कटघोरा -अंबिकापुर मार्ग पर तेज रफ्तार वाहनों की चपेट में आ रहे बेजुबान ,पशुमालिकों की लापरवाही से जा रही जान
कोरबा। प्रदेश सरकार मवेशियों को खेतों में जाने से रोकने के अलावा सड़कों पर विचरण करते रहने के कारण दुर्घटना और मौत के मद्देनजर रोका-छेका अभियान चला रही है। शहर से लेकर गांवों तक, पंचायतों से लेकर नगरीय निकायों तक रोका-छेका अभियान को गंभीरता से क्रियान्वित करने के निर्देश जिला प्रशासन ने भी दिए हैं। रोका-छेका अभियान के क्रियान्वयन के मध्य ही राष्ट्रीय राजमार्ग क्र. 130 में डेरा डाले हुए मवेशियों को मौत का सामना करना पड़ा।
ग्राम तानाखार मुख्य मार्ग में प्राय: हर दिन मवेशी दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं और हाल-फिलहाल के 3 दिनों के भीतर ही करीब 40 मवेशी मौत को प्राप्त हो चुके हैं। तानाखार के अलावा बरपाली, मोरगा क्षेत्र में भी मवेशियों की जान सड़क पर गई है। मवेशियों की सड़क पर बिखरी लाशों को देखकर कलेजा मुंह को आ जाता है, यह दृश्य बड़ा ही हृदय विदारक है।घटना के बाद पोड़ी-उपरोड़ा एसडीएम संजय कुमार ने बैठक लेकर नेशनल हाइवे के किनारे बसे लगभग 15 ग्राम पंचायतों के सरपंच-सचिवों को निर्देशित किया है। साथ ही कहा है कि शाम को छह बजे के बाद अनुविभाग क्षेत्र के अधिकारी भी सड़कों पर जाकर देखेंगे कि कोई मवेशी मौजूद तो नहीं। पशुपालकों पर प्रारंभिक 50 रुपए और दोबारा लापरवाही करने पर जुर्माना की राशि बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। पशुपालकों से रोका-छेका कार्यक्रम को सहयोग देने कहा गया है। एसडीएम ने बताया कि बांगो थाना प्रभारी से भी इस संबंध में चर्चा हुई है और राजस्व विभाग तथा पुलिस विभाग के साथ मिलकर संयुक्त अभियान भी चलाया जाएगा। बड़े और भारी माल वाहनों यथा ट्रक, ट्रेलर, हाइवा के चालकों की भी जांच की जाएगी कि वे शराब पीकर तो वाहन नहीं चला रहे। नियंत्रण के लिए कठोरता से समझाइश दी जाएगी। इसके लिए आरटीओ के भी सहयोग से आवश्यक कार्रवाई की जाने वाली है।
सरपंच सचिव कोटवार करेंगे निगरानी
मवेशियों की दर्दनाक मौत की घटना के बाद पोड़ी-उपरोड़ा एसडीएम संजय कुमार ने पोड़ी-उपरोड़ा जनपद क्षेत्र के सभी सरपंच, सचिव एवं कोटवारों को राष्ट्रीय राजमार्ग 130 एवं मुख्य मार्ग में घूम रहे मवेशियों को हटाने संबंधी आदेश जारी किया है। एसडीएम ने कहा है कि मुख्य मार्गों व सूखे स्थानों पर मवेशियों का जमावड़ा होने एवं विचरण करते रहने के कारण वाहनों से दुर्घटना की संभावना बनी हुई है। अपने पंचायत क्षेत्र के सड़कों से मवेशियों को हटाने की व्यवस्था करें। साथ ही यदि किसी कारणवश दुर्घटना होने तथा मौत की स्थिति में तत्काल उसे हटवाने की व्यवस्था करें। मवेशियों के मालिकों को भी इस संबंध में सूचित करें कि मवेशियों को व्यवस्थित ढंग से अपने घर में रखें। कोटवारों के माध्यम से भी इस संबंध में मुनादी कराई जाए।

