कोरबा : हेल्थ केयर डायग्नोस्टिक्स का कारनामा, जांच के नाम वसूला जा रहा मनमाना शुल्क

0 मरीज के परिजन ने कलेक्टर से की शिकायत, कार्यवाही की मांग

कोरबा, । कोरोना के आपदा काल में अवसर तलाश कर मरीजों के परिजनों को आर्थिक तौर पर दोहन करने का काम करने की कई शिकायतें सामने आती रही हैं। इसी कड़ी में एक शिकायत पैथोलॉजी लैब को लेकर मिली है, जहां दूसरे लैब की अपेक्षा जांच शुल्क में काफी अंतर है और मनमाना वसूली की जा रही है। इसकी शिकायत पीड़ित परिजन ने कलेक्टर से कर दी है।

नगर पालिक निगम क्षेत्र के कोसाबाड़ी जोन अंतर्गत महाराणा प्रताप नगर कालोनी के एमआईजी-11/22 में हेल्थ केयर डायग्नोस्टिक्स नामक पैथोलॉजी लैब संचालित हो रहा है। इसके संचालक डॉ. अजय स्वर्णकार पर आरोप है कि उनके द्वारा आपदा को अवसर बनाकर इनके लैब से जांच कराने वाले कोरोना मरीजों की रक्त जांच के नाम पर मनमाना शुल्क वसूला जा रहा है। रक्त जांच कराने वाली मरीज श्रीमती मनीषा बाला के पति बिरजू बाला ने बताया कि 1 मई को टेस्ट कराने पर पत्नी कोरोना पॉजीटिव आई। 3 मई को कोरोना का ईलाज के सिलसिले में सलाह लेने डॉ. प्रिंस जैन के विकास काम्पलेक्स पॉवर हाऊस रोड स्थित क्लीनिक गए थे। दवा की पर्ची देने के साथ मरीज मनीषा का कम्प्लीट हीमोग्राम टेस्ट, एलएफटी, सीआरपी व डी डायमर टेस्ट कराने के लिए कहा गया। उन्होंने किसी भी लैब से जांच कराने की सलाह दी किंतु कोरोना संक्रमित होने के कारण जांच के लिए भटकने से बचने के लिए लैब संबंधी सुझाव मांगने पर अपने फोन से किसी से संपर्क किया। इसके बाद कहा कि एक युवक घर आकर मरीज का ब्लड सैम्पल ले जाएगा। थोड़ी देर बार बिरजू बाला के निवास पर एक युवक पहुंचा जिसने बालाजी ट्रामा सेंटर का आईकार्ड गले में लटका रखा था। उसने सैम्पल लेने के बाद इसे जांच के लिए हेल्थ केयर डायग्नोस्टिक्स में भेज दिया। जांच के लिए कुल 3800 रुपए शुल्क वसूला गया व रसीद दी गई।

बिरजू बाला के मुताबिक जब उसने एक अन्य पैथोलॉजी लैब से इन दशाओं में उपरोक्त चारों प्रकार की जांच के बारे में पता किया तो मात्र 1800 रुपए खर्च लगना बताया गया। ब्लड सैम्पल लेने वाले युवक ने पृथक से 500 रुपए कलेक्शन चार्ज भी लिया। कम्प्लीट हीमोग्राम रिपोर्ट के लिए 300 रुपए, एलएफटी 500, सीआरपी 500 और डी डायमर के लिए 2500 रुपए शुल्क लिया गया जबकि दूसरे लैब में पता करने पर इसकी कीमत क्रमश: 200, 400, 200 व 1000 रुपए बताई गई।


शिकायतकर्ता ने नीचे आवास और इसके ऊपर की छत पर पैथोलॉजी लैब का संचालन को छत्तीसगढ़ नर्सिंग होम एक्ट के निर्धारित मापदंडों के अनुरूप नहीं होने का भी आरोप लगाया है। संचालक के विरूद्ध जांच कर सख्त कार्यवाही की मांग बिरजू बाला निवासी टीपी नगर ने की है। बिरजू बाला ने यह शिकायत राज्य के स्वास्थ्य मंत्री, कोरबा जिले के प्रभारी मंत्री, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को भी प्रेषित की है।

इस शिकायत के संबंध में हेल्थ केयर डायग्नोस्टिक्स के संचालक डॉ. अजय स्वर्णकार से जानकारी चाही गई तो कहा कि किसी भी तरह का ज्यादा शुल्क नहीं लिया गया है। किसी दूसरे पैथोलैब से तुलना कर देखा जा सकता है। लगाए गए आरोप झूठे हैं। पैथोलैब का संचालन कमर्शियल फ्लोर पर हो रहा है। शिकायत उचित नहीं है।