न्यूज़ीलैंड के कप्तान केन विलियमसन और भारतीय कप्तान विराट कोहली
टेस्ट क्रिकेट में कौन है चैंपियन – भारत या न्यूज़ीलैंड? इसका जवाब जानने में बहुत अधिक दिन नहीं बचे हैं क्योंकि आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फ़ाइनल इसी शुक्रवार से इंग्लैंड के साउथेम्प्टन में शुरू होने जा रहा है.
न्यूज़ीलैंड की टीम अच्छी फॉर्म मेंन नज़र आ रही है. पिछले सप्ताह इंग्लैंड को उसकी ज़मीन पर खेले गए दो टेस्ट मैच की सिरीज़ में न्यूज़ीलैंड ने 1-0 से हराया था. दोनों टीमों के बीच खेला गया पहला टेस्ट मैच ड्रॉ रहा लेकिन बर्मिंघम में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच को न्यूज़ीलैंड ने बेहद आसानी से आठ विकेट से अपने नाम किया.
दूसरी पारी में न्यूज़ीलैंड के सामने जीत के लिए केवल 38 रन का लक्ष्य था जो उसने दो विकेट खोकर हासिल कर लिया. इससे पहले न्यूज़ीलैंड ने इंग्लैंड को साल 1999 में खेली गई चार टेस्ट मैचों की सिरीज़ में 2-1 से हराया था.
22 साल के लंबे अंतराल के बाद मिली इस जीत ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फ़ाइनल से पहले भारत के लिए ख़तरे की घंटी बजा दी है.इंग्लैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट सिरीज़ जीतनेके बाद न्यूडज़ीलैंड की टीम
भारत भी है जीत के रथ पर सवार
लेकिन भारत ने भी टेस्ट क्रिकेट में बीते कुछ वक्त में अच्छा प्रदर्शन किया है. भारत ने पिछली दो टेस्ट सिरीज़ में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को मात दी है. भारत ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में चार टेस्ट मैचों की सिरीज़ में लोमहर्षक अंदाज़ में 2-1 से हराया जिसकी गूँज आज भी सुनाई देती है.
इसके बाद भारत ने इंग्लैंड को अपने ही घरेलू मैदान में खेली गई चार टेस्ट मैचों की सिरीज़ में 3-1 से हराया.
कोहली ने भरी हुंकार
इस बहुप्रतिष्ठित फ़ाइनल के लिए इंग्लैंड रवाना होने से पहले भारत के कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एक सुर में बताया कि भारतीय टीम ने देश और विदेश में पिछले कुछ वर्षों में शानदार प्रदर्शन किया है. यह शानदार प्रदर्शन ही विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में पहुंचने का इनाम है.
कप्तान विराट कोहली ने कहा कि वह भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाने के लिए खेलते हैं ना कि लोगों की सोच के अनुसार, क्योंकि वैसी सोच से जीत हासिल नहीं की जा सकती.
दूसरी तरफ़ कोच रवि शास्त्री ने कहा कि भविष्य में टेस्ट क्रिकेट चैंपियनशिप फ़ाइनल के तीन मैच होने चाहिए.
पूर्व अंतराष्ट्रीय क्रिकेटर न्यूज़ीलैंड के पक्ष में
जब पहली बार टेस्ट चैंपियन का फ़ैसला अंकों के नहीं बल्कि मुक़ाबले के आधार पर हो रहा हो तो ज़ाहिर है दुनिया भर के क्रिकेटरों की निगाहें तो मैच पर होगी ही और वह अपने हिसाब से अपनी प्रतिक्रिया भी देंगे.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ ब्रेट ली का मानना है कि क्योंकि न्यूज़ीलैंड का टीम स्विंग गेंदबाज़ी की अनुकूल परिस्थितियों में खेलने की अधिक आदी है इसलिए उसका पलड़ा भारत पर भारी रह सकता है.
ब्रेट ली का यह भी मानना है कि जो टीम अच्छी गेंदबाज़ी करेगी वह फ़ाइनल जीतेगी. वैसे वह दोनों टीमों को एक जैसा मानते हैं.
कुछ ऐसा ही मानना है भारत के पूर्व कप्तान और क्रिकेट के मक्का लॉर्ड्स में तीन शतक जमा चुके दिलीप वेंगसरकर का. पिछले दिनों अख़बारों में उनकी टिप्पणी प्रमुखता से छपी कि भारत को फ़ाइनल से पहले दो-तीन अभ्यास मैच खेलने चाहिए थे. बल्लेबाज़ों की तरह गेंदबाज़ों को भी मैच अभ्यास की ज़रूरत थी.
वेंगसरकर ने यह भी कहा कि विराट कोहली और रोहित शर्मा अच्छी लय में हैं लेकिन प्रतिस्पर्धी मुक़ाबलों की कमी के कारण दौरे की शुरूआत में ही विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल में उनका प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है. न्यूज़ीलैंड को पहले से ही इंग्लैंड में होने का फ़ायदा मिल सकता है.हेनरी निकोल्स
केन विलियम्सन और हेनरी निकोल्स के लिए फ़ाइनल चुनौतीपूर्ण
जहां भारत के कप्तान विराट कोहली आत्मविश्वास से भरे हुए हैं वहीं न्यूज़ीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन संभल कर बोल रहे हैं. उनका कहना है कि वह भारतीय टीम का सामना करने को लेकर रोमांचित हैं. विलियम्सन ने आईसीसी के ट्विटर पर जारी वीडियो में कहा कि भारत के ख़िलाफ़ खेलना शानदार चुनौती होता है.
वीडियो में उन्होंने कहा, “फ़ाइनल खेलना रोमांचक है और उसे जीतना सोने पर सुहागा. हम भारत को कड़ी टक्कर देंगे. चैंपियनशिप के बारे में उनका मानना था कि मुक़ाबले काफ़ी रोचक रहे.”
वहीं न्यूज़ीलैंड के तेज़ गेंदबाज़ नील वेगनेर मानते हैं कि भारत के पास इंग्लैंड के हालात का सदुपयोग करने वाले अच्छे तेज़ गेंदबाज़ हैं जो गेंद को स्विंग करा सकते हैं, लेकिन धूप पड़ने पर विकेट सपाट भी हो सकते हैं जिससे उन्हें मदद नहीं मिलेगी.
फ़ाइनल मुक़ाबला एजिस बाउल मैदान पर होना है जहां की पिच आमतौर पर स्पिनरों के लिए मददगार होती है.
न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज़ हेनरी निकोल्स का मानना है कि आर अश्विन और रविंद्र जडेजा की स्पिनर जोड़ी से ज़्यादा चिंता है.
हेनरी निकोल्स ने एक और बहुत बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा और मोहम्मद शमी ने पिछले कुछ वर्षों में अपना लोहा मनवाया है और वह उनके तेज़ गेंदबाज़ों ट्रेंट बोल्ट, टिम साउदी और नील वेगनर के समान हैं.
निकोल्स ने यह भी कहा कि यह एक रोमांचक चुनौती है क्योंकि वह तटस्थ स्थान पर टेस्ट चैम्पियनशिप फ़ाइनल खेलेंगे.एजिस बाउल मैदान
बेहद दमदार है भारत
क्रिकेट समीक्षक विजय लोकपल्ली की नज़र में भारतीय टीम अपने बल्लेबाज़ों और गेंदबाज़ों के दम पर बेहद दमदार है. उन्होंने कहा कि सभी को लग रहा है कि बेहद रोमांचक क्रिकेट देखने को मिलेगा.
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है पहली बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में दुनिया की दो बेहतरीन टीमें आमने-सामने होंगी. न्यूज़ीलैंड इंग्लैंड से टेस्ट सिरीज़ जीत गया है और भारतीय टीम भी अब तक इंग्लैंड में खेलने का अनुभव ले चुकी है. भारत से भी बहुत उम्मीदें हैं क्योंकि उसने पहले ऑस्ट्रेलिया और फिर इंग्लैंड को अपने घर में हराया. भारतीय टीम क्रिकेट के हर प्रारूप में शानदार फ़ॉर्म में है इसलिए एक नज़दीकी मुक़ाबला देखने को मिल सकता है, लेकिन यह तब होगा जब बारिश ना हो.”
विजय लोकपल्ली बारिश की संभावना को लेकर कहते हैं कि इंग्लैंड के अख़बारों के अनुसार यहां दो दिन तेज़ बारिश हो सकती है.
वो कहते हैं, “अभी तक देखा गया है कि इंग्लैंड के पूर्वानुमान सही साबित होते है. अब प्रार्थना ही की जा सकती है कि बारिश या तो मैच के पहले दिन हो या मैच समाप्त होने के बाद ताकि फ़ाइनल आसानी से हो सके. दुनिया भर की निगाहें इस विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के पहले फ़ाइनल पर है.”
सुरक्षित दिन यानी रिज़र्व डे को लेकर विजय लोकपल्ली कहते हैं कि अभी से यह नहीं कहा जा सकता कि किस दिन और कब बारिश होगी? बारिश मैच के दौरान होगा या फिर बाद में होगी?
वो कहते हैं, “बारिश का असर गेंदबाज़ी पर पड़ सकता है. बारिश के अनुसार अगर टीम का चयन किया जाए लेकिन अगर बारिश ना ही हो या पहले दो दिन थोड़ी हो तो टीम के चयन पर असर होगा. अब बारिश भले ही हो लेकिन उससे खेल की लय ना टूटे. मैच में परिणाम निकले इसलिए रिज़र्व डे रखा गया है.”
वहीं बारिश की आशंका को लेकर अयाज़ मेमन कहते हैं, “ऐसा इंग्लैंड में अक्सर होता है जिसका फ़ायदा तेज़ गेंदबाज़ों को मिलता है. अगर ऐसा हुआ तो न्यूज़ीलैंड को लाभ होगा क्योंकि वहां भी ऐसे हालात रहते है. भारत के बल्लेबाज़ इसके आदी नहीं है इसलिए उन्हें मेहनत करनी पड़ेगी.”
– टेस्ट क्रिकेट में भारत की पांच हैरतअंगेज़ जीतडेवोन कॉनवे
दो टेस्ट मैच का अनुभव न्यूज़ीलैंड को मिलने को लेकर विजय लोकपल्ली कहते हैं, “भारत की टीम ऐसी नहीं है जिसे इंग्लैंड में खेलने का तजुर्बा नहीं है. अब पहले जैसा ज़माना नहीं रहा जब किसी नई जगह की जानकारी ना हो.”
इंग्लैंड के ख़िलाफ़ दूसरे टेस्ट मैच में केन विलियम्सन, विकेटकीपर बीजे वाटलिंग, कोलिन डी ग्रैंडहोम, मिचेल सेंटनर और काइल जैमीसन नहीं खेले. ऐसे में भारत के ख़िलाफ़ न्यूज़ीलैंड की कौन सी टीम खेलेगी? क्या गेंदबाज़ी में भी कुछ बदलाव होंगे?
इस सवाल के जवाब में विजय लोकपल्ली कहते हैं “न्यूज़ीलैंड का गेंदबाज़ी अटैक शानदार है. उन्होंने बेहतरीन अंदाज़ में दूसरा टेस्ट मैच निकाला. पूरे मैच में कहीं भी नहीं लगा कि इंग्लैंड का पलड़ा इसलिए भारी है क्योंकि वह अपने घर में खेल रही है वरना न्यूज़ीलैंड ने अपना होम वर्क अच्छी तरह किया है. अपने पहले ही टेस्ट मैच में डेवोन कॉनवे ने दोहरा शतक जमाया. टिम साउदी, ग्रैंडहोम और जेमीसन का प्रयोग किया. वेगनर और सेंटनर खेले है. विलियम्सन की वापसी से टीम बहुत मज़बूत हो जाएगी क्योंकि वह दुनिया के तीन सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ों में से एक हैं.”
सलामी बल्लेबाज़ डेवोन कॉनवे को लेकर विजय लोकपल्ली कहते हैं कि उन्होंने दो टेस्ट मैच खेलकर ही अपना दमख़म दिखा दिया है. वह पुराने ज़माने के खिलाड़ी लगते है. ख़ब्बू बल्लेबाज़ होने के कारण वो पुराने बल्लेबाज़ो की तरह गेंद को उसकी गुणवत्ता के आधार पर खेलते हैं.
वो कहते हैं, “वह पिच पर जाते ही शॉट्स नहीं खेलते. लॉर्ड्स पर अपनी पहली ही पारी में उन्होंने दोहरा शतक बनाया और दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में भी वह 80 रन बनाकर शतक के क़रीब पहुँच गए थे लेकिन फिर ऑउट हो गए.”
न्यूज़ीलैंड के मध्यम क्रम तक मज़बूत बैटिंग लाइन अप को लेकर विजय लोकपल्ली कहते हैं कि टॉम लैथम, डेवोन कॉनवे, विल यंग, रोस टेलर, हेनरी निकोल्स सभी ने रन बनाए हैं और विलियम्सन के आने से उनकी बल्लेबाज़ी को और दम मिलेगा.चेतेश्वर पुजारा
ऑस्ट्रेलिया में मिली जीत के बाद भारत के स्पिन होने वाली विकेट पर भारत इंग्लैंड से टेस्ट सिरीज़ जीत तो गया लेकिन चेतेश्वर पुजारा, शुभमन गिल, अजिंक्य रहाणे अपनी फ़ॉर्म खो बैठे और विराट कोहली भी कई बार जल्दी आउट हुए.
वहीं क्रिकेट समीक्षक अयाज़ मेमन कहते हैं, “मुझे कड़े मुक़ाबले की उम्मीद है और न्यूज़ीलैंड को किसी भी तरह से कम नहीं आंकना चाहिए. पिछली बार जब भारतीय टीम न्यूज़ीलैंड गई थी तो विराट कोहली की टीम को दोनों टेस्ट मैच में मात मिली थी. जब केन विलियम्सन नहीं खेले, टिम साउदी और वाटलिंग भी नहीं खेले लेकिन फिर भी जिस आसानी से उन्होंने इंग्लैंड को हराया वो बताता हैं कि यह बहुत मज़बूत टीम है.”
इंग्लैंड के स्विंग गेंदबाज़ों को मदद देते विकेट पर भारतीय बल्लेबाज़ कैसा खेलेंगे? इसे लेकर विजय लोकपल्ली कहते हैं कि कंडीशन या हालात बदलने से कुछ नहीं होगा क्योंकि विराट कोहली, पुजारा, रहाणे, शुभमन गिल, ऋषभ पंत और वाशिंगटन सुंदर जैसे खिलाड़ियों के होते यह नहीं सोच सकते कि यह सिर्फ़ भारत में ही कामयाब होंगे.
वो कहते हैं, “उम्मीद है कि यह इंग्लैंड में भी रन बनाएँगे क्योंकि यह वहां दूसरे हाफ़ में खेल रहे है. इस मौसम में पिच बल्लेबाज़ों को मदद करती हैं.”
इंग्लैंड में भारतीय बल्लेबाज़ अपना स्वभाविक खेल खेलने में क़ामयाब रहेंगे चाहे वह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फ़ाइनल हो या उसके बाद खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट मैच हो.
चार या पाँच गेंदबाज़ों के साथ मैदान में उतरने को लेकर विजय लोकपल्ली कहते हैं, “रविंद्र जडेजा और आर अश्विन के अलावा तीन तेज़ गेंदबाज़ों के साथ उतरना ठीक होगा. हालांकि हो सकता है टीम मैनेजमेंट एक स्पिनर खिलाए और चार तेज़ गेंदबाज़ जिसके बारे में रवि शास्त्री और विराट कोहली ज़्यादा बेहतर समझते हैं.”
वहीं अयाज़ मेमन कहते हैं कि अगर मौसम भारी हुआ तो टीम एक स्पिनर और चार तेज़ गेंदबाज़ों के साथ भी खेल सकती है.
तो ऐसे में कौन सा स्पिनर खेलेगा? क्या आर अश्विन खेलेंगे जो पिछले छह महीने से अपने टॉप फ़ॉर्म में हैं या जडेजा जिनके प्रदर्शन में पिछले दो तीन साल में बहुत सुधार हुआ है, ये सवाल टीम प्रबंधन के सामने रहेगा.
पूर्व खिलाड़ियों के न्यूज़ीलैंड का पलड़ा भारी मानने को लेकर विजय लोकपल्ली कहते हैं, “यह उनका अपना मानना है कि न्यूज़ीलैंड के वहां खेलने से उसे फ़ायदा मिलेगा और जब भारत की टीम में छह बल्लेबाज़ होंगे. उन्हें लगता है कि वह न्यूज़ीलैंड के गेंदबाज़ों को नहीं खेल सकते तो फ़िर किसी को यह दावा नहीं करना चाहिए कि भारत दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम है.”
अयाज़ मेमन कहते हैं कि न्यूज़ीलैंड को मात देने के लिए भारत के तरकश में हर तीर मौजूद है, चाहे वह बल्लेबाज़ी हो या गेंदबाज़ी, लेकिन उसका इस्तेमाल वह कैसे करता है यह देखना होगा.
– टेस्ट क्रिकेट के 144 सालों में रोहित का नायाब ऐतिहासिक रिकॉर्डरवींद्र जडेजा
फ़ाइनल बेनतीजा रहा तो दोनों टीमें होंगी चैंपियन
आईसीसी की नियमों के अनुसार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फ़ाइनल ड्रा या टाई रहा तो भारत और न्यूज़ीलैंड दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित कर दिया जाएगा.
वैसे मैच के दौरान समय बर्बाद होने की स्थिति में आईसीसी मैच रेफ़री नियमित तौर पर टीम और मीडिया को जानकारी देते रहेंगे कि सुरक्षित दिन का इस्तेमाल कैसे किया जाएगा. सुरक्षित दिन 23 जून रखा गया है.
यह व्यवस्था 18 से 22 जून के बीच होने वाले फ़ाइनल के नियमित दिनों में किसी कारण से समय बर्बाद होने की स्थिति में सुरक्षित दिन के रूप में की गई है.