भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे (India Tour of Australia) में अब सिर्फ कुछ ही दिन बाकी हैं. 10 नवंबर को UAE में चल रहे IPL 2020 फाइनल के बाद भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो जाएगी. इस दौरे की शुरुआत वनडे और टी20 सीरीज से होगी, लेकिन सभी की निगाहें जमीं हैं 17 दिसंबर से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज पर. भारतीय टीम ने पिछले दौरे पर यहां ऐतिहासिक सीरीज जीती थी, लेकिन इस बार ये आसान नहीं होने वाला. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) का मानना है कि विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी पर काफी कुछ निर्भर करेगा.
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज हमेशा से ही रोमांचक रही है.
हाल के सालों में भारत टीम की मजबूती के कारण ये सीरीज और भी ज्यादा रोमांचक होने लगी है. 4 मैचों की ये सीरीज बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border-Gavaskar Trophy) के लिए खेली जाती है, जिसपर इस वक्त भारत का कब्जा है.
विराट के फैसलों पर निर्भर करेगी सीरीज
भारत ने पिछली बार ऐतिहासिक सीरीज जरूर दर्ज की थी, लेकिन इस बार राह आसान नहीं होने वाली, क्योंकि डेविड वॉर्नर (David Warner) और स्टीव स्मिथ (Steve Smith) की वापसी से ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले से ज्यादा मजबूत है. टीम इंडिया (Team India) की संभावनाओं पर गांगुली ने कहा कि कप्तान कोहली अपने खिलाड़ियों का कैसे इस्तेमाल करते हैं, इस पर नतीजा तय करेगा.
अंग्रेजी न्यूज चैनल इंडिया टुडे से बात करते हुए पूर्व कप्तान ने कहा कि भारत के पास अच्छे तेज गेंदबाज हैं और नवदीप सैनी (Navdeep Saini) भी वहां असर डाल सकते हैं, लेकिन विराट कैसे उनका इस्तेमाल करेंगे यह देखना होगा. गांगुली ने कहा,
“ये विराट पर निर्भर करता है और मैं BCCI अध्यक्ष के बजाए एक क्रिकेटर के तौर पर बोल रहा हूं कि ये विराट के बारे में है कि वो कैसे उनका सही इस्तेमाल कर उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाता है. उन्हें तय करना है, किसे वो अटैक के लिए लाते हैं और किसे बचाव के लिए उतारते हैं.”
इंग्लैंड-साउथ अफ्रीका में करना चाहिए था अच्छा प्रदर्शन
गांगुली ने साथ ही कहा कि कोहली और टीम इंडिया को विदेशी जमीन पर बेहतर प्रदर्शन करना होगा. कोहली के बारे में बोलते हुए गांगुली ने कहा,
“उन्हें बैठकर ये समझना होगा कि उन्हें देश से बाहर अच्छा खेलना है. बिल्कुल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज अच्छी रही थी और उसे वो जीते, लेकिन उन्हें इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड में बेहतर करना चाहिए था और ये टीम इसमें सक्षम है.”
गांगुली ने कहा कि उन्हें रन बनाने होंगे, तभी जीत मिल पाएगी. इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया सीरीज का उदाहरण देते हुए गांगुली ने समझाया, “हम इंग्लैंड में इसलिए नहीं जीतें क्योंकि वहां कोहली और पुजारा के अलावा किसी ने भी शतक नहीं जमाया. ऑस्ट्रेलिया में इसलिए जीते क्योंकि पुजारा ने 500 से ज्यादा रन बनाए, 3 शतक जड़े. कोहली ने शतक लगाया और पंत ने भी सेंचुरी लगाई.”
गांगुली ने उम्मीद जताई कि इन सीरीजों से भारतीय बल्लेबाजों ने जरूर सीखा होगा और वो मैदान में डटकर जोरदार तरीके से इस सीरीज में लड़ेंगे.