अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री के कनिष्ठ पुत्र,पुत्रवधु ,पोती की भैसमा में जघन्य हत्या,संपत्ति विवाद की वजह से मृतक के बड़े भाई के साले ने दोस्त के साथ वारदात को दिया अंजाम ,पुलिस की पूछताछ जारी
सो रहे परिवार की 2 हत्यारों ने की निर्मम हत्या,पुलिस जल्द करेगी औपचारिक घोषणा ,
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । पावन रामनवमीं के दिन जिले के ग्राम भैसमा में दिल दहला देने वाली तिहरे हत्याकांड की घटना घटित हुई है। अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री स्व.प्यारेलाल कंवर के कनिष्ठ पुत्र ,पुत्रवधु और नन्हीं पोती की अज्ञात हमलावरों ने अलसुबह जघन्य हत्या कर दी है। घटना की सूचना मिलते ही एएसपी सहित पुलिस का अमले ने मौके पर पहुंचकर डॉग स्कवायड की मदद से चंद घण्टों में ही तिहरे हत्याकांड की गुत्थी को सुलझा ली है । पुलिस ने 2 हत्यारों में से एक मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि एक फरार है । मृतक के बड़े भाई के साले ने ही दोस्त के साथ संपत्ति विवाद में इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया था ।
उरगा थाना अंतर्गत ग्राम भैसमा में अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री स्व.प्यारेलाल कंवर के कनिष्ठ पुत्र वर्तमान कोरबा जनपद अध्यक्ष (श्रीमती हरेश कंवर ) के भाई हरीश कंवर (40 वर्ष)सपरिवार निवासरत हैं। हरीश कंवर के बड़े भाई हरभजन कंवर भी एक ही परिसर में रहते हैं। वे नित्य परिवार के साथ अलसुबह टहलने के लिए निकलते हैं। 21 अप्रैल की अलसुबह 4 बजे के जब हरभजन सिंह मॉर्निंग वॉक में निकले ,तब हमेशा की तरहः उन्होंने बाहर से कुंडी लगा दी थी। जिसके 2 मिनट बाद ही 2 हत्यारे कुंडी खोलकर मकान में घुसे । और दिल दहला देने वाली जघन्य वारदात को चंद मिनटों में अंजाम देकर निकल गए। हत्यारों ने परिवार के साथ सो रहे उनके छोटे भाई हरीश कंवर ,उनकी पत्नी सुमित्रा कंवर (35 वर्ष ),इकलौती पुत्री आशी (5 वर्ष)की धारदार हथियार और ख़लबट्टे से सिर पर ताबड़तोड़ हमला किया। हरीश जमीन पर और पत्नी और बच्चे बिस्तर पर पड़े मिले। बताया जा रहा है कि सम्भवतः हरीश ने अपना बचाव भी किया होगा ,और इसी प्रयास में नीचे गिर गया होगा। आरोपियों ने तीनों को जीवित नहीं रहने देने की पूरी योजना से निर्मम तरीके से हत्या की जिसकी तस्वीर भी हम साझा नहीं कर सकते।
घटना के वक्त हरीश कंवर की मां भी थीं। हत्यारों ने उन्हें नुकसान नहीं पहुंचाया। बस जाते वक्त उन्हें धक्का दे दिया। बताया जा रहा है कि उन्हें कुछ दिखाई व सुनाई नहीं देता ।जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हत्यारे इससे परिचित थे। जब हरभजन सिंह अपने परिवार के साथ मॉर्निंग वॉक से वापस आए तब घर में भाई ,भाई बहु ,भतीजी की रक्तरंजित लाश देखकर वे हतप्रभ रह गए। चीख पुकार मचनी शुरू हो गई , देखते ही देखते चंद घण्टों में ही सैकड़ों लोग घटना स्थल पर पहुंच गए। तिहरे हत्याकांड की सूचना मिलते ही जिले में हड़कंप मच गया। एसपी अभिषेक मीणा के निर्देश पर एएसपी कीर्तन राठौर ,उरगा थाना प्रभारी योगेश साहू दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुँचे । डॉग स्क्वायड की मदद से हत्यारों का सुराग लगाया गया।पूरा भैसमा पुलिस की छावनी में तब्दील हो गई थी। घटना की सूचना मिलते ही राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल भी मौके पर पहुंच गए थे। पूर्व गृहमंत्री व रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ,पूर्व रामपुर विधायक श्यामलाल कंवर सहित बड़ी संख्या में राजनीतिक हस्तियों का जमावड़ा लग गया था।
मुख्य आरोपी गिरफ्तार ,जल्द होगा खुलासा
