केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा आम जनता को कोरोना वैक्सीन मुफ्त मे लगवाया जा रहा है लेकिन छत्तीसगढ़ प्रदेश की भूपेश सरकार अपना और स्वास्थ्य मंत्री का फोटो लगाकर कोरोना टीका करण के प्रचार प्रसार में क्या साबित करना चाहते है समझ से परे है
कोरबा । छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री व रामपुर विधायक ननकी राम कंवर के करीबी भारतीय जनता युवा मोर्चा छ. ग प्रदेश के विशेष आमंत्रित सदस्य प्रखर युवा नेता अनिल चौरसिया ने भूपेश सरकार पर तंज कसते हुये कहा कि छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार जो अपना ड्रीम प्रोजेक्ट गौठान बना रही है उसमें शत-प्रतिशत केंद्र सरकार के पैसे का उपयोग किया जा रहा है । मनरेगा, 14वें वित्त की राशि लगाई जा रही है । लेकिन राज्य सरकार का एक रुपए अंश भी उसमें नहीं लगाया जा रहा है और राज्य का ड्रीम प्रोजेक्ट बता रहे हैं जो हास्यप्रद है।
14 वे वित 15 वे वित्त योजना की राशि का उपयोग ग्राम के विकास के लिए खर्च किए जाने का प्रावधान था लेकिन इस कांग्रेस की भूपेश सरकार ने ग्राम के विकास में खर्च किए जाने वाले राशि को गौठान में खर्च करने के लिए पंचायत के सरपंचों पर दबाव बनाकर कार्य करवाया गया जिससे ग्राम का विकास अवरुद्ध हुआ है। गौठान समिति का अध्यक्ष ग्राम सभा से नामांकित व्यक्ति को ही बनाने का नियम है लेकिन कांग्रेसीकरण के कारण गौठान का अध्यक्ष केवल कांग्रेस समर्थित कार्यकर्ताओं को ही बनाया गया।इस तरह से लोकतंत्र का हनन करने का भी काम यदि किसी ने किया है तो कांग्रेस की भूपेश सरकार ने किया है। गोबर खरीदने में जो भ्रष्टाचार किया जा रहा है वह बाद में गोबर घोटाला के रूप में सामने आएगा क्योंकि गौ पालको के गोबर को सरकार खरीदने में सक्षम नही है और किसान तो कभी गोबर बेचते ही नहीं है वे तो गोबर खरीदते है इस तरह से गोबर में जितने खर्च किए जा रहे हैं उतना गोबर भी नहीं खरीदा जा रहा है। गोबर का खाद गौठानो से किसान नही खरीद रहे है मजबुरन बडी बडी कंपनियों के पास बेचना पड रहा है । गौठान मे हरा चारा के नाम पर अरबो रुपये केन्द्र सरकार के पैसे को खर्च किया गया लेकिन लाखो रुपये का चारा भी कही नही है सभी गौठान चारामुक्त है इस तरह से गौठान के नाम पर केन्द्र सरकार के पैसे को दुरुपयोग कर भुपेश सरकार के द्वारा भ्रष्टाचार किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मोदी सरकार की महत्वकांक्षी योजना प्रधानमंत्री आवास योजना जो 2022 तक सभी आवास हिन गरीब परिवार को देना था जिसे राज्य की भुपेश सरकार ने छत्तीसगढ़ प्रदेश में बनने वाले पांच लाख आवास को केंद्र सरकार को वापस कर गरीबों को मिलने वाला प्रधानमंत्री आवास से वंचित कर रखा है। 2018 के बाद आज तक एक भी प्रधानमंत्री आवास नहीं बन पा रहा है। छत्तीसगढ़ प्रदेश में जो विकास हो रहा है वह केंद्र सरकार की पैसे से, योजना से और उनके सहयोग से हो रहा है चाहे प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना हो, राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण हो, चाहे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ड्रीम प्रोजेक्ट गौठान में किए जाने वाले मनरेगा और 14वे वित्त की राशी का खर्च हो, गरीबों को स्वास्थ्य की दिशा में आयुष्मान भारत से जो मदद मिल रहा है, मेडिकल कालेज की स्थापना हो, वह भी केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना से सकार हो रहा है छत्तीसगढ़ प्रदेश में कोविड-19 की रोकथाम के लिए जो वैक्सीन लगाया जा रहा है वह भी केंद्र सरकार के खर्च से लगाया जा रहा है।लाँकडाउन मे गरीबो को मुफ्त चावल भी दिया गया तो केंद्र सरकार के द्वारा दिया गया भूपेश सरकार इस कोरोना काल के समय छत्तीसगढ़ प्रदेश की जनता के लिए एक रुपए की भी मदद नहीं किया बल्कि जो लोग मास्क नहीं पहनते थे उनसे वसूली का काम करने का काम यदि किसी ने किया तो कांग्रेस की भूपेश सरकार ने किया है। हर वर्ष हजारो करोड का कर्ज लेकर छत्तीसगढ़ की जनता के उपर कर्ज लादकर रख दिये है और उसका केवल बंदरबांट किया जा रहा है छत्तीसगढ़ की प्रदेश सरकार घोटालेबाज की सरकार है कांग्रेस की सरकार बनने के पूर्व जनता को जो सपना कांग्रेस ने दिखाया था जो घोषणा की थी वह पूर्ण रुप से झूठ और फरेब था। छत्तीसगढ़ प्रदेश में किसी विभाग में ऐसा नहीं है जिसमें घोटाला चरम सीमा पर ना हो इनके भ्रष्टाचार से व्यक्तिगत जनता को नुकसान ना होता हो प्रदेश के कांग्रेस के मंत्रियों का अपने विभाग पर कंट्रोल नहीं है छत्तीसगढ़ प्रदेश में एक भी पटवारी ऐसे नहीं है जो कृषकों से ₹10000 से कम पैसा लिये बगैर फावती,चौहद्दी, या नामांतरण करते होंगे, केंद्र की मोदी सरकार ने सपना देखा था कि जिस जिले का खनिज निकाली जा रही है उसकी राशि का उपयोग उसी जिले के प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष खनिज प्रभावित ग्रामों के विकास के लिए किया जाए जिसके लिए जिला खनिज संस्थान न्यास के रूप में बहुत बड़ा बजट खनिज प्रभावित जिले को प्राप्त हुआ था लेकिन छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ने इस बजट में विकास कराना तो दूर 75 फ़ीसदी राशि केवल बंदरबांट के लिए उपयोग किया जा रहा है। विकास अवरुद्ध हो रहा है। पूर्ववर्ती सरकार में जो कांग्रेसी युवा नेता तत्कालीन मंत्रियों का मुखौटा पहनकर शराब बेचने का ढोंग कर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे आज वह सभी यूथ कांग्रेस के लोग मौन होकर कांग्रेस सरकार के द्वारा चलाई जा रही शराब दुकान के बगल में जितने भी चखना सेंटर खोले गए हैं वह सभी का संचालन इनके द्वारा ही अपने चहेते लोगो से कराया जा रहा है यह जीता जागता उदाहरण है कांग्रेसी विकास के संबंध में कभी नहीं सोचती वह केवल कांग्रेसियों के विकास के संबंध में विचार रखने वाली पार्टी है। भूपेश सरकार ने ढाई वर्ष के कार्यकाल में एक भी ऐसी योजना नहीं लागू की जो सीधे आम जनता को लाभ मिल सके सीमेंट की बिक्री पर कमीशन खोरी का खेल राज्य की भुपेश सरकार के द्वारा खेला जा रहा है। कमीशन खोरी के कारण सीमेंट का दर एक ही बार मे साठ रुपये वृद्धि कर दिया गया जो आज तक के इतिहास मे पहली बार हुआ है उसमें कोई नियंत्रण नहीं किया जा रहा है ।छत्तीसगढ़ प्रदेश के भूपेश सरकार को मैं खुला मंच से चैलेंज करता हूं कि वह एक भी ऐसा विकास कार्य बता दे जो बिना केंद्र के राशी से सहयोग न लेकर किया गया हो या किया जा रहा हो इस तरह से छत्तीसगढ़ प्रदेश की जो विकास हो रहा है वह केंद्र की बजट या पैसे से किया जा रहा है राज्य का बजट केवल बटवारा में खर्च किया जा रहा है। नियम कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है रेत माफिया भू माफिया कबाड़ माफिया कोयला माफिया इस तरह से प्रदेश में माफिया राज चल रहा है। गरीब जनता और जनप्रतिनिधि कांग्रेस की सरकार से त्रस्त हो गई है । छत्तीसगढ़ की जनता आने वाले चुनाव में कांग्रेस को उखाडकर फेंकने की मंशा बना चुकी है । कांग्रेस के नेताओं के द्वारा देशभक्ति भूल चुके हैं देश का हित भूल चुके हैं । कांग्रेस नेताओं को संकल्प लेना चाहिए कि अपनी बैठकों में भी वह भी भारत माता की जय वंदे मातरम का नारा लगाते हुए जय घोष करना चाहिए जिससे उनके खून में भी क्रांति आ सके देशभक्ति जग सके।