कटघोरा के शासकीय मुकुटधर पांडेय महाविद्यालय के प्रोफेसर का पैसों के लेनदेन का ऑडियो वायरल ,कलेक्टर ने दिए थे जांच के आदेश
कोरबा। शिक्षा जगत भी अब संस्कार की जगह व्यापार बन गया है। कटघोरा के शासकीय मुकुटधर पांडेय महाविद्यालय के प्रोफेसर का छात्र को परीक्षा में अच्छे नम्बर दिलाने के नाम पर पैसों की सौदेबाजी का एक ऑडियो वायरल हो गया है। मामले को कलेक्टर ने तत्काल संज्ञान में लेते हुए जांच टीम गठित कर दी है। संयुक्त कलेक्टर आशीष देवांगन के नेतृत्व में गुरुवार को महाविद्यालय पहुंचकर टीम ने बयान ले लिया है ।हालांकि शिकायतकर्ता छात्र के बयान के दौरान नहीं पहुंचने से टीम हैरान रही। टीम जल्द ही आवश्यक कार्यवाई के लिए कलेक्टर को प्रतिवेदन सौंपेगी।
कटघोरा के शासकीय मुकुटधर पांडेय महाविद्यालय के प्रोफेसर टीआर आदित्य द्वारा कोरोनाकाल में ऑनलाइन परीक्षा के लिए कटघोरा के एक छात्र से परीक्षा में पास कराने के लिए पैसों के लेनदेन का ऑडियो वायरल हुआ था। जिसमें प्रोफेसर द्वारा परीक्षा में पास करने के लिए पैसों की मांग की गई थी। इस मामले में छात्र ने इसकी शिकायत की थी।
मामले में संज्ञान लेते हुए कलेक्टर रानू साहू ने गठित की थी। संयुक्त कलेक्टर आशीष देवांगन के नेतृत्व में टीम जांच के लिए गुरुवार को कटघोरा मुकुटधर पांडेय महाविद्यालय पहुंची।
जहां प्रोफेसर से इस विषय पर गहन चर्चा की गई। साथ ही शिकायतकर्ता छात्र के न पहुंचने पर जांच टीम अपनी जांच रिपोर्ट नहीं बना सकी।जानकारी के अनुसार जांच टीम कुछ दिनों का वक्त लेते हुए शिकायतकर्ता छात्र का बयान लेकर आगे की जांच रिपोर्ट क्लेक्टर को सौपेंगी। जांच टीम के कटघोरा महाविद्यालय पहुंचने पर प्रोफेसरों में हड़कंप मच गया।
पहले भी विवादों में रहें हैं प्रोफेसर
कटघोरा के शासकीय मुकुटधर पांडेय महाविद्यालय में पदस्थ प्रोफेसर टीआर आदित्य इससे पहले जैजैपुर में पदस्थ थे। इनकी कार्यशैली की शिकायत पहले भी वहां भी हुई थी। वहां भी ये विवादों में घिरे हुए थे। बता दें कि उक्त प्रोफेसर दिव्यांग श्रेणी में आते हैं। प्रोफेसर द्वारा इस तरह से पास करने के नाम से पैसों की मांग करना शिक्षा के साथ खिलवाड़ करने जैसा है।
संबंधित पक्षों के लिये गए हैं बयान
इस मामले में डिप्टी कलेक्टर आशीष देवांगन ने बताया कि प्रोफेसर द्वारा परीक्षा में पास करने के एवज में छात्र से पैसे मांगने का ऑडियो वायरल हुआ था। इसकी जांच की जा रही है। संबंधित पक्षों के बयान लिये गए हैं। जांच प्रतिवेदन तैयार कर कलेक्टर को अग्रिम कार्रवाई के लिए पेश किया जाएगा।