जांजगीर- नक्सलियों से लोहा लेते जिले का जवान शहीद

मालखरौदा ब्लॉक के पिहरीद का रहने वाला है जवान

जांजगीर-चांपा। बीजापुर जिले के तर्रेम में शनिवार को हुई नक्सली मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हो गए और 30 लोग घायल हो गए। इसमें मालखरौदा ब्लॉक के ग्राम पिहरीद निवासी दीपक भारद्वाज नक्सलियों से लोहा लेते शहीद हो गए। सोमवार को गृहग्राम में शहीद जवान की अंतिम यात्रा निकालकर गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम संस्कार किया जाएगा। जिले के होनहार लाल की शहादत पर जिलेवासियों ने जगह-जगह कैंडल एवं दीपक जलाकर श्रद्धांजलि दी। गौरतलब है कि बीजापुर-सुकमा बार्डर के पास तर्रेम में शनिवार को पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गया। इस नक्सल हमले में 22 जवान शहीद हो गए, वहीं 30 घायल हो गए। मालखरौदा ब्लॉक के ग्राम पिहरीद निवासी दीपक भारद्वाज भी नक्सलियों से लोहा लेते शहीद हो गए। बताया जाता है कि दीपक के मन मे बचपन से ही देश सेवा करने की इच्छा थी। इसी वजह से उसने 16 सितंबर 2013 को पुलिस फोर्स ज्वाइन किया। वर्तमान में कुटरु थाना में उप निरीक्षक के पद पर पदस्थ दीपक भारद्वाज भी शनिवार को बीजापुर के तर्रेम में हुए पुलिस और नक्सली मुठभेड़ में नक्सलियों से लोहा ले रहे थे। मुठभेड़ में लगभग 23 जवान शहीद हो गए। इसमें दीपक भारद्वाज भी नक्सलियों का मुकाबला करते शहीद हो गए। दीपक के शहीद होने की खबर रविवार को जैसे ही सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंची, किसी को इस बात को यकिन नहीं हो रहा था। खासकर दीपक के परिजनो को तो विश्वास ही नहीं हो रहा था, लेकिन बाद में जब विधिवत सूचना मिली तो पूरा गांव शोक मे डुब गया। शहीद दीपक के पार्थिव शरीर को लेने गांव से परिजन रवाना हो गए । जिले में जनप्रतिनिधियों के साथ कई संगठनों द्वारा दीपक के शहीद होने पर उन्हें कैंडल एवं दीपक जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित् की गई। सोमवार को दीपक के शव दोपहर बाद गांव पहुंचेगा। पिहरीद में शहीद जवान की अंतिम यात्रा निकलेगी। गार्ड ऑफ ऑनर देकर शहीद जवान का सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। बताया जाता है कि शहीद जवान दीपक भारद्वाज का विवाह एक साल पहले ही हुआ था। शहीद दीपक के दो छोटे भाई और एक बहन है। पिता राधेलाल भारद्वाज पेशे से शिक्षक हैं।