण लॉकडाउन की तरफ बढ़ रहा है । निश्चित तौर पर प्रशासन नगरीय निकायों के अमले के साथ कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कराने पूरी संजीदगी के साथ कार्य कर रही है । स्वयं जिले की मुखिया कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल मोर्चे से अगुवाई कर रही हैं । देर शाम स्वयं औचक निरीक्षण कर कोविड प्रोटोकॉल का किस तरह जिले में पालन किया जा रहा है इसकी तस्दीक कर रही हैं । लापरवाह लोगों ,संस्थानों पर बकायदा चालानी कार्यवाई भी हो रही है । कुछ हद तक लोगों में इसका डर भी दिख रहा है । लेकिन नियम तोड़ने वाले लापरवाह लोगों में इस कार्यवाई के बाद भी जिम्मेदार नागरिक की छवि नजर नहीं आ रही । लोग सोशल डिस्टेंसिंग सहित मास्क लगाने की अनिवार्यता को नजरअंदाज कर रहे हैं । इसका नजारा शहर के राशन ,सब्जी ,फल मार्केट ,उद्यानों , चौपाटी , व्यवसायिक प्रतिष्ठान ,मॉल ,बस स्टैंड , सहित अन्य सार्वजनिक स्थलों में देखा जा सकता है । एक साथ 5 से अधिक व्यक्ति एक जगह एकत्रित नहीं होने के निर्देश के बावजूद बिना फिजिकल डिस्टेंसिंग के यहाँ भींड देखी जा सकती है । पुलिस या अन्य जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यवाई से बचने ही लोग कुछ पल के लिए मास्क लगाते हैं फिर उनके जाते ही मास्क निकालकर जेब या पर्स में रख लेते हैं । कुछ लोग मास्क गले मे लटकाए घूमते हैं । सरकारी दफ्तरों में भी यही आलम है लोग मास्क लगाकर जाते जरूर हैं पर दफ्तर पहुंचते ही मास्क को या तो गले में लटका लेते हैं या फिर निकालकर रख लेते हैं । इस तरह न तो लोगों में कोरोना का ख़ौफ है न ही चालानी कार्यवाई का । शाम के दौरान सबसे ज्यादा भींड मार्केट में उमड़ रही है ,जो चिंता का सबब बन सकती है ।कोरबा एक आद्योगिक जिला है जहाँ सघन आबादी शहरों में बसी है निश्चित तौर पर अभी लॉक डाउन जैसे गम्भीर कदम नहीं उठाए गए तो बेकाबू कोरोना को कंट्रोल कर पाना प्रशासन के लिए भी कड़ी चुनोती होगी ।

नगर पंचायत पाली का वार्ड 9 माइक्रो कन्टेन्मेंट जोन घोषित

पाली एसडीएम अरुण खलखो द्वारा 2 अप्रैल को एक आदेश जारी कर नगर पंचायत पाली के वार्ड क्रमांक 9 में कोरोना पॉजीटिव केस पाए जाने के फलस्वरूप पाली तहसीलदार के प्रतिवेदन अनुसार उक्त संपूर्ण क्षेत्र को शामिल करते हुए चारों दिशाओं में लगभग 50-50 मीटर की परिधि को माइक्रो कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है। पूर्व में सीताराम पटेल का घर, पश्चिम में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व जनपद पंचायत पाली रोड, उत्तर में सामुदायिक व्यायाम शाला से सीताराम पटेल घर तक तथा दक्षिण में आईसेक्ट आफिस से पटेल के घर तक माइक्रो कन्टेनमेंट जोन की सीमा निर्धारित की गई है।

दीपका में शादी समारोह में 12 हजार 500 का जुर्माना

शादी समारोह में अधिकतम 50 लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने की अनिवार्यता कब साथ शामिल होने की अनुमति दी गई है । इसके बावजूद लोग नियमों को नजरअंदाज कर रहे हैं । दीपका में भी कल देर रात एक ऐसे ही एक प्रकरण सामने आया। वर्क्स क्लब में नियमों को नजरअंदाज कर शादी समारोह चल रहा था । जिसकी सूचना मिलने पर नायब तहसीलदार शशि भूषण सोनी अमले के साथ कार्यक्रम स्थल में पहुंचे । और आयोजनकर्ता पर 12 हजार 500 रुपए का अर्थदंड लगाया। हालांकि आयोजनकर्ता ने दलील दी कि उसके यहां शादी पहले से तय हो गई थी कार्ड स्वजातीय लोगों और मित्रों को बंट चुके थे। इस पर नायब तहसीलदार श्री सोनी ने उन्हें धारा 144 लागू होने के बाद नियमों के तहत आयोजन कराए जाने की बात कही । उन्होंने कहा कि भले ही कार्ड पूर्व में बंट चुके हो यह आपकी जिम्मेदारी बनती है कि आयोजन में 50 से अधिक लोग उपस्थित न हों इसके लिए आप व्हाट्सएप या फोन से रिश्तेदारों को सूचित करें। नियम तोड़ने वालों पर कड़ी कार्यवाई होगी ।

आर्ट एंड क्राफ्ट ,प्रसाद नेत्रालय पर 10 हजार का जुर्माना

घंटाघर ओपन थिएटर मैदान में संचालित हो रहे राष्ट्रीय आर्ट एण्ड क्राफ्ट एक्सपो में नगर निगम की टीम ने दबिश दी। यहां सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन होना पाया गया। इस पर निगम के कार्यपालन अभियंता आरके चौबे ने कड़ी हिदायत देते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने को कहा। उल्लंघन के लिए आर्ट एंड क्राफ्ट के संचालक श्री कृष्णा हाथ करघा, हस्त शिल्प एवं ग्रामोद्योग सेवा समिति पर 5 हजार रुपए का अर्थदण्ड आरोपित किया गया। इसी प्रकार निहारिका स्थित प्रसाद नेत्रालय में भी सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन होना पाए जाने पर निगम ने 5 हजार रुपए का अर्थदण्ड लगाया।

बरपाली में नियम तोड़ने वालों पर 9 हजार का जुर्माना

बरपाली क्षेत्र में भी प्रशासन की कार्यवाई जारी है । मास्क न पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने एवं कोरोना प्रोटोकाल तोड़ने वालों पर बरपाली तहसीलदार व उरगा थाना प्रभारी लखनलाल पटेल ने गुरूवार को कड़ी कार्यवाई की । नायब तहसीलदार रवि शंकर राठौर ने लापरवाह लोगों पर 9 हजार रूपये का अर्थदण्ड लगाया । तथा उन्हें कड़ी हिदायत दी कि वे घर से निकलने पर मास्क अनिवार्य रूप से पहने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें तथा कोरोना प्रोटोकाल को न तोड़े।