शिक्षा विभाग को नहीं है शासन के आदेश की परवाह,अंधरीकक्षार स्कूल में चल रहा था शादी समारोह

प्रतिबंध के बावजूद निजी स्वार्थ के लिए दे दिए शासकीय भवन ,जमकर उड़ी कोविड-प्रोटोकॉल की धज्जियां ,कलेक्टर के आदेश पर पहुंचे नायब तहसीलदार ने लगाया 25 हजार का अर्थदंड

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। शिक्षा विभाग को शासन के नियम कायदों से कोई सरोकार नहीं है। सोमवार को शहर के माध्यमिक शाला झगरहा के कैम्पस को विवाह समारोह के लिए दे दिया गया। कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाकर शादी समारोह चल रहा था। लेकिन निजी स्वार्थ के लिए शासकीय स्कूल भवन कैम्पस को दे रखे शिक्षा विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के अलावा पुलिस की नजर भी इस ओर नहीं पड़ी। कलेक्टर के आदेश पर देर रात ही जांच में पहुंचे नायब तहसीलदार ने आयोजनकर्ता पर 25 हजार का जुर्माना लगाया।

यहाँ बताना होगा कि राज्य शासन ने समस्त शासकीय भवनों व कैम्पस को शादी या अन्य समारोह के लिए दिए जाने पर प्रतिबंध लगा रखा है। इस आशय के निर्देश सभी विभाग प्रमुखों को दिए जा चुके हैं बावजूद इसके शिक्षा विभाग को इसकी परवाह नहीं है।सोमवार को डीईओ कार्याकय से महज ढाई किलोमीटर की दूरी पर संचालित अंधरीकक्षार संकुल के शाला परिसर में धूमधाम से टेंट लगाकर विवाह समारोह चल रहा था।यहाँ एक शशिकांत श्रीवास नामक व्यक्ति के पुत्री का विवाह समारोह चल रहा था। दरअसल शशिकांत ने स्वयं को अति गरीब बताकर शाला प्रबंधन समिति पार्षद एवं प्रधानपाठक से 6 जुलाई को हरदीबाजार से बारात आने पर बारातियों के स्वागत समारोह एवं विवाह कार्यक्रम हेतु माध्यमिक शाला के प्रांगण को दिए जाने आवेदन किया था। प्रधानपाठक ,पार्षद सुनीता राठौर सहित शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष अवध राम चावला ने नियम कायदों की परवाह न कर अनुमति दे दी थी। जिसके बाद धूमधाम से विवाह समारोह का आयोजन किया जा रहा था। अति गरीब बताने वाले सख्श ने लाखों रुपए खर्च कर शानदार डिनर पार्टी दी थी। हसदेव एक्सप्रेस न्यूज की टीम को जब इसकी सूचना मिली तो शिकायत भी सही पाई गई। कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियाँ उड़ाकर शादी समारोह चल रहा था। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के खुली छूट की वजह से न केवल शासन के निर्देशों की हवा निकलती दिखी वरन स्कूल कैम्पस में लोग शराब पीते भी दिखे। जो कुछ पल के लिए शादी के नजारे को कैद कर रहे मीडियाकर्मियों से बदसलूकी पर उतर आए थे। बहरहाल जिले में करीब 3 साल से जमे तमाम तरह की सुर्खियों में रहने डीईओ सतीश पांडे जिले की बिगड़ती शिक्षा व्यवस्था के साथ साथ सिस्टम को सुधारने में नाकाम नजर आ रहे हैं। कलेक्टर रानू साहू ने मामले में तत्काल संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए। रात को ही नायब तहसीलदार एम एस राठिया समारोह स्थल पर पहुंचे ,जहाँ शिकायत सही पाई गई । उन्होंने आयोजनकर्ता पर 25 हजार का अर्थदंड लगाया।