सीईओ हटाने संबंधी शिकायतों पर बोले पूर्व गृहमंत्री-पूर्व सीईओ ने किया बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल करतला के भवन के उन्नयन जीर्णोद्धार के कार्य को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर नहीं थम रहा। गुरुवार को ग्राम पंचायत करतला के सरपंच ,उपसरपंच पंचों सहित ग्रामीणों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर स्वीकृत जीर्णोद्धार के कार्य को निरस्त नहीं करने संबंधी पत्र कलेक्टर के नाम से दिया है। क्षेत्रीय विधायक व पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने भी जनप्रतिनिधियों की मांग को जायज ठहराते हुए पूरी शिकायत बिंदु को ठेकेदारी नहीं मिलने की खीझ बताया। उन्होंने प्रशासन की कार्यशैली पक्षपात पूर्ण बताते हुए सवाल उठाए हैं।
यहां बताना होगा कि शासन की मंशानुरूप जिले के गरीब प्रतिभावान बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्रदान करने आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल प्रत्येक ब्लाकों में संचालित किया जा रहा है। जिले के भी सभी ब्लाकों में पुराने हाईस्कूल भवन का रेनोवेशन कर आत्मानंद स्कूल भवन तैयार किया गया। इसी तर्ज पर करतला में भी उपयुक्त स्थल के अभाव में पुराने हाईस्कूल भवन का उन्नयन / रेनोवेशन कर आत्मानंद स्कूल का संचालन करने स्कूल भवन ,बाउंड्रीवाल ,हॉस्टल सहित विभिन्न 11 कार्यों के लिए जिला खनिज न्यास से 1 करोड़ 55 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई थी। पूर्व गृहमंत्री व क्षेत्रीय विधायक ननकीराम कंवर के द्वारा भूमिपूजन के बाद कार्य शुरू हो गया है। पंचायत को राशि भी जारी कर दी गई है । लेकिन यह कार्य विरोधी खेमे के गले नहीं उतर रही। नए स्थल पर भवन की आश में परंपरागत रूप से ठेकेदारी की उम्मीद लगाए बैठे तथाकथित ठेकेदारों के पेट में मरोड़ आने लगा। भवन बनने से पूर्व गुणवत्ता का आंकलन कर मौखिक रूप से सर्टिफिकेट दिए जाने लगा। बुधवार को पूर्व जनपद अध्यक्ष व सांसद प्रतिनिधि धनेश्वरी कंवर के साथ तथाकथित ठेकेदार व वार्ड पंच सत्या खूंटे ने मिलकर रेनोवेशन के कार्य को रोके जाने सहित नए स्थल पर भवन निर्माण की मांग की थी। जनपद सीईओ करतला पर 11 टुकड़ों में कार्य को बांटकर कमीशनखोरी का आरोप लगाया था। ताकि भवन की गुणवत्ता से किसी तरह का समझौता न किया जा सके। प्रकरण में कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने सीईओ जिला पंचायत को परीक्षण कर उचित कार्यवाई के निर्देश दिए थे। गुरुवार को इसी प्रकरण में दूसरे खेमे ने कलेक्टोरेट आकर सनसनीखेज आरोप के साथ अपनी बात रखी। करतला ग्राम पंचायत के सरपंच ललित राठिया,उपसरपंच कमलेश कुमार राय पंचगण व ग्रामीणों ने आत्मानंद स्कूल भवन के लिए स्वीकृत जीर्णोद्धार के कार्य को निरस्त नहीं करने की मांग की। कलेक्टोरेट पहुंचे क्षेत्रीय विधायक व पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने भी पंचायत प्रतिनिधियों सहित ग्रामीण की मांग का समर्थन करते हुए प्रशासन के पक्षपातपूर्ण रवैये पर सवाल उठाया। श्री कंवर ने कहा कि पांचों ब्लाकों की तर्ज पर यहाँ भी भवन बन रहा है ,सभी जगह कार्य लगभग आधा हो चुका है। करतला में भी विभिन्न 11 कार्यों के लिए हमने भूमिपूजन किया था। लेकिन उसे 11 टुकड़ों में कार्य कराया जा रहा है कहकर शिकायत अलग ही रंग दे दिया गया। यह सब ठेकेदारी नहीं मिलने की वजह से विरोधी तत्वों द्वारा दुष्प्रचार किया जा रहा है। ग्रामीण जहां चाहते हैं जो भवन उपयुक्त है वहाँ कार्य चल रहा है। भवन निर्माण के विरोधी खेमे द्वारा शिकायत प्रकरण में करतला सीईओ के स्थानांतरण संबंधी सवालों पर श्री कंवर ने पूर्व सीईओ गोपाल मिश्रा को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि पूर्व सीईओ ने पंचायत के हक की वित्त आयोग की राशि एक जगह दे दिया। जनपद सदस्य का पैसा जहां कमीशन मिला वहां दो चार लोगों में बांट दिया। करतला के प्रकरण में सस्पेंड होकर पता नहीं कैसे कोरबा में पदस्थ हो गए। उन्होंने कहा कि क्या कुछ चल रहा है वो मुख्यमंत्री समझें या कलेक्टर। करतला के सरपंच ललित राठिया,वार्ड पंच रतिराम साहू ने वार्ड पंच सत्या खूंटे द्वारा करतला के हित के लिए ग्राम विकास के लिए मिली राशि को निजी स्वार्थ (ठेकेदारी न मिलने )के शासन को वापस कर दिए जाने ढोंग रचने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि सत्या खूंटे द्वारा कराया गया तमाम निर्माण कार्य गुणवत्ताहीन है। जिसमें हाल में 20 लाख का सीसी रोड निर्माण शामिल है। जिसको लेकर पंचायत ने ग्राम सभा में आपत्ति की थी। जिसके बाद पंच द्वारा साथ दुर्व्यवहार भी किया गया।महिला पंच रमादेवी ने भी स्वीकृत रेनोवेशन का कार्य निरस्त नहीं करने की बात कही।
