जेसीसी ने बंटवाए पर्चे ,भाजपा को जिताने की अपील

कहा अब अपमान का बदला लेने का सही समय

छत्तीसगढ़ के मरवाही उपचुनाव में छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जेसीसीजे) की ओर से पर्चे बांटे जा रहे हैं। इन पर्चों में चुनावी अपील भी है, लेकिन वह भाजपा के उम्मीदवार को जिताने के लिए है।
जेसीसीजे अध्यक्ष अमित जोगी की ओर से पर्चों पर लिखा गया है संदेश

पहली बार जोगी परिवार की उम्मीदवारी नहीं, पार्टी से भी नहीं कोई प्रत्याशी

छत्तीसगढ़ के मरवाही उपचुनाव में छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (JCCJ) की ओर से पर्चे बांटे जा रहे हैं। इन पर्चों में चुनावी अपील भी है, लेकिन वह भाजपा के उम्मीदवार को जिताने के लिए है। इन पर्चों में JCCJ अध्यक्ष अमित जोगी की ओर से संदेश दिया गया है। जिसमें कहा गया है कि आपके और मेरे परिवार के साथ अपमान और अन्याय का बदला लेने का समय आ गया है।

अब चुनाव प्रचार का शोर थम चुका है, लेकिन घर-घर दस्तक देकर अपने लिए वोट मांगने का सिलसिला जारी है। ऐसे में चुनाव से दूर होने के बाद भी जोगी कांग्रेस कोई कसर नहीं छोड़ रही है। उसके निशाने पर कांग्रेस है। अब पार्टी की ओर से पूरे क्षेत्र में पंफलेट बंटवाए जा रहे हैं। इनमें भाजपा के कमल छाप बटन को दबाकर पिता अजीत जोगी को अपमानित करने वालों को सबक सिखाने की बात कही गई है।

यही मेरे स्वर्गीय पिता अजीत जोगी को श्रद्धांजलि होगी
पर्चे में संदेश दिया गया है कि कांग्रेस के नेता मेरे पिता को जीते जी अपमानित करते रहे। अब स्वर्गवास होने के बाद भी मुख्यमंत्री और दूसरे कांग्रेस नेता उनका अपमान कर रहे हैं। इससे भी मन नहीं भरा तो मेरा और पत्नी ऋचा जोगी का नामांकन निरस्त करा दिया। आपके और मेरे परिवार के अपमान का बदला लेने का समय आ गया है। यही मेरे पिता अजीत जोगी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

पहली बार जोगी परिवार से कोई उम्मीदवार नहीं
मरवाही हमेशा से जोगी परिवार का गढ़ रहा है। छत्तीसगढ़ गठन के बाद से ही अजीत जोगी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतते रहे। साल 2008 में कांग्रेस से अलग होकर भी अजित जोगी ने अपनी पार्टी JCCJ से चुनाव लड़ा और जीते। यह पहली बार है, जब जोगी परिवार को कोई नहीं है। जाति विवाद के चलते अमित जोगी और ऋचा जोगी के नामांकन को पहले ही निरस्त किया जा चुका है।