प्रदेश में नवंबर का दूसरा दिन बड़ी राहत भरा रहा। 20 हजार से ज्यादा लोगों की जांच में मात्र 17 सौ कोरोना केस ही सामने आए। कोरोना से होने वाली मौतों के मामले ने चिंता बढ़ा दी और 58 नए मामले दर्ज किए गए। रायपुर जिले में भी 102 मरीज सामने आए। जांजगीर-चांपा जिले में ही कोरोना संक्रमण के केस दो सौ से ज्यादा मिले।
रायपुर. प्रदेश में नवंबर का दूसरा दिन बड़ी राहत भरा रहा। 20 हजार से ज्यादा लोगों की जांच में मात्र 17 सौ कोरोना केस ही सामने आए। कोरोना से होने वाली मौतों के मामले ने चिंता बढ़ा दी और 58 नए मामले दर्ज किए गए। रायपुर जिले में भी 102 मरीज सामने आए। जांजगीर-चांपा जिले में ही कोरोना संक्रमण के केस दो सौ से ज्यादा मिले। प्रदेश में रोजाना कम हो रहे कोरोना केस की वजह से राहत महसूस की जा रही है, मगर कोरोना से होने वाली मौतों के मामलों ने आम लोगों के साथ चिकित्सकों की चिंता बढ़ा दी है। नए और पुराने मामले मिलाकर प्रदेश में रोजाना करीब 50 प्रकरण सामने आ रहे हैं, जिससे कुल मौतों की संख्या में लगताार इजाफा होता जा रहा है। सोमवार को सामने आए 58 प्रकरणों के साथ मौतों का आंकड़ा 22 सौ से ऊपर चला गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी यह नहीं समझ पा रहे हैं कि जिलों के स्वास्थ्य अमले द्वारा सात माह में हुई और कितनी मौतों के आंकड़े छिपाकर रखे गए हैं। रोजाना रायपुर समेत प्रदेश के आधा दर्जन जिलों से बड़ी संख्या में छिपाकर रखे गए मौत के मामलों से पर्दा हटता जा रहा है। सोमवार को प्रदेश में स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या भी 1564 रही, जिसके बाद यहां सक्रिय कोरोना संक्रमितों की संख्या 21914 तक पहुंची है। यहां मिले पॉजिटिव प्रदेश में अब तक 190515 कोरोना संक्रमितों का पता चला है। चौबीस घंटे में हुई 11 मौतों में से 4-4 मौतें रायपुर और रायगढ़ जिले में दर्ज की गई हैं। सोमवार को जांजगीर-चांपा में 218, रायगढ़ 190, राजनांदगांव में 172, बालोद 101, दुर्ग-कोंडागांव में 77, कबीरधाम 67, बलौदाबाजार 65, बिलासपुर 63 तथा बस्तर में 53 कोरोना संक्रमितों का पता चला।