अवैध रेत भंडारण खनिज प्रशासन ने सीतामढ़ी रेत घाट किया सील,निक्षेप राशि जमा करते ही खुल जाएगी

लगातार शिकायतों के बाद खनिज प्रशासन विभाग ने की कार्यवाई

कोरबा। हसदेव नदी से रेत खनन कर नदी में ही बने भंडारण क्षेत्र में खत्म हुए स्टाक को बरसात में बढ़ाने वाले ठेकेदार पर आखिरकार खनिज प्रशासन विभाग ने बड़ी कार्यवाही की है। उप संचालक खनिज के निर्देश पर खनिज निरीक्षक उत्तम खूँटे ने बुधवार की सुबह सीतामणी पहुंचकर रेत घाट के प्रवेश द्वार को सील कर दिया है। हालांकि नियमानुसार प्रतिभूति (निक्षेप)राशि जमा करने के बाद भंडारण क्षेत्र के लिए रेत घाट फिर खोल दिया जाएगा।

यहाँ बताना होगा कि सीतामणी रेत घाट में भरी बरसात में नियम विरुद्ध तरीके से नदी का सीना चीरकर रेत उत्खनन कर रेत घाट संचालक द्वारा रेत का भंडारण बढ़ाए जाने की लगातार शिकायतें मिल रही थी। जेसीबी और पोकलेन लगाकर शाम से रात तक अवैध रेत निकाली जाती रही।मीडिया में इससे जुड़े प्रमाणित तस्वीरें वायरल हुई थी।
जिसके बाद खनिज प्रशासन विभाग की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे थे। खनिज विभाग खबर प्रकाशन के बाद हरकत में आ गया। बुधवार को खनिज निरीक्षक उत्तम खूंटे ने सीतामणी रेत घाट पहुंचकर प्रवेश द्वार को सील कर दिया है। खनिज अमले द्वारा गलत तरीके से घाट में ही अनुमति प्राप्त रेत भंडारण स्थल में चोरी से अवैध खनन कर भंडारित की गई रेत की सम्पूर्ण मात्रा का मौके पर भौतिक सत्यापन एवं ठेकेदार की रायल्टी पर्ची का सत्यापन किया जा रहा है। हालांकि रेत भंडारण घाट प्रतिभूति राशि जमा करने के उपरांत पुनः खोल दिए जाने की जानकारी मिल रही है।

वर्जन

सील किया है ,निक्षेप राशि जमा करने उपरांत खोला जा सकता है

अवैध रेत भंडारण की शिकायतें मिली थी। जाँच कर घाट सील कर दिया है। नियमानुसार प्रतिभूति राशि जमा करने पर रेत भंडारण घाट खोल दिया जाएगा। रेत खदान नियमानुसार 15 अक्टूबर के बाद ही खुलेंगी।

एस एस नाग ,उपसंचालक खनिज प्रशासन विभाग