पखवाड़े भर से वैक्सीन के अभाव में 18 से 44 आयुवर्ग का वैक्सीनेशन बन्द ,केंद्र और राज्य की खींचतान में युवाओं की जा रही जान,कोरबा में 6 लाख 46 हजार 502 लोगों में से महज 27 हजार 584 को लगी वैक्सीन की पहली डोज
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा (भुवनेश्वर महतो) । जिले के 95 फीसदी युवावर्ग केन्द्र और राज्य सरकार की खींचतान की वजह से कोविड -19 (कोरोना ) से महफूज नहीं हैं । पिछले एक पखवाड़े से वैक्सीन लगवाने की आश में वैक्सीनेशन सेंटर पहुंच रहे युवा वैक्सीन की अनुपलब्धता की वजह से निराश वापस लौट रहे हैं। न राज्य न जिले के अधिकारी यह नहीं बता पा रहे कि वैक्सीन कब पहुंचेगी। लचर वैक्सीनेशन का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है 18 से 44 आयु वर्ग के 5 फीसदी लोग भी वैक्सीनेट नहीं हो सके।
यहाँ बताना होगा कि चीन की वुहान से निकले कोरोना वायरस ने पूरे विश्व में तबाही मचा रखी है । लाखों लोग इस महामारी में जान गंवा चुके हैं ,तो वहीं करोड़ों लोग संक्रमित हो चुके हैं। देश में भी कोरोना तांडव मचा रही है। 10 लाख से अधिक लोग इससे जान गंवा चुके हैं । प्रदेश में भी 5 हजार से अधिक तो कोरबा जिले में 500 से अधिक लोग कोरोना से जिंदगी की जंग हार चुके हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन सहित तमाम स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना से बचाव का स्थाई उपाय सिर्फ और सिर्फ पूरे देशवासियों का वैक्सीनेशन ही है। टीकाकरण से ही लोगों की जिंदगी कोरोना से महफूज की जा सकती है। इसके लिए देश में निर्मित 2 कंपनियों भारत बायोटेक हैदराबाद की को वैक्सीन एवं सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया पुणे की कोविशील्ड वैक्सीन जनवरी से प्राथमिकता के आधार पर लोगों को लगाया जा रहा है ।शुरुआत में विशेषज्ञों की राय के आधार पर सरकार ने 60 से अधिक आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन किया। बाद में 45 से अधिक आयु के लोगों का निःशुल्क वैक्सीनेशन किया। इस आयु वर्ग के लोगों में कोरोना के खिलाफ इम्युनिटी कम पाए जाने के कारण यह निर्णय लिया गया। लेकिन कोरोना के बदलते स्वरूप और दूसरी लहर की दस्तक ने इससे कम आयु वर्ग के लोगों को सर्वाधिक रूप से चपेट में लेना शुरू कर दिया। लिहाजा सरकार को पुनः वैक्सीनेशन की नीति में बदलाव कर 1 मई से 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीनेशन करने की घोषणा करनी पड़ी। लेकिन केंद्र सरकार ने इस वर्ग को निःशुल्क वैक्सीनेशन करने से हाथ खड़े कर दिया। राज्यों को वैक्सीन खरीदने की जिम्मेदारी दे दी गई।जबकि इसी आयु वर्ग के लोगों की आबादी देश व राज्य में सबसे अधिक है। अब राज्य अपने फंड अनुसार वैक्सीन की खरीदी कर इस आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन कर रही है। जिसकी सबसे खराब स्थिति छत्तीसगढ़ की है। बात करें कोरबा जिले की तो यहाँ इस आयु वर्ग के कुल 6 लाख 46 हजार 502 लोग हैं। इनमें 3 लाख 30 हजार 427 पुरुष तो 3 लाख 16 हजार 75 महिला हैं। इस आयु वर्ग के 61 फीसदी से अधिक आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत है। ग्रामीण क्षेत्रों में 4 लाख 695 लोगों की आबादी बसी है। जिनमें 2 लाख 3 हजार 318 पुरुष तो 1 लाख 97 हजार 377 महिलाएं शामिल हैं। बात करें शहरी क्षेत्रों की तो यहाँ इस आयु वर्ग की 2 लाख 45 हजार 807 की आबादी बसी है। इनमें 1 लाख 27 हजार 109 पुरुष तो 1 लाख 18 हजार 698 महिलाएं शामिल हैं। अब बात करें कुल वैक्सीनेशन की तो आंकड़े बेहद ही डराने वाले हैं। इस आयु वर्ग के कुल आबादी 6 लाख 46 हजार 502 लोगों में से महज 27 हजार 584 लोगों को ही वैक्सीन की पहली डोज दी जा सकी है।इनमें अंत्योदय के 4 हजार 326,बीपीएल के 12 हजार 556 ,एपीएल के 7 हजार 56 एवं 646 फ्रंट लाईन वर्कर शामिल हैं। इस तरह देखें तो वैक्सीनेशन का दायरा महज 4 .26 फीसदी है। अभी भी 6 लाख 18 हजार 918 लोग कोरोना से महफूज नहीं हैं। इस 95 फीसदी से अधिक की आबादी के लिए वैक्सीन कब आएगी ये जिले के टीकाकरण अधिकारी भी नहीं बता रहे।
तो एक तरफ बर्बादी और इंतजार
एक तरफ जहां 45 से अधिक आयु वर्ग के लोगों के लिए पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध होने के बाद भी वो लगवाने आगे नहीं आ रहे। वैक्सीन वेस्ट हो रही ,वहीं 18 से 44 आयु वर्ग के लोग वैक्सीन की उम्मीद में वैक्सीनेशन सेंटर की रोज चक्कर काट रहे हैं। स्वंय प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव इस स्थिति को देखते हुए कह चुके हैं कि वैक्सीनेशन में अब केंद्र सरकार को आयु वर्ग की अलग अलग नीति को खत्म कर देना चाहिए। ताकि वैक्सीन की बर्बादी न हो सभी को वैक्सीन लग सके। बुधवार को पुनः 3 लाख 60 हजार डोज वैक्सीन प्रदेश को मिले। लेकिन ये 45 प्लस आयु वर्ग के लिए ही मिले हैं।
अति गरीब अंत्योदय परिवार सबसे ज्यादा असुरक्षित
जिले में लचर वैक्सीन आपूर्ति के कारण ठप्प पड़े 18 से 44 आयु वर्ग के वैक्सीनेशन अभियान की दयनीय स्थिति का अंदाजा अति गरीब अंत्योदय परिवारों के वैक्सीनेशन से भी लगाया जा सकता है। जिले में 53 हजार 391 अंत्योदय परिवार हैं।ग्रामीण क्षेत्र में 42 हजार 577 तो नगर निगम क्षेत्र में 10 हजार 814 परिवार निवासरत हैं। लेकिन इनमें से इस आयु वर्ग के महज 4 हजार 326 परिवारों को ही वैक्सीन लग सकी है।
क्यूँ जरूरी है वैक्सीन लगवाना
कोविड -19 का खतरा बुजुर्गों के साथ साथ युवाओं को भी है । इसलिए सभी आयु वर्ग के लोगों को कोविड 19 की वैक्सीन जरूर लगवानी चाहिए। वैक्सीन हमारे शरीर में कोविड -19 के खिलाफ इम्यूनिटी के विकास में मदद करती है । यह हमारी रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ा देती है। और शरीर में एंटीबॉडी विकसित करती है ।
फैक्ट फाईल
18 से 44 आयु वर्ग कुल आबादी – 6,46,502.00
वैक्सीनेशन – 27,584.00
वैक्सीनेशन बाकी -6,18,918.00
वैक्सीनेशन प्रतिशत -4 .44 %
वर्जन
वैक्सीन कब आएगी कह नहीं सकते
18 से 44 आयु वर्ग के लिए जिले में वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। वैक्सीन कब आएगी इसकी सूचना अभी नहीं मिली है। वैक्सीन आते ही प्राथमिकता से इस आयु वर्ग के लोगों का भी वैक्सीनेशन किया जाएगा।
डॉ.कुमार पुष्पेश
जिला टीकाकरण अधिकारी,कोरबा