हत्याओं को सुलझाने की चुनौती पुलिस के समक्ष थी जिसे खोजी डॉग की अहम भूमिका के साथ पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना के मार्गदर्शन में टीम के द्वारा कुछ ही घंटे में सुलझा लिया गया है। घटनास्थल से करीब 100 मीटर दूर बाजार के रास्ते भागते हुए सीसी कैमरे में कैद आरोपियों को रामपुर जाने वाले मार्ग से पहले छोड़े गए जले हुए सुराग के आधार पर कड़ियों को पिरोते हुए दबोच लिया गया है। शराब के नशे में धारदार हथियार तथा भारी वस्तु से इस घटना को अंजाम दिया गया।संपत्ति विवाद की वजह से मृतक के बड़े भाई के साले ने अपने दोस्त के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया । घटना के बाद मुख्य आरोपी का दोस्त फरार है। जिसकी पुलिस टीम बनाकर पतासाजी में जुटी है।
वारदात से पहले की रेकी
पुलिस पूछताछ में पता चला है कि हरीश कंवर के बड़े भाई हरभजन रोज की तरह सुबह मार्निंग वॉक पर निकले थे। जाने से पहले उन्होंने दरवाजे को अटका दिया था। इसके बाद ही हमलावर बिना शोर मचाए और तोड़फोड़ किए आसानी से दरवाजा खोलकर अंदर दाखिल हो गए। ऐसे में इस बात की भी आशंका जताई जा रही थी कि बदमाशों ने वारदात से पहले रैकी की होगी। इसके कारण उन्हें इस बात की जानकारी थी।
कौन थे हरीश कंवर
अविभाजित मध्यप्रदेश में आदिवासी नेतृत्व का प्रमुख चेहरा थे स्वर्गीय प्यारेलाल कंवर। कांग्रेस नेता प्यारेलाल कंवर कोरबा जिले की रामपुर विधानसभा का प्रतिनिधित्व करते रहे। इस विधानसभा से वे और भारतीय जनता पार्टी के ननकीराम कंवर परंपरागत प्रतिद्वंदी रहे। प्यारेलाल कंवर कई बार मध्यप्रदेश में मंत्री रहे।विधानसभा उपाध्यक्ष भी रहे। 1997-1998 में मध्यप्रदेश के उपमुख्यमंत्री बने।उस समय दिग्विजय सिंह प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। उसके बाद वे सिर्फ एक बार विधायक रहे और फिर राजनीति में हाशिए पर चले गए थे। हरीश कंवर उन्हीं के छोटे बेटे थे।हरीश ने शुरुआती दिनों में कांग्रेस की राजनीति में सक्रियता दिखाई लेकिन उन्हें कोई बड़ा पद नहीं मिला। पार्टी में तवज्जो नहीं मिलने के कारण हरीश अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ में चले गए। वहां भी वे कोई बड़ा पद या विधानसभा टिकट हासिल नहीं कर सके। जोगी के निधन के बाद हरीश राजनीति से पूरी तरह अलग हो गए थे और अपने परिवार सहित भैसमा जो उनका पैतृक गांव है वहीं खेती-किसानी करने लगे थे। हरीश की बहन हरेश कंवर अभी कोरबा जनपद अध्यक्ष हैं।
अमित जोगी ने कहा- मैं स्तब्ध हूं
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के नेता अमित जोगी ने इस हत्याकांड की खबर सामने आते ही कहा कि कोरबा जिले के रामपुर क्षेत्र के भैंसमा गांव में मेरे छोटे भाई हरीश कंवर, उनकी धर्मपत्नी सुमित्रा और बेटी आशी की दर्दनाक हत्या के समाचार से मैं स्तब्ध हूं। वे बेहद सीधे, सरल और सहज स्वभाव के धनी थे। हम दोनों ने एक साथ राजनीति में प्रवेश किया था। कुदुरमाल में सद्गुरू कबीर साहेब के ऐतिहासिक धरोहर को अवैध ब्लास्टिंग से बचाने और लेमरु में हाथी-उत्पात प्रभावितों की जान बचाने और उन्हें उचित मुआवजा दिलाने के लिए उन्होंने सफल जनांदोलन किए थे।
राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल सहित कई नेता पहुंचे
तिहरे हत्याकांड की खबर मिलते ही राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल समेत कई नेता भैसमा पहुंच गए। एसपी अभिषेक मीणा सहित कई पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर हैं। जब प्यारेलाल कंवर अपनी राजनीतिक शीर्ष पर थे तो उन्होंने ही जयसिंह को कांग्रेस की राजनीति में अवसर दिए थे। जयसिंह ने कहा है कि किसी भी कीमत पर इस वारदात का खुलासा होगा और हत्यारे पकड़े जाएंगे। उन्होंने प्यारेलाल कंवर की पत्नी से भी बात की।
वर्जन
एक को गिरफ्तार किया है
पुलिस घटना की विवेचना में जुटी हुई है । सभी पहलुओं पर जाँच की जा रही है । खोजी डॉग के सहारे भी इन्वेस्टिगेशन किए हैं। एक मुख्य आरोपी को हिरासत में लिया गया है। दूसरे की टीम बनाकर तलाश कर रहे हैं। शाम तक ही घटना के संदर्भ में स्पष्ट जानकारी दे पाएंगे।
कीर्तन राठौर ,एएसपी कोरबा