जनपद सीईओ के प्रस्ताव के 20 दिन बाद भी नहीं हुई कार्यवाई ,अधिकारियों की कार्यशैली की हो रही निंदा
5 पंचायतों में 5 वर्ष पूर्व स्वीकृत 580 नग शौचालयों में हुई है गड़बड़ी ,राशि निकल गई 407 अभी भी अप्रारंभ
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा (भुवनेश्वर महतो )।जिला पंचायत कोरबा भ्रष्टाचारियों का पनाहगार बना हुआ है। खुले में शौच की प्रवित्ति को रोकने स्वच्छ भारत मिशन के तहत हितग्राहियों के यहाँ शौचालय तैयार कर निर्मल ग्राम बनाने की मंशा पर पानी फेरने वाले 5 ग्राम पंचायतों के तत्कालीन सचिवों पर जनपद सीईओ के द्वारा निलंबन के प्रस्ताव भेजे जाने के 20 दिन बाद भी आज पर्यन्त कार्यवाई नहीं हुई। इन सचिवों पर 580 नग शौचालयों के लिए जारी 62 लाख 64 हजार की शासकीय राशि का दुरुपयोग एवं वित्तीय अनियमितता की आरोप है।
यहाँ बताना होगा कि केंद्र सरकार राज्य सरकारों की सहयोग से पिछले डेढ़ दशक से लोगों की खुले में शौच की प्रवित्ति को रोकने विभिन्न अभियानों के माध्यम से शौचालय निर्माण में जुटा हुआ है । समय के साथ अभियान का नाम सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान से स्वच्छ भारत मिशन में जरूर बदल गया है पर सरकार की मंशा आज भी लोगों के यहाँ शत प्रतिशत शौचालय तैयार कर उनकी खुले में शौच की प्रवित्ति को रोककर विभिन्न बीमारियों से बचाने की है। साथ ही इस अभियान की मंशा बहू -बेटियों को सामाजिक सम्मान प्रदान करने की भी है।स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत वित्तीय वर्ष 2016 -17 में भी जिले में बड़े पैमाने पर शौचालय स्वीकृत की गई । हितग्राहियों के नाम से स्वीकृत शौचालय की निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायतों को बनाया गया था। कागजों में भले ही शत प्रतिशत शौचालय तैयार कर आंकड़े केंद्र शासन को भेजकर जिले ने निर्मल जिले ,निर्मल ब्लाक ,निर्मल ग्राम का पुरुस्कार हासिल कर लिया हो पर जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही हैं । कई पँचायतें ऐसी हैं जहाँ कागजों में शौचालय तैयार कर दिए गए हैं। तो कहीं गुणवत्ता हीन अमानक शौचालय तैयार कर दिए गए हैं।शहर के सामाजिक कार्यकर्ता बिहारी लाल सोनी की शिकायत एवं हसदेव एक्सप्रेय न्यूज की पहल के बाद ऐसे ही जनपद पंचायत कोरबा के अंतर्गत आने वाले 5 ग्राम पंचायतों की गड़बड़ी 5 साल बाद उजागर हुई है । ग्राम पंचायत सिमकेंदा मदनपुर ,पसरखेत ,कछार एवं फुलसरी में वित्तीय वर्ष 2016 -17 में स्वीकृत 580 नग शौचालयों में तत्कालीन सरपंच सचिवों ने वित्तीय अनियमितता की है। 12 हजार रुपए प्रति हितग्राही की दर से शौचालय तैयार करने राशि पँचायत के खाते में जारी की गई थी।वहीं कुछ पंचायतों में सीएसआर से भी व्यक्तिगत शौचालय निर्माण की स्वीकृति दी गई थी। प्राप्त दस्तावेज अनुसार इनमें से 48 लाख 84 हजार की लागत के 407 नग शौचालय तैयार ही नहीं हुए वहीं 17 लाख 76 हजार के 148 शौचालयों में तकनीकी खामियां पाई गई हैं। इसी तरह हितग्राही द्वारा निर्मित 4 नग शौचालयों के लिए एंजेसी ग्राम पंचायत ने उन्हें 48 हजार प्रदान नहीं किए। यही नहीं 2 लाख 52 हजार की लागत के 21 नग शौचालयों की सूची में नाम ही नहीं मिले। इस तरह 62 लाख 64 हजार की लागत के 580 शौचालयों में भी गड़बड़ी पाई गई है। जांच प्रतिवेदन अनुसार तत्कालीन सचिवों द्वारा शासकीय राशि का दुरूपयोग एवं वित्तीय अनियमितता किया जाना पाया गया है। लिहाजा अनुशासनात्मक कार्यवाई के तहत सीईओ जनपद पंचायत कोरबा ने सभी दोषी सचिवों के निलंबन का प्रस्ताव 23 जुलाई 2021 को कार्यालय जिला पंचायत सीईओ को भेज दिया है। लेकिन हैरानी की बात है 20 दिन बाद भी दोषी सचिवों के विरुद्ध निलंबन की कार्यवाई नहीं हुई। इससे जिला पंचायत के अधिकारी सवालों के घेरे में हैं।
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इनसे होगी रिकवरी,निलंबन का भेजा गया प्रस्ताव
शौचालय निर्माण में गड़बड़ी करने वाले तत्कालीन सरपंच सचिवों से 62 लाख 64 हजार रुपए शासकीय राशि की रिकवरी होगी। ग्राम पंचायत सिमकेंदा से तत्कालीन सरपंच श्रीमती महेश्वरी राठिया एवं सचिव सुरेश खूंटे गबनकारियों में सबसे ऊपर हैं। राशि आहरित करने के बाद भी 252 नग शौचालय तैयार नहीं करने वाले सचिव सुरेश खूंटे सहित तत्कालीन सरपंच से 30 लाख 24 हजार की रिकवरी होगी। वर्तमान में चाकामार पंचायत में पदस्थ सचिव सुरेश खूंटे के निलंबन का प्रस्ताव भेजा गया है। मदनपुर से तत्कालीन सरपंच श्रीमती चन्द्रोबाई एवं सचिव कैलाश कुमार राठिया से 43 नग शौचालय के लिए 13 लाख 44 हजार की रिकवरी होगी। सचिव के निलंबन का प्रस्ताव भेजा गया है । ग्राम पंचायत पसरखेत से तत्कालीन सरपंच सीताराम राठिया एवं सचिव परदेशी राम केंवट से 32 नग शौचालय के लिए 4 लाख 8 हजार की रिकवरी होगी। वर्तमान में बरपाली में पदस्थ सचिव परदेशी राम केंवट के निलंबन का प्रस्ताव भेजा गया है। ग्राम पंचायत कछार से तत्कालीन सरपंच जगेश्वर सिंह कंवर सहित जिम्मेदार सचिवों बदन सिंह कंवर,कृष्ण कुमार तंवर से 139 नग शौचालय के लिए 11 लाख 28 हजार की रिकवरी होगी। बदन सिंह कंवर वर्तमान धनगांव सचिव के पद पर पदस्थ हैं। दोनों सचिवों के निलंबन का प्रस्ताव भेजा गया है। इसी तरह ग्राम फुलसरी से तत्कालीन सरपंच झुलाई बाई एवं सचिव रामप्रसाद यादव से 41 शौचालय निर्माण में अनियमितता के लिए 3 लाख 60 हजार रुपए की रिकवरी होगी। सचिव के निलंबन के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।
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ऐसा सेटिंग खुद किए तबादला खुद रोक दिए
जिला पंचायत के अधिकारियों के कार्यशैली की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। रजगामार पंचायत के चर्चित पंचायत सचिव कौशल प्रसाद सोनवानी का स्थानांतरण कार्यालय जिला पंचायत सीईओ ने 7 जुलाई को खोड़ड़ल करते हुए माखुरपानी के सचिव नागेंद्रधर दीवान का रजगामार स्थानान्तरण किया था। 3 दिनों के भीतर सम्पूर्ण चार्ज सौंपे जाने का निर्देश दिया गया था। नागेंद्रधर दीवान बकायदा निर्धारित समयावधि के भीतर रिलीव होकर रजगामार में अपनी उपस्थिति दे दी। लेकिन पिछले 3 वर्षों में करोड़ों रुपए की शासकीय राशि का बंदरबाट करने वाले सचिव कौशल प्रसाद सोनवानी के इरादे कुछ और ही थे। ब्लाक के सबसे बड़े पंचायत का प्रभार कौशल किसी भी सूरत में छोंड़ना नहीं चाह रहे थे। जिसकी वजह से वे नागेंद्रधर दीवान को प्रभार देने आनाकानी करते रहे। इस बीच नागेंद्र ने सीईओ जनपद पंचायत को आपबीती बताई । जनपद सीईओ ने अनुशासनात्मक कार्यवाई किए जाने की चेतावनी के साथ शीघ्र प्रभार सौंपने तक के आदेश दे डाले। सूत्रों के अनुसार इस बीच सत्ता पक्ष के एक प्रभावशाली नेता का कार्यालय सीईओ जिला पंचायत को कौशल को रिलीव नहीं करने संबंधी फरमान आया। फिर क्या था रामपुर विधायक ननकीराम कंवर तक कि शिकायत को दरकिनार कर जिला पंचायत ने तबादला आदेश ही रोक दिया। नागेंद्र धर दीवान को एक माह प्रभार के लिए भटकने के बाद आखिरकार बेला पंचायत का सचिव नियुक्त कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। निश्चित तौर पर जिला पंचायत की ये प्रशासनिक कार्यशैली निंदनीय और चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग खुलेआम यह कह रहे हैं कि सत्तापक्ष के नेता जैसा चाहेंगे वैसा होगा । कितने भी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करो नेताओं के शरण मे जाते ही अधिकारियों के कलम नहीं चलेंगे।
पँचायत वार गड़बड़ी एक नजर में
पंचायत अप्रारंभ /तकनीकी खामियां /हितग्राही द्वारा निर्मित/रिकवरी योग्य राशि
सिमकेंदा – 252 -00-00 -30,24,000.00
मदनपुर – 43-63 -00 13,44,000 .00
पसरखेत – 07 – 25 – 00 – 4,08,000.00
कछार – 83 – 52 – 04 -11,28,000.00
फुलसरी – 22 – 08 –21 – 3 ,60,000.00
योग -407 -148 -25 – 62,64,000.00