आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले के 10 युवा करेंगे होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई ,डीएमएफ से प्रशासन उठाएगी खर्च का भार ,संवारेगा भविष्य,स्टेट इंस्टीट्युट ऑफ होटल मैनेजमेंट में डिग्री और डिप्लोमा के लिए हुआ का चयन

कोरबा। पर्यटन की संभावनाओं से भरे कोरबा जिले के आर्थिक रूप से कमजोर और खनन प्रभावित क्षेत्रों के युवा अब होटल मैनेजमेंट के गुर भी सीख सकेंगे। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू की पहल पर जिले के ऐसे 10 युवाओं को डीएमएफ की राशि से मदद कर स्टेट इंस्टीट्युट ऑफ होटल मैनेजमेंट में होटल मैनेजमेंट पाठ्यक्रमों में दाखिला दिलाया जाएगा। इन युवाओं की पढ़ाई पर पूरे कोर्स के दौरान डीएमएफ मद से 29 लाख 64 हजार 200 रूपए खर्च किए जाएंगे।

जिला प्रशासन द्वारा 3 पाठ्यक्रमों के लिए 10 विद्यार्थियों का चयन कर लिया गया है। चयनित इन दस विद्यार्थियों के शिक्षण शुल्क, हॉस्टल शुल्क और मेस आदि का खर्चा जिला प्रशासन द्वारा जिला खनिज न्यास मद से वहन किया जाएगा। कलेक्टर श्रीमती साहू ने बताया कि कोरबा जिले सहित पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों पर संचालित होटलों में काम करने के लिए प्रशिक्षित युवाओं की मांग हमेशा बनी रहती है। कोरबा जिले सहित पूरा छत्तीसगढ़ प्रदेश पर्यटन की दृष्टि से देश में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। रायपुर, बिलासपुर के बड़े निजी होटलों सहित शासकीय मोटल्स में भी ऐसे प्रशिक्षित युवाओं की आवश्यकता होती है। इन पाठ्यक्रमों से प्रदेश के युवाओं में रोजगार के अच्छे अवसर सृजित हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिले के गरीब और खनन प्रभावित क्षेत्रों के बारहवीं कक्षा पास विद्यार्थियों को इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिलाकर उन्हें रोजगार से जोड़ने की सरकार की योजना है। इसी योजना के तहत कोरबा जिले के दस विद्यार्थियों को शासकीय मदद पर होटल मैनेजमेंट के पाठ्यक्रमों में निःशुल्क प्रवेश दिलाया जा रहा है।

प्रत्येक छात्र के पीछे त्रिवर्षीय डिग्री कोर्स में 5 लाख 24 हजार 900 रूपए किए जाएंगे खर्च

कलेक्टर श्रीमती साहू ने बताया कि जिले के चार विद्यार्थी का दाखिला होटल एडमिनिस्ट्रेशन के डिग्री कोर्स में और तीन-तीन विद्यार्थी का दाखिला फूड प्रोडक्शन और फूड एवं वेबरेज सर्विसेज पाठ्यक्रमों में कराया जा रहा है। त्रिवर्षीय डिग्री कोर्स में एक विद्यार्थी पर पांच लाख 24 हजार 900 रूपए का खर्चा होगा जिसमें से तीन लाख 28 हजार 700 रूपए इंस्टीट्यूट की फीस आदि और एक लाख 96 हजार 200 रूपए आवास तथा मैस आदि पर व्यय होगा। इसी प्रकार डेढ़ साल के फूड प्रोडक्शन डिप्लोमा कोर्स के लिए प्रति छात्र एक लाख 50 हजार 350 रूपए इंस्टीट्यूट में जमा किया जाएगा। इसमें 52 हजार 250 रूपए शिक्षण शुल्क आदि और 98 हजार 100 रूपए आवास, हॉस्टल मेस आदि पर व्यय होगा। फूड और वेबरेज सर्विसेज के डेढ़ साल के डिप्लोमा कोर्स में दाखिला लेने वाले विद्यार्थी पर एक लाख 37 हजार 850 रूपए व्यय किया जाएगा। इस राशि में 39 हजार 750 रूपए शिक्षण शुल्क और 98 हजार 100 रूपए आवास, खान-पान आदि का व्यय शामिल है। 

चयनित छात्रों में 7 छात्राएं 3 छात्र

कलेक्टर ने बताया कि होटल मैनेजमेंट के डिग्री और डिप्लोमा कोर्सों में शासकीय मदद से प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थी से लाईवलीहुड कॉलेज कोरबा आईटीआई रामपुर परिसर में आवेदन मंगाए गए थे। इनमें से जिला स्तरीय समिति द्वारा मेरिट के आधार पर योग्य अभ्यर्थियों का चयन श्रेणीवार किया गया है। चयनित विद्यार्थियों में सात छात्राएं एवं तीन छात्र हैं। अनुसूचित जाति वर्ग से एक, अनुसूचित जनजाति वर्ग से दो, अन्य पिछड़ा वर्ग से छह एवं अनारक्षित वर्ग से एक विद्यार्थी का चयन किया गया है। विद्यार्थियों को त्रिवर्षीय बीएससी हॉस्पिटेलिटी एण्ड होटल एडमिनिस्ट्रेशन और 18-18 महीनों के डिप्लोमा इन फूड प्रोडक्शन तथा डिप्लोमा इन फूड एवं वेबरेज सर्विसेस डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिलाया जा रहा है। 

इनका हुआ चयन

बीएससी होटल एडमिनिस्ट्रेशन में योगिता कंवर, देव कुमार साहू, अवंतिका सिंह, आरती साहू का चयन हुआ है। वहीं डिप्लोमा इन फूड एंड वेबरेज सर्विसेज में दिव्यांग कंवर, खुशबु वैष्णव, मानसी बैरागी प्रशिक्षण प्राप्त कर अपना भविष्य संवारेंगे। डिप्लोमा इन फूड प्रोडक्शन में रामेश्वर डिक्सेना, महेन्द्र कुमार पात्रे, हिमांशी कश्यप का चयन हुआ है।