केन्द्र खदानों में उत्पादन बढ़ाना चाह रही ,इधर भूविस्थापित खदान बन्द करा रहे,जिनकी जमीन ली उन्हें नोकरी व मुआवजा दिलाएं
कोरबा । हमेशा जिलेवासियों के हितों के खातिर मुखर रहने वाले पूर्व गृहमंत्री रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने एक बार फिर बुधवार को केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी के सामने भू विस्थापितों की समस्या एवं क्षेत्र में एसईसीएल की जर्जर सड़क मनमानी को लेकर मुखर नजर आए। उन्होंने केंद्रीय कोयला मंत्री को समस्याओं से अवगत कराते हुए प्रबंधन पर झूठ बोलने व गुमराह करने का आरोप लगाया।
पूर्व गृहमंत्री श्री कंवर ने कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी से कहा कि एक ओर केंद्र सरकार चाहती है कि कोयला खदानों में प्रोडक्शन हो दूसरी तरफ भुविस्थापित लोग हडताल कर खदान बंद करा रहे हैं। इस तरह भुविस्थापितों की मांग को मानना चाहिए जिनकी जमीन लिया गया है उन्हें नियमानुसार मुआवजा दिलाया जाये ,और परिवार के सदस्य को नौकरी दिलाया जाए। रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने कहा कि एस. ई. सी. एल के अफसर आपको झुठ बोलकर गुमराह करते हैं। श्री कंवर ने कहा कि एक प्रकरण रजगामार का भी है जिसमें मैंने आपको पत्र भी लिखा कि जिस भूस्वामी का भूमि से कोयला निकाला गया है और सर्फेस राईट का उपयोग करते हुये भूस्वामी के भूमि पर बिजली का खंभा व खदान के अंदर का पानी बाहर निकालने के लिए बोर खनन किया गया था उनको ना तो मुआवजा दिया जा रहा है और ना ही परिवार के सदस्यों को नौकरी दिया गया है । जिसकी जांच स्वयं अनुविभागीय अधिकारी स्तर पर तहसीलदार ने किया। तहसीलदार ने प्रतिवेदन दिया कि एसईसीएल के द्वारा सरफेस राइट का उपयोग करते हुए. एस. ई. सी. एल रजगामार के द्वारा कोयला उत्खनन भी किया है ,लेकिन आपको आपके अधिकारी लोगों ने गलत जानकारी दिया कि सरफेस राइट का उपयोग नहीं किया गया है ।इस तरह से प्रशासन के आला अधिकारी के प्रतिवेदन को भी गलत बताकर एसईसीएल भुविस्थापित के परिजन को नौकरी व मुआवजा देने से बचना चाह रहा है।ननकीराम कंवर ने कोयला मंत्री के सामने यह कह दिया कि 15 साल हमने भी मंत्री पद पर रहते हुए लोगों के लिए कार्य किया है, लेकिन हमने कभी गलत नहीं किए । इतने में कोयला मंत्री श्री जोशी ने सीएमडी पाण्डा को कहा कि आप तत्काल विषयों को संज्ञान में लेवें , उन्होंने समस्या का निराकरण करने का निर्देश दिए ।
कलेक्टर रानू साहू ने भी की अधिकारियों की शिकायत
कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने भी भू विस्थापितों को पक्ष रखते हुए सीएमडी पांडा को केंद्रीय कोयला मंत्री के सामने कहा कि जिन लोगों की जमीन ली जा रही है उन्हें एसईसीएल के द्वारा नौकरी व मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। यही वजह है कि आये दिन भुविस्थापित अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर रहते हैं।