कोरबा । ग्राम विकास के लिए दी जाने वाली चौदहवें ,15वें वित्त ,एवं मूलभूत की राशि सरपंच सचिवों के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही है। बिना पंचायत प्रस्ताव के कागजों में कार्य कराकर लाखों की राशि आहरित कर शासन की मंशा पर पानी फेरा जा रहा है। एतमानगर पंचायत के उपसरपंच ने पंचों के साथ 38 लाख की राशि का बंदरबाट करने वाले सरपंच सचिव के खिलाफ जनपद सीईओ को शिकायत के बाद भी कार्यवाई नहीं होने उल्टे उन्हें फंसाने से आक्रोशित होकर बुधवार को क्लेक्टर से शिकायत की। प्रकरण में जांच के आदेश दिए गए हैं।
उपसरपंच श्रीमती वीनारानी ने बताया कि ग्राम पंचायत एतमानगर के सचिव राजेन्द्र टण्डन व सरपंच विक्रम सिंह मरकाम ने बिना कार्य कराए पँचायत की 38 लाख की राशि का आहरण कर लिया है। जिसकी शिकायत उपसरपंच एवं पंचों ने जनपद सीईओ श्री शर्मा से 26 अगस्त को की थी। उनके द्वारा एक सप्ताह के भीतर जांच का आश्वासन दिया गया था। साथ ही पोंडी एसडीएम संजय मरकाम ने भी 5 सदस्यीय कमेटी गठित करने का आश्वासन दिया था। पर कोई पहल नहीं हुई। इस बीच सरपंच की पत्नी लक्ष्मी मरकाम ने पंचायत के पंचों का फर्जी हस्ताक्षर धोखे से कराकर उपसरपंच श्रीमती वीनारानी देवांगन व उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर एससी एसटी एक्ट के तहत शिकायत किया है। शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। उपसरपंच व पंचों ने फर्जी पेयजल प्रदाय करने ,नाली व अन्य निर्माण कार्यों के नाम 38 लाख की शासकीय राशि का बंदरबाट करने वालों पर कलेक्टर श्रीमती रानू साहू से तत्काल उचित कार्यवाई किए जाने की मांग की है।


