संभागायुक्त ने की कार्रवाई ,पूरे प्रदेश में घटना के बाद मचा था बवाल, विपक्ष दाग रहा था सवाल
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज जशपुर ।समर्थ दिव्यांग आवासीय प्रशिक्षण केंद्र में 6 दिव्यांग बच्चियों के साथ दुष्कर्म एवं छेड़छाड़ की हृदय विदारक घटना से पूरे प्रदेश में मचे बवाल के बीच सत्ता का संरक्षण भी कर्तव्य निर्वहन में लापरवाह जिला परियोजना समन्वयक (डीएमसी ) को नहीं बचा सकी। जनता सहित विपक्ष के प्रदर्शन दबाव के बीच आखिरकार संभागायुक्त ने घटना के 6 दिन बाद डीएमसी (व्याख्याता)विनोद पैकरा को निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय संयुक्त संचालक ,लोक शिक्षण ,सरगुजा संभाग अंबिकापुर नियत किया गया है।
गौरतलब हो कि जशपुर जिले के समर्थ दिव्यांग आवासीय प्रशिक्षण केंद्र में 22 सितंबर की रात्रि 11 से 12 बजे के दरम्यान 6 दिव्यांग(मूकबधिर)बच्चियों के साथ केयर टेकर और चौकीदार ने अमानवीय कृत्य किया था।शराब के नशे में धुत्त दोनों आरोपियों ने एक बच्ची के साथ दुष्कर्म किया था वहीं 5 बच्चियों के कपड़े फाड़ परिसर में दौड़ाया था। रात भर बच्चियां दहशत में रहीं । घटना से वाकिफ होने के बाद भी 24 घण्टे तक डीएमसी विनोद पैकरा ने जानकारी छुपाए रखी। उच्च अधिकारियों के संज्ञान में नहीं लाया। 24 सितंबर को घटना प्रकाश में आने के बाद पीड़ित बच्चियों के साथ एफआईआर दर्ज कराई गई। एसपी विजय अग्रवाल ने एडिशनल एसपी को महिला टीम के साथ दिव्यांग प्रशिक्षण केंद्र भेजा था। दुभाषिये के साथ पहुंचे पुलिस को डरी सहमी छात्राओं ने आपबीती बताई थी। जिसके बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। इस पूरे प्रकरण में डीएमसी विनोद पैकरा पर कार्यवाई नहीं किए जाने से बवाल मचा था। जो दिव्यांग प्रशिक्षण केंद्र को झांकने तक नहीं जाते ,साथ ही उन्होंने इस गम्भीर घटना को दबाए रखा। जिला पंचायत जशपुर की अध्यक्ष श्रीमती रायमुनि भगत ,महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष श्रीमती ममता कश्यप के नेतृत्व में रैली निकाल भाजपाइयों ने विरोध प्रदर्शन कर दोषियों को फांसी व पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की थी। डीएमसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर जिले भर में उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दी थी। इधर इस घटना के बाद सभी छात्रावास आश्रमों में महिला होम गार्ड से लेकर सारे कर्मचारी महिला रखने के निर्देश दे दिए थे। मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री के इस्तीफे के मांग के बीच पूरे प्रदेश के आश्रम छात्रावासों का कलेक्टर -एसपी को औचक निरीक्षण कर आवश्यक कार्यवाई के निर्देश तक जारी कर दिए । यही नहीं दबाव के बीच घिरी सरकार ने कलेक्टर महादेव कावरे को हटाकर बीजापुर कलेक्टर रितेश अग्रवाल को जशपुर कलेक्टर बना दिया गया।लेकिन डीएमसी पर कार्रवाई नहीं होने से सवाल उठ रहे थे। सत्ता पक्ष के विधायक पर संरक्षण के आरोप लग रहे थे। आखिरकार संभागायुक्त जे किंडो ने घटना के 6 दिन बाद डीएमसी (व्याख्याता)विनोद पैकरा को निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय संयुक्त संचालक ,लोक शिक्षण ,सरगुजा संभाग अंबिकापुर नियत किया गया है।