शासकीय हाईस्कूल दर्री का मामला,कर्तव्य निवर्हन में लापरवाह महिला शिक्षिकाओं ने प्राचार्य को लिखा धमकी भरा पत्र
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । शासकीय हाईस्कूल दर्री की प्राचार्य श्रीमती मीना साहू पर कोरोनाकाल में बिना किसी आधार के पद का दुरुपयोग कर विद्यालय के 3 शिक्षिकाओं द्वारा वेतन रोके जाने का आरोप लगाते हुए कलेक्टर एवं डीईओ को की गई शिकायत के बाद संबंधित महिला व्याख्यातों की घोर लापरवाही सामने आई है । कोविड -19 नियंत्रण हेतु कांटेक्ट ट्रेसिंग के महत्वपूर्ण कार्य दायित्व को पड़ोसी एवं कॉलोनी में संक्रमण का हवाला देकर निर्वहन न कर अनुपस्थित रहने के आधार पर महिला शिक्षकों का वेतन रोकने की कार्यवाई की गई है। महिला शिक्षिकाओं द्वारा प्राचार्य को लिखा गया धमकी भरा पत्र भी वायरल हो रहा है ।
यहां बताना होगा कि मंगलवार को शासकीय हाईस्कूल दर्री में कार्यरत महिला व्याख्याताओं श्रीमती हेमलता करियारे ,श्रीमती कविता कौशिक ,श्रीमती मधुबाला साहू ने कलेक्टर एवं डीईओ को प्राचार्य श्रीमती मीना साहू के खिलाफ अपने पद का दुरुपयोग कर मई माह का वेतन अकारण रोके जाने की शिकायत की थी । शिकायत के बाद दूसरा पहलू सामने आया है जहाँ शिकायत कर्ता महिला व्याख्यातों के खिलाफ की गई कार्यवाई जायज प्रतीत हो रही है ,साथ ही महिला शिक्षिकाओं की घोर लापरवाही भी सामने आई है । सम्बंधित महिला शिक्षिकाओं का कोविड -19 नियंत्रण हेतु कांटेक्ट ट्रेसिंग कार्य हेतु पीएचसी दर्री सिंचाई कालोनी में बीईओ कटघोरा कार्यालय द्वारा 5 मई को ड्यूटी लगाई गई थी। लेकिन शिकायतकर्ता महिला शिक्षिकाओं में से व्याख्याता श्रीमती मधुबाला साहू एवं श्रीमती कविता कौशिक 8 मई को राजस्व निरीक्षक सिंचाई कालोनी के मौका निरीक्षण के दौरान कर्तव्य स्थल से अनुपस्थित पाई गईं। जिसकी वजह से कांटेक्ट ट्रेसिंग का कार्य प्रभावित हुआ।जब सम्बंधित अनुपस्थित शिक्षकाओं के संदर्भ में बीईओ कार्यालय से जानकारी ली गई तो चोंकाने वाले तथ्य सामने आए ।व्याख्याता श्रीमती कविता कौशिक द्वारा कार्य मुक्ति का आवेदन पत्र दिया गया था जिसमें उनके द्वारा उनके मकान से जुड़े मकान में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने का उल्लेख किया गया था । जिसकी वजह से उन्होंने होम आईसोलेशन में होने का उल्लेख किया था। वहीं व्याख्याता श्रीमती मधुबाला साहू सम्बंधित तिथि को कोई सूचना नहीं दी थी बाद में उनके द्वारा कालोनी में संक्रमण का उल्लेख करते हुए होम आईसोलेशन में होने की जानकारी दी गई थी । जिसके तारतम्य में एसडीएम कटघोरा द्वारा कोविड -19 के कार्य दायित्व के प्रति घोर लापरवाही एवं सिविल सेवा आचरण नियमों के विपरीत कार्य व्यवहार पाए जाने का उल्लेख कर 21 मई को कारण बताओ नोटिस जारी कर 2 दिवस के भीतर बीईओ कार्यालय के माध्यम से जवाब प्रस्तुत करने का अल्टीमेटम दिया था। जवाब प्रस्तुत नहीं करने पर एकपक्षीय अनुशासनात्मक कार्यवाई की चेतावनी दी गई थी ।बावजूद इसके सन्तुष्टिजनक जवाब प्रस्तुत नहीं किया गया। जिसकी वजह से मासिक वेतन पत्रक में सम्बंधित शिक्षिकाओं का अनुपस्थिति दर्शाकर प्राचार्य श्रीमती मीना साहू ने उपस्थिति पत्रक वेतन आहरण के लिए डीडीओ संस्था शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जमनीपाली के प्राचार्य अभिमन्यु साहू के पास भेजा। डीडीओ संस्था ने उपस्थिति पत्रक में अनुपस्थिति की वजह से कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही बरतने वाली महिला शिक्षिकाओं का वेतन रोक दिया है। जिससे आक्रोशित महिला शिक्षकों ने कलेक्टर एवं डीईओ से प्राचार्य द्वारा अकारण वेतन रोके जाने की भ्रामक शिकायत की। यहाँ तक कि व्याख्याता श्रीमती कविता कौशक ने 30 मई को प्राचार्य पर पद का दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए वेतन नहीं मिलने से अपने व अपने परिवार के साथ कुछ भी अनुचित घटित होने की जिम्मेदारी प्राचार्य की होने सबंधी धमकी भरा पत्र लिखा है ।
व्याख्याता श्रीमती करियारे अतिशेष में इसलिए नहीं निकल रहा वेतन
इस पूरे शिकायत प्रकरण में व्याख्याता श्रीमती हेमलता करियारे भी चर्चा में रही हैं । उनका वेतन भी मई माह में नहीं निकला है। दरअसल रसायन विषय की व्याख्याता श्रीमती करियारे हाईस्कूल दर्री में अतिशेष शिक्षिका हो गई हैं। आरएमएसए के तहत संचालित हाईस्कूलों के सेट अप में विज्ञान विषय का एक ही पद स्वीकृत है । जबकि हाईस्कूल दर्री में जीव विज्ञान के व्याख्याता के पद पर मधुबाला साहू पहले से पदस्थ हैं। हाल ही के वर्षों में व्याख्याता श्रीमती करियारे एक साल तक अटैचमेंट के बाद हाईस्कूल दर्री में अपना ट्रांसफर कराकर पदस्थ हुई हैं। चूंकि व्याख्याता मधुबाला साहू नगर निगम की कर्मचारी थीं लिहाजा उनका वेतन बीईओ कार्यालय से निकल रहा था। जिसकी वजह से व्याख्याता श्रीमती करियारे का वेतन संस्था से आहरण हो रहा था। 8 साल की सेवा अवधि पूर्ण करने के बाद संविलियन पश्चात व्याख्याता मधुबाला का नियमितीकरण हो गया है । लिहाजा हाईकोर्ट के निर्देश व वरिष्ठता के आधार पर पूर्व में नियुक्त व्याख्याता मधुबाला साहू का वेतन मई माह से हाईस्कूल दर्री से ही निकाला जाएगा । व्याख्याता श्रीमती करियारे विज्ञान विषय के दूसरे व अतिशेष शिक्षिका हो गईं हैं । लिहाजा डीडीओ (आहरण संवितरण अधिकारी)संस्था शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जमनीपाली ने डीईओ से इनका वेतन निर्धारण के लिए मार्गदर्शन मांगा है । अभी तक डीईओ कार्यालय से इनका वेतन निर्धारण करने कोई पहल नहीं की जा सकी है जिसकी वजह से मई माह का इनका वेतन रुका है। वेतन रुकने से नाराज व्याख्याता श्रीमती करियारे भी अन्य महिला व्याख्याताओं के साथ प्राचार्य के खिलाफ शिकायत की हैं।
वर्जन
कोविड -19 ड्यूटी से अनुपस्थित थीं शिक्षिका
कोविड -19 नियंत्रण के लिए लगाए गए कांटेक्ट ट्रेसिंग के कार्य में अनुपस्थित रहने वालीं व्याख्याताओं का एसडीएम कार्यालय के निर्देशानुसार वेतन उपस्थिति पत्रक निरंक भेजा गया है। वेतन पत्रक तैयार करने का कार्य डीडीओ संस्था द्वारा की जाती है। कुछ शिक्षिकाओं द्वारा मुझे धमकाया जा रहा है।
मीना साहू ,प्राचार्य हाईस्कूल दर्री
वर्जन
अतिशेष हैं शिक्षिका मार्गदर्शन मांगे हैं
दो शिक्षिकाओं का वेतन कोविड -19 ड्यूटी से अनुपस्थिति के कारण तो एक शिक्षिका का वेतन अतिशेष होने के कारण रोका गया है। अतिशेष शिक्षिका का वेतन निर्धारण करने डीईओ कार्यालय से मार्गदर्शन मांगा गया है।
अभिमन्यु साहू ,प्राचार्य शाउमावि जमनीपाली




