हसदेव की खबर का असर:5 साल से सवा करोड़ का हाईस्कूल भवन निर्माण अधूरा छोड़ने वाले रायपुर के तिरुपति ट्रेडिंग प्राईवेट लिमिटेड का ठेका निरस्त

समयसीमा की बैठक में ईई ने कलेक्टर को दी जानकारी,कलेक्टर रानू साहू ने दिए थे कार्यवाई के निर्देश ,कहा शासन का पैसा लिया है तो समय पर गुणवत्ता के साथ काम पूरा करना होगा

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा ।हसदेव एक्सप्रेस की जनहितकारी खबर को एक बार फिर जिला प्रशासन ने संज्ञान में लेकर उचित पहल की है। रायपुर के फर्म तिरुपति ट्रेडिंग प्राईवेट लिमिटेड द्वारा 5 साल बाद भी पौने 4 करोड़ की लागत की भवन का निर्माण कार्य अधूरा रखने संबंधी हसदेव एक्सप्रेस की खबर पर कलेक्टर रानू साहू ने मंगलवार को आयोजित समय सीमा की बैठक में कड़ी नाराजगी जाहिर की। कलेक्टर के कोपभाजन से बचने ईई ने पूरा ब्यौरा पूछने से पहले ही लापरवाह फर्म का 2 भवन का अनुबंध रद्द कर दिए जाने एवं एक भवन के लिए नोटिस जारी करने की जानकारी दी। निरस्त दोनों भवनों के शेष कार्य के लिए लिए पुनःनिविदा आमंत्रित करने की बात कही। कलेक्टर ने दो टूक लहजे में कहा इस तरह काम नहीं चलेगा।शासन से राशि ली है तो निर्धारित समय पर गुणवत्ता के साथ काम पूरा करना होगा। कोताही करने वालों के खिलाफ अब सीधे कार्यवाई होगी।

यहां बताना होगा कि आरएमएसए ( वर्तमान संसोधित नाम समग्र शिक्षा ) के तहत वित्तीय वर्ष 2017 -18 में रायपुर के तिरूपति ट्रेंडिंग प्राईवेट लिमिटेड ने आरएमएसए के तहत जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों के आधा दर्जन हाईस्कूल भवन निर्माण का ठेका प्राप्त किया था।सपलवा ,हरनमुड़ी,फुलसरी ,चिर्रा,तनेरा एवं पाली में स्वीकृत प्रत्येक भवन के लिए 62 लाख 63 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई थी। इस तरह कुल 3 करोड़ 76 लाख 98 हजार स्वीकृत किए गए थे। सभी भवनों का ठेका फर्म ने निविदा प्रक्रिया में भाग लेकर 16 प्रतिशत बिलो दर में प्राप्त किया था। 10 एवं 23 अक्टूबर को कार्यादेश जारी किया गया था। बकायदा उक्त भवनों के लिए 47 लाख 12 प्रति भवन की दर से कुल 2 करोड़ 82 लाख 72 हजार का आबंटन जारी किया गया था।क्रियान्वयन एजेंसी लोक निर्माण विभाग के द्वारा कराए जा रहे इस कार्य को फर्म को अनुबंध अनुसार 8 माह की समयावधि में जून 2018 तक सभी भवनों को तैयार कर लिया जाना था। लेकिन इसे दुर्भाग्य ही कहें कि सभी भवन आज 5 साल बाद भी अधूरे हैं। जिसकी वजह से यहाँ अध्ययनरत बच्चों को उधार के तँग भवनों में ही विद्यार्जन करना पड़ रहा है।भवन निर्माण की चाल देखकर जिन्होंने खुद वहाँ पढ़ने का सपना देखा था अब वे भवन निर्माण की गति को देखकर वहाँ अपने बच्चों को पढ़ाने का ख्वाब देख रहे हैं।इस बदइंतजामी को लेकर हसदेव एक्सप्रेस ने 6 सितंबर को सत्ता के संरक्षण में निर्माण की ऐसी चाल ,5 साल में भी भवन नहीं हुई तैयार नामक शीर्षक के साथ प्रमुखता से खबर जारी कर जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया था। जिसमें ठेकेदार द्वारा मंत्री के करीबी होने का धौंस दिखाकर निर्माण कार्य पूरा करने में रुचि नहीं दिखाने संबंधी बातों का भी उल्लेख था। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने उक्त खबर को गम्भीरता से लिया । समयसीमा की बैठक में उन्होंने पीडब्ल्यूडी के ईई ए.के .वर्मा से इसकी जानकारी ली। जहां ईई श्री वर्मा ने बताया कि दो साल से काम अधूरा छोड़ने की वजह से कलेक्टर के निर्देश पर पाली और तनेरा स्कूल भवनों के लिए जारी ठेका अनुबंध को रद्द कर दिया गया है। दोनों भवनों का निर्माण पूरा कराने के लिए नई निविदाएं जारी की गई है जो अगले महीने की एक तारीख को खुलेंगी। श्री वर्मा ने यह भी बताया कि फुलसरी के निर्माणाधीन अधूरे शाला भवन को पूरा करने के लिए ठेकेदार को नोटिस जारी की गई थी। इस पर ठेकेदार ने जल्द ही भवन का काम पूरा करने का आश्वासन दिया है और भवन निर्माण का काम शुरू करा दिया है।