अल्टरनेट डे पर रात भर हो रही बिजली कटौती,फिर अंधेरे में डूबे बरपाली सब स्टेशन के तुमान फीडर के आधा दर्जन गांव ,3 सितंबर को आक्रोशित ग्रामीण कलेक्टोरेट पहुंच जताएंगे विरोध

आए दिन हो रही बिजली कटौती
से नारकीय जीवन जीने पर मजबूर हैं ग्रामीण ,बिजली चोरी की चल रही सुनियोजित चाल

कोरबा। अल्टरनेट डे पर फॉल्ट का बहाना बनाकर ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कटौती की विद्युत विभाग की सुनियोजित चाल जारी है। जिसका खामियाजा एक बार फिर बीती रात बरपाली सब स्टेशन के अंतर्गत आने वाले तुमान फीडर के आधा दर्जन आदिवासी बाहुल्य ग्राम के ग्रामवासियों को भुगतना पड़ा। रात 10 बजे से फिर लाईट गुल है जो 12 घण्टा बीतने के बाद भी अभी तक नहीं आई। विभाग के इस शर्मनाक हरकतों से नाराज ग्रामीण 2 सितंबर को कलेक्टोरेट में विरोध प्रदर्शन करेंगे।

यहाँ बताना होगा कि सरप्लस बिजली के नाम पर इतराने वाली छत्तीसगढ़ सरकार अब अधिकारियों के जरिए खुद उपभोक्ताओं के हक पर डाका डाल बिजली चोरी करा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में यह सुनियोजित चाल चली जा रही है। ताकि अधिक विरोध प्रदर्शन का सामना न करना पड़े। करतला विकासखण्ड का बरपाली सब स्टेशन के अंतर्गत आने वाला तुमान फीडर इसकी समस्या से सर्वाधिक रूप से जूझ रहा है ।
सलिहाभांठा,पकरिया ,नवापारा
सराईडीह,डोंगरीभांठा सहित आधा दर्जन ग्राम पंचायतों में अल्टरनेट डे पर रात भर बिजली कटौती की जा रही है। बीती रात शुक्रवार 10 बजे से आज शनिवार सुबह 8 बजे तक बिजली गुल है । बिजली गुल होने की वजह से एक बार फिर ग्रामीणों ने रतजगा की। 10 से 12 घण्टे तक बिजली गुल होने की वजह से इन्वर्टर भी है हांफने लगते हैं। 5 से 6 घण्टे में साथ छोड़ देते हैं। बुधवार को भी ग्रामीण उपभोक्ताओं को कुछ इसी तरह की समस्याओं से दो चार होना पड़ा था। उसके दो दिन पूर्व भी लाईट गुल थी। इशारा साफ है अल्टरनेट डे पर रात भर बिजली कटौती कर भोले भाले आदिवासी ग्रामीणों को बरसात में अंधेरे में रात गुजारने रतजगा करने पर मजबूर किया जा रहा है। बरसात होने की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में सर्पदंश का भी खतरा बरकरार रहता है। ऐसे में अगर कोई ग्रामीण सर्पदंश का शिकार होता है ,और असमय उसकी जान जाती है तो कौन होगा उसका जिम्मेदार। हमेशा मैन पॉवर की कमी का रोना रोने वाली विद्युत विभाग घटिया संसाधनों के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति कर रही है। आए विद्युत प्रवाहित तार जरा सी हवाएं चलने से टूट रही हैं। जिसे काम चलाऊ तरीके से जोड़कर विद्युत आपूर्ति बहाल की जाती है। चंद दिनों बाद फिर तार टूट जाती है। समस्याओं से बेपरवाह जेई ,ऐई की शिकायतों के साथ 3 सितंबर को ग्रामीणों ने कलेक्टोरेट जाकर विरोध प्रदर्शन की बात कही है।उल्लेखनीय है यह क्षेत्र पूर्व गृहमंत्री रामपुर विधायक ननकीराम कंवर का गृह ग्राम क्षेत्र है। ग्रामीणों ने उनसे विद्युत विभाग के इस सुनियोजित चाल शर्मनाक हरकतों से अवगत कराया है। जिससे श्री कंवर खासे नाराज हैं